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भारत में बढ़ रही है, डीएनए परीक्षण कराने वाले लोगों की संख्या

लखनऊ

 16-06-2023 10:05 AM
डीएनए

अभी तक, हल्की सी खांसी या जुकाम होने या छोटी सी छींक आने पर भी हमें चिकित्सक के पास जाना पड़ जाता था, यह जानने के लिए कि कहीं यह छींक शरीर में पल रही किसी गंभीर बीमारी की शुरुआती चेतावनी तो नहीं है। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आज दुनिया में कई ऐसी कंपनियां अस्तित्व में आ चुकी हैं, जिन्हें यदि आप ऑनलाइन (Online) रजिस्टर करके, अपने लार के नमूनों के साथ एक शीशी भेजते हैं, तो वह कंपनियां केवल डीएनए परीक्षण (DNA Test) करके, आपके शरीर में पनप रहीं बीमारियों की जानकारी सहित, आपके पूर्वजों का कच्चा-चिट्ठा भी ईमेल (e-mail) द्वारा भेज देंगी। लेकिन यह सुविधा एक संभावित खतरे के साथ आती है। पिछले एक दशक के दौरान, डीएनए परीक्षण करना पूरी दुनिया में लोकप्रिय हो गया है। अब आप केवल एक वेबसाइट (Website) पर लॉग इन (Log in) करके अपनी लार या थूक का एक नमूना भेजकर, अपने परिवार के इतिहास और संभावित बीमारियों के बारे में, घर बैठे सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आपको जान कर हैरानी होगी कि अमेरिका (America) में, हर पांच में से एक अमेरिकी ने डीएनए परीक्षण का उपयोग कर लिया है। ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि वहां की संस्कृति में कई लोगों को यह पता नहीं होता, कि उनके आनुवंशिक माता पिता कौन हैं? हालाँकि अब भारत में भी लोगों की रुचि घर पर डीएनए टेस्टिंग की तरफ बढ़ रही है। कई कंपनियां, भारतीय बाजारों में सस्ती जीनोम-परीक्षण किट (Genome-Testing Kit) भी ला रही हैं।
आज व्यक्तिगत जीनोमिक्स (genomics) तक बढ़ती पहुंच के कारण बहुत से लोग अपनी चिकित्सीय प्रवृत्तियों के बारे में जागरुक हो गए हैं। किंतु विशेषज्ञों का मानना है कि जहां कुछ ग्राहक जानकारी को अच्छी तरह से संसाधित करने में सक्षम हो सकते हैं, वहीं अन्य लोग यह समझे बिना घबरा सकते हैं कि ‘संभावित घातक बीमारी’ का क्या मतलब होता है। उदाहरण के लिए 25 साल की बायोटेक्नोलॉजिस्ट (Biotechnologist) सोहेला जलाली (Sohela Jalali) ने इन परीक्षणों की सत्यता प्रमाणित करने के ध्येय से, अपनी आनुवंशिक प्रवृत्ति का पता लगाने हेतु, डीएनए परीक्षण के लिए नेटिक टेस्टिंग लेबोरेटरी (Netic Testing Laboratory) नामक कंपनी में अपनी लार का सैंपल (Sample) भेजा। कुछ दिनों बाद, उन्हें एक विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें उन्हें भविष्य में आंखों के कैंसर सहित कुछ बीमारियां होने के जोखिम का संकेत दिया गया था। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये जोखिम सापेक्ष हैं और इस बात की कोई गारंटी नहीं, कि उन्हें यह बीमारी जरूर होगी। किंतु इस रिपोर्ट ने उन्हें चिंतित जरूर कर दिया। भारत में कई उपभोक्ता प्रत्यक्ष परीक्षण कंपनियां (Consumer Direct Testing Companies) पूर्वानुमानित आनुवंशिक परीक्षण प्रदान करती हैं, जिनके लिए ग्राहक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। ये परीक्षण बीमारी के जोखिमों से जुड़े उत्परिवर्तन और कारणों की पहचान करने के लिए डीएनए नमूनों का विश्लेषण करते हैं। हालांकि, भारत में आनुवंशिक जानकारी का उपयोग करके बीमारी के जोखिम की भविष्यवाणी करने में एक और समस्या है, डेटा की कमी। भारतीय-विशिष्ट डेटा की कमी होने के कारण, प्रयोगशालाएं अक्सर अन्य देशों की आबादी के डेटा पर भरोसा करती हैं, अतः जातीयताओं में भिन्नता के कारण भारत के संदर्भ में, परीक्षणों द्वारा उत्पन्न डेटा अप्रासंगिक या अविश्वसनीय हो सकते हैं।
आनुवंशिक परीक्षण कई मायनों में मददगार हो सकता है, क्योंकि यह आपको पहले ही बता सकता है कि कहीं आपको टाइप-2 मधुमेह (Type-2 Diabetes) या अल्जाइमर (Alzheimer's) जैसी बीमारी होने का खतरा तो नहीं है। हालाँकि, ऐसा करने में कई कंपनियाँ, आपके व्यक्तिगत डेटा (Data) की सुरक्षा से भी समझौता कर सकती हैं। अमेरिका में, कई जीन-परीक्षण कंपनियां (Gene-Testing Companies) अन्य कंपनियों के साथ डेटा साझा करते हुए पकड़ी गई हैं। लेकिन भारत में तो व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा से जुड़ा कोई ठोस कानून भी नहीं है, और यहां पर कंपनियां आसानी से आपका डेटा एकत्र कर सकती हैं और इसका मनचाहा उपयोग कर सकती है।
लेकिन इन चिंताओं के बावजूद भारत में ऐसे परीक्षणों को कराने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। कुछ परिवार अपने नाबालिग बच्चों का भी परीक्षण करा रहे हैं। ये परीक्षण किसी व्यक्ति के जीन के आधार पर संभावित रोग के जोखिमों, दवा प्रतिक्रियाओं और व्यायाम की सिफारिशों के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं।
इस लेख में भारत में उपलब्ध सर्वोत्तम घरेलू डीएनए टेस्ट किट की सूची दी गई है:
१. एन्सेस्ट्री डीएनए जेनेटिक टेस्ट किट (Ancestry DNA Genetic Test Kit): इस टेस्टिंग किट से अपने पूर्वजों का पता लगाया जा सकता है।
२. 23 एंड मी डीएनए एन्सेस्ट्री हैल्थ किट (23andMe DNA Ancestry Health Kit): यह किट पूर्वजों के साथ-साथ संभावित स्वास्थ्य जोखिमों की भी जानकारी दे सकती है।
३. माईहेरिटेज डीएनए टेस्ट किट (Myheritage DNA Test Kit): यह किट अन्य किटों की तुलना में सस्ती है। यह किट जातीय पृष्ठभूमि की विस्तृत जानकारी प्रदान करती है।
४. रैपिड डीएनए टेस्टिंग पैटरनिटी डीएनए टेस्ट किट (Rapid DNA Testing Paternity DNA Test Kit): यह एक प्रभावशाली किट है, जो 99.999% सटीक परिणामों का दावा करती है।
हालांकि, इस संबंध में कई डॉक्टरों का मानना ​​है कि आनुवंशिक परीक्षण एक चिकित्सक के मार्गदर्शन में, और केवल उन बीमारियों के लिए किया जाना चाहिए जहां जोखिम को कम करने के लिए सक्रिय उपाय किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, भारत में इस संबंध में बीमा और रोजगार में अनुवांशिक भेदभाव से जुड़ी चिंताएं भी बढ़ रही हैं।

संदर्भ

https://t.ly/7DeWr
https://t.ly/tMak
https://shorturl.at/oqAGH

 चित्र संदर्भ

1. डीएनए परीक्षण को संदर्भित करता एक चित्रण (NDLA)
2. डीएनए परीक्षण कराने वाली वेबसाइट को दर्शाता चित्रण (easydna)
3. फैक्टर-वी-लेडेन म्यूटेशन, डीएनए अनुक्रमण के परिणाम को दर्शाता चित्रण (wikimedia)
4. डीएनए परीक्षण प्रक्रिया को दर्शाता चित्रण (Stockvault)



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