रामपुर में नदी और अन्य प्रवाहों से सिंचाई बहुत पुराने समय से चली आ रही है लेकिन पिछले कुछ सालों से सिंचाई के लिए और भी कई नए साधन इस्तेमाल किये जा रहे हैं। पहले नदी और नालों पर मिट्टी के बाँध बनाकर कृषि के लिए खेतों में पानी लाया जाता था मगर इसमें कुछ आक्षेप थे जैसे इसे हर साल नए सिरे से बांधने की आवश्यकता होती थी या फिर कम से कम इनकी मरम्मत करनी ही पड़ती थी जो पैसे और वक़्त दोनों का व्यय था तथा खरीफ फ़सल के वक़्त इसका प्रभावपूर्ण इस्तेमाल नहीं किया जा सकता था। लालपुर के यहाँ कोसी नदी पर पक्का बाँध बनाने की प्रक्रिया 1899 में लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरी की गयी। 1902 तक ऐसे 10 और सिंचन सम्बंधित काम पूर्ण हुए। 1904 और 1911 तक मुख्य तथा सहायक नदी-नालों पर सिंचन सम्बंधित कार्य इतने अच्छे तरीके से पूर्ण किया गया की अब अच्छी फ़सल के उम्मीद बढ़ी और अकाल का डर कम हो गया था। रामपुर में नालों की अच्छी संख्या में उपलब्धि नवाब हामिद अली खान और उन्होंने नियुक्त किये डब्लू. सी. राइट इस चीफ इंजिनियर की बदौलत थी। इस काम की शुरुआत नवाब कल्ब अली खान के वक़्त हुई थी। आज रामपुर का कुल सिंचित क्षेत्र है 1.92 लाख हेक्टेयर है जिसमे से 60.67 % कुल कृषि क्षेत्र है। ये सभी क्षेत्र ट्यूब वेल (नलकूप) से बड़े पैमाने पर सिंचित है। उत्तर प्रदेश में सिंचित क्षेत्र औसत 79 % है और रामपुर की 80-90%। भारत सरकार ने नाबार्ड और एक्सेलरेटेड इरीगेशन बेनिफिट प्रोग्राम(एआईबीपी) के अंतर्गत नए परिवर्तित निर्देशों के अनुसार सिंचन के लिए क़र्ज़ दिया है जो इस पूरे कार्य के संपूर्ण मूल्य का 25% है। सिंचन की यह योजना रामपुर के कृषि क्षेत्र के साथ-साथ पीने योग्य पानी की सुलभता भी बढ़ाएगी। 1. रामपुर स्टेट गज़ेटियर 1914 2. रामपुर कैनल मेजर इरीगेशन प्रोजेक्ट http://india-wris.nrsc.gov.in/wrpinfo/index.php?title=Rampur_Canal_Major_Irrigation_Project_JI01901 3. डिस्ट्रिक्ट ग्राउंड वाटर ब्रोशर ऑफ़ रामपुर डिस्ट्रिक्ट,उत्तर प्रदेश 2008-2009 http://cgwb.gov.in/District_Profile/UP/Rampur.pdf 4. डिस्ट्रिक्ट सर्वे रिपोर्ट फॉर सैंड माइनिंग डिस्ट्रिक्ट रामपुर 2016 http://rampur.nic.in/rampur%20sand.pdf
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