Post Viewership from Post Date to 29-Jan-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1249 847 2096

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

क्या हमारे शहर लखनऊ में साइकिल ट्रैक परियोजना शहर को साइकिल के अनुकूल बना सकती है?

लखनऊ

 29-12-2022 10:35 AM
य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

पिछले कुछ वर्षों में, परिवहन, मनोरंजन और खेल की दृष्टि से लोगों में साइकिल की लोकप्रियता में लगातार वृद्धि हुई है। यह विनम्र एरोबेटिक व्यायाम हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के स्तर में सुधार करता है और समाज की गंभीर समस्याओं जैसे यातायात की भीड़, पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को हल करता है।
लेकिन हमेशा खराब, गड्ढों वाली, खस्ताहाल और भीड़-भाड़ वाली सड़कों, खराब रोशनी, लापरवाही और शराब पीकर गाड़ी चलाने और यातायात नियमों के घोर उल्लंघन के कारण साइकिल चलाना हमेशा एक जोखिम भरा उपक्रम रहा है। उत्साही साइकिल चालकों द्वारा बार-बार एकीकृत, सुरक्षित और अधिक आरामदायक साइकिल ट्रैक की आवश्यकता हमेशा महसूस की जाती रही है। किंतु अब हमारे नवाबों के शहर लखनऊ को स्मार्ट शहरों की दौड़ का हिस्सा बनाने के लिए शहर में कई नई परियोजनाओं जैसे कि लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, प्रस्तावित मेट्रो, गोमती रिवरफ्रंट, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम आदि के साथ शहर में साइकिल ट्रैक बिछाना जैसी नई पहल को भी कार्यान्वित किया गया है । लखनऊ में पहले साइकिल ट्रैक का उद्घाटन मार्च 2015 में कालिदास मार्ग पर किया गया था । अन्य क्षेत्र जहां ये साइकिल ट्रैक बिछाए गए हैं उनमें एयरपोर्ट रोड, बख्शी का तालाब, बंगला बाजार, तेलीबाग, विकास नगर, कुर्सी रोड, निराला नगर, अलीगंज, हजरतगंज, महानगर, कपूरथला, चिनहट और गोमतीनगर शामिल हैं । हालाँकि, कई लोगों के मन में प्रश्न उठता है कि क्या इन साइकिल रास्तों का उपयोग पिछले दो वर्षों में बनाए गए उद्देश्य के लिए किया गया है? क्या यह फायदेमंद हैं या यह सिर्फ शहर की आम जनता के लिए एक और बाधा के रूप में काम कर रहे है?
पैदल चलने वालों के लिए लखनऊ में उचित फुटपाथ नहीं थे, इसलिए यह 100 किमी लंबी साइकिल ट्रैक परियोजना पैदल चलने वालों के लिए भी एक अतिरिक्त लाभ साबित हुई । उत्तर प्रदेश में लगभग 150,000 लोग अपने आवागमन के साधन के रूप में साइकिल का उपयोग करते हैं, आमतौर पर स्कूली बच्चों और दैनिक ग्रामीणों द्वारा इनका उपयोग किया जाता है । यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री नीदरलैंड (Netherlands) में समर्पित साइकिल ट्रैक से प्रेरित हुए और शहर के लिए इस योजना की अवधारणा की । लखनऊ साइकिल ट्रैक की पहल स्वस्थ जीवन जीने के तरीके के रूप में साइकिल चलाने को बढ़ावा देने और हरित, प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने के लिए की गई थी, जिससे एक स्मार्ट शहर का विकास हो सकता है ।
अधिकांश साइकिल चालक अभी भी विभिन्न कारणों जैसे कि साइकिल ट्रैक में वाहनों की पार्किंग, उन पर सोते हुए लोग, मलबा डंपिंग, आदि के कारणआने-जाने के लिए मुख्य सड़कों का उपयोग करते हैं । यहां तक कि सड़क विक्रेता (street vendor) उन्हें व्यावसायिक प्लेटफॉर्म के रूप में उपयोग करते हैं । इन साइकिल ट्रैक पर साइकिल चलाना कभी-कभी इतना मुश्किल हो जाता है कि यदि​​​​ एक साइकिल सवार साइकिल ट्रैक पर सवारी करना चुनता है, तो वह ट्रैक जुड़े न होने के कारण मुख्य सड़क पर लौटने के लिए मजबूर हो जाता है । इसलिए, उसे साइकिल ट्रैक की तुलना में मुख्य सड़क पर सवारी करना अधिक सुविधाजनक लगता है।
साइकिल उद्योग ने साइकिल बिक्री में एक अभूतपूर्व उछाल देखा है क्योंकि सहबद्ध निवासी ताजी हवा के साथ खुली जगहों में मनोरंजन के रूप में साइकिल चलाना पसंद कर रहे हैं,और सार्वजनिक परिवहन की अनुपस्थिति में आने-जाने के लिए इस लागत प्रभावी विकल्प का उपयोग किया जा रहा है । केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने घातक वायरस के संचरण को रोकने के लिए राज्यों को साइकिल चलाने और अन्य गैर-मोटर चालित वाहनों को बढ़ावा देने की भी सलाह दी है। “स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत, नागरिक निकाय को बेंगलुरु और पुणे मॉडल का अनुकरण करना चाहिए, सड़कों और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाना चाहिए और जहां भी संभव हो अनिवार्य साइकिल लेन बनानी चाहिए।’’ यह देखकर खुशी होती है कि लोग तेजी से शारीरिक स्वास्थ्य के एक विश्वसनीय साधन के रूप में साइकिलिंग का सहारा ले रहे हैं। यह सार्वजनिक परिवहन, भारत में कोविड-19 महामारी में दूरी बनाए रखने के लिए ,प्रदूषण मुक्त, विश्वसनीय और सुरक्षित विकल्प है । बुनियादी ढांचा और समर्थन प्रदान करके साइकिल चलाने को प्रोत्साहित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए । साइकिलिंग स्वास्थ्य क्लबों और जिमों, जो लंबे समय से निष्क्रिय पड़े थे, के लिए एक अच्छा विकल्प साबित हुई है । पहले महानगरों में साइकिल ट्रैक हुआ करते थे, जो मोटर वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण खो गए थे, लेकिन अब उनके पुनरुद्धार की आवश्यकता महसूस की जा रही है। यह बहुत अच्छा होगा यदि नगर निगम के अधिकारी शहर में साइकिल ट्रैक के जीर्णोद्धार के लिए पहल करें।
उद्योग पर नज़र रखने वाली संस्था क्रिसिल रेटिंग्स (CRISIL ratings) के अनुसार, , भारत, जो दुनिया में साइकिल का दूसरा सबसे बड़ा निर्माता है, ने पिछले साल 20% की दशक-उच्च मांग वृद्धि देखी। बेंगलुरु में प्रीमियम साइकिल और बाइक एक्सेसरीज ब्रांड बम्स ऑन द सैडल (bums on the saddle) के संस्थापक रोहन किनी का कहना है कि पिछले दो सालों में उनकी कंपनी की बिक्री के आंकड़े सामान्य से चार गुना अधिक थे। "इसमें कोई संदेह नहीं है कि अधिक लोग साइकिल की ओर रूझान कर रहे हैं। यह उन कुछ अच्छी चीजों में से एक थी जो कोविड के कारण हुई हैं।'
अपनी फिटनेस के लिए जाने जाने वाले अभिनेता सक्रिय अभिनय करियर के बीच साइकिल चलाने के लिए पर्याप्त समय देते हैं। क्योंकि उनका कहना है कि साइकिल चलाना ध्यान के समान है। "जब आप इससे लंबी यात्रा करते हैं, विशेष रूप से, आप अपने विचारों के साथ अकेले होते हैं। आप अपने जीवन को गहराई से देख सकते हैं और इसका बेहतर विश्लेषण कर सकते हैं। यह आपको यह भी विश्वास दिलाता है कि आप बहुत कुछ कर सकते हैं वह भी जिसके योग्‍य आप स्‍वयं को नहीं समझते हैं।” साइकिलिंग की क्षमता, विशेष रूप से भारत में, केवल एक मनोरंजक गतिविधि होने से कहीं अधिक है। नवीनतम राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, कम से कम 54% ग्रामीण परिवार और 43% शहरी परिवारों में साइकिल है । द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (The Energy and Resources Institute's (TERI) की 2018 की एक रिपोर्ट, ‘भारत में साइकिल चलाने के फायदे’, का अनुमान है कि देश ईंधन में रु 27 बिलियन और कम वायु प्रदूषण के कारण रु 241 बिलियन बचा सकता है यदि 50% दुपहिया और चौपहिया वाहन यात्राएं (आठ किलोमीटर के भीतर) साइकिल यात्रा द्वारा प्रतिस्थापित की जाती है।

संदर्भ:

https://bit.ly/3v8ZRiU
https://bit.ly/3v5txgy
https://bit.ly/3HPmYGz

चित्र संदर्भ

1. साइकिल ट्रैक परियोजना को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. सड़क पर साइकिल के चिन्ह को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
3. साइकिल को समर्पित सड़क को दर्शाता एक चित्रण (Free Vectors)
4. साइकिल से काम पर जाते लोगों को दर्शाता एक चित्रण (PixaHive)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id