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नीम के दातुन से लेकर ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के साथ आने वाले आधुनिक टूथब्रुश का रोमांचक सफर

लखनऊ

 14-07-2022 09:43 AM
हथियार व खिलौने

आमतौर पर अधिकांश लोग किसी भी वस्तु की वास्तविक कीमत तभी समझ पाते हैं, जब या तो वह वस्तु उनके पास नहीं होती या फिर उनसे दूर हो जाती हैं! हमारे दांतों के साथ भी कुछ ऐसा ही है। मजबूत और स्वस्थ दांतों की अहमियत को वही व्यक्ति बेहतर समझ सकता है जो अपने प्राकृतिक दांतों को खो चुका है! लेकिन क्या आप जानते हैं की जिस प्रकार आज हम दांतों की सफाई के लिए टूथब्रश या दंतमंजन का प्रयोग करते हैं, तो टूथब्रश के अभाव में हमारे पूर्वज कौन से तरकीब लगाकर अपने दांतों को जीवन पर्यन्त स्वस्थ रखते थे?
प्राचीन काल से 21वीं सदी तक दुनिया भर की कई संस्कृतियों में टूथब्रश (Toothbrush) दैनिक दिनचर्या का एक अभिन्न अंग रहा है। दुनिया भर में विभिन्न संस्कृतियों ने "नीम और "मिस्वाक (miswak)" जैसी कुछ पेड़ों की टहनियों से लेकर पक्षी के पंख और सुअर के बालों तक कई अलग- अलग सामग्रियों का उपयोग दांतों की सफाई के लिए किया है। आज टूथ ब्रशिंग मौखिक स्वच्छता दिनचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा है। इस दिनचर्या में आमतौर पर टूथब्रश और टूथपेस्ट का उपयोग किया जाता है। वर्तमान समय के टूथब्रश में एक हैंडल पर गुच्छेदार ब्रिसल्स (bristles) का एक सिर होता है, जो मुंह में सुलभ और दुर्गम दोनों क्षेत्रों की सफाई की सुविधा प्रदान करता है।
टूथब्रश के इतिहास से पहले कई तरह के मौखिक स्वच्छता उपायों का उपयोग किया गया, जिनमें पेड़ की टहनियां, पक्षी के पंख, जानवरों की हड्डियां और साही की क्विल्स का पता चला है, जिन्हें मौखिक स्वच्छता के लिए एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। इसके साथ ही टूथ ब्रशिंग के लिए विशेष रूप से बनाए गए उपकरणों में 3500-3000 ई.पू. की चबाने वाली छड़ें भी शामिल हैं। इन छड़ों में से एक दातुन भी है जो पेड़ की टहनी से बना एक मौखिक स्वच्छता उपकरण होता है। यह दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी को रोकने में मदद कर सकता है।
दातून के तौर पर कुछ पौधों की टहनियां या जड़ें प्रयोग की जाती हैं जिन्हें तब तक चबाया जाता है जब तक कि एक छोर भुरभुरा न हो जाए। इस सिरे का इस्तेमाल दातों को ब्रश करने के लिए किया जा सकता है, जबकि दूसरे सिरे को टूथपिक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। सबसे पहले दातून का इस्तेमाल का प्रमाण 3500 ईसा पूर्व में बेबीलोनिया (Babylon) और 3000 ईसा पूर्व से एक मिस्र के मकबरे में मिलता है! भारत में 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास बौद्ध कैनन में दातून का प्रयोग किया गया था। ब्रश करने के लिए दातुन का उपयोग करने का भारतीय तरीका चीनी भिक्षु यिजिंग (635-713 सीई) द्वारा प्रस्तुत किया गया। संस्कृत में, दातुन को दंतकस्थ के रूप में जाना जाता है, जहां दंत का अर्थ दांत, और कस्थ का अर्थ लकड़ी का एक टुकड़ा होता है। इसकी लंबाई बारह अंगुल-चौड़ाई हो सकती है। दंतकस्थ के रूप में विभिन्न प्रकार के पौधों का उपयोग किया जा सकता है। अफ्रीका में, साल्वाडोरा पर्सिका (salvadora persica) पेड़ से चबाने वाली छड़ें बनाई जाती हैं, जिन्हें "टूथब्रश पेड़" भी कहा जाता है। दक्षिण भारत में दांतों की सफाई करने के लिए नीम की टहनी का उपयोग किया जाता है। नीम पूरी तरह खिलने पर, क्षेत्र को साफ और कीटाणु रहित रखकर उपचार में मदद कर सकता है।
प्राचीन चीन से अतिरिक्त सबूत इंगित करते हैं कि सूअरों की गर्दन से बाल शुरुआती टूथब्रश में ब्रिस्टल बनाने के लिए उपयोग किए जाते थे। प्राचीन भारत में नीम की टहनियों को टूथब्रश के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। दांतों को ब्रश करने के बजाय, टहनी के किनारे को चबाकर दांतों को साफ किया जाता था। टहनी में औषधीय गुण होते हैं जो क्षय और पट्टिका की रोकथाम के लिए प्रभावी होते हैं। नीम के एंटी-प्लाक, एंटी-कैविटी और जीवाणुरोधी गुणों के ट्रायफेक्टा (Trifecta of anti-plaque, anti-cavity and antibacterial properties) इसे विकासशील देशों के लिए वांछनीय और फायदेमंद दातुन बनाते हैं। 1600 के दशक तक ब्रिसल वाले टूथब्रशों को यूरोप में अपना स्थान नहीं मिला था। अंग्रेजी भाषा में टूथब्रश का पहला लिखित संदर्भ 1651 का मिलता है, जब इसके बारे में अंग्रेजी गृहयुद्ध के दौरान वर्नी परिवार (Varney Family) के संस्मरणों में लिखा गया था। विलियम एडिस (William Addis) को इंग्लैंड में पहले बड़े पैमाने पर उत्पादित टूथब्रश को डिजाइन करने का श्रेय दिया जाता है, जिसने 1780 में बाजार में प्रवेश किया। अटलांटिक के दूसरी तरफ, वैड्सवर्थ (wadsworth) टूथब्रश पेटेंट कराने वाले पहले अमेरिकी बने।
1885 तक, अमेरिकी कंपनियों ने टूथब्रश का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू कर दिया था, हालांकि बड़े पैमाने पर उपभोक्ता बाजार अभी तक स्थापित नहीं हुआ था। फ्लोरेंस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (Florence Manufacturing Company) द्वारा बनाया गया, टिक टूथब्रश (tick toothbrush) प्रारंभिक अमेरिकी निर्मित टूथब्रश का एक उदाहरण है। संयुक्त राज्य में टूथब्रश 1900 तक बड़े पैमाने पर उत्पादित किए गए थे, बीसवीं शताब्दी के दौरान, पारंपरिक टूथब्रशों ने वृद्धिशील उन्नति दर्ज की!
1938 तक, ड्यूपॉन्ट (dupont) द्वारा निर्मित टूथब्रश में नायलॉन ब्रिसल्स (nylon bristles) पेश किए गए थे। इससे पहले, ब्रिसल्स बनाने के लिए जानवरों के बालों और अन्य कार्बनिक पदार्थों का उपयोग किया गया था। ब्रिसल सामग्री के परिवर्तन ने वास्तविक ब्रश पर बैक्टीरिया के खतरे को कम कर दिया। आपको जानकर हैरत होगी की पहले इलेक्ट्रिक टूथब्रश (electric toothbrush) का प्रोटोटाइप (prototype) स्विट्जरलैंड (Switzerland) में 1939 में ही डॉ फिलिप-गाय वूग (Dr. Philip-Guy Woog) द्वारा विकसित कर लिया गया था, लेकिन इसे 1954 तक जारी नहीं किया गया था। 1960 में, स्क्विब (squib) ने ब्रोक्सोडेंट (broxodent) नामक पहले अमेरिकी-निर्मित इलेक्ट्रिक टूथब्रश का विपणन किया। 1961 में एक रिचार्जेबल कॉर्डलेस टूथब्रश (rechargeable cordless toothbrush), और 1987 में, इंटरप्लाक (interplak) घरेलू उपयोग के लिए प्रयोग किया जानेवाला पहला रोटरी-एक्शन इलेक्ट्रिक टूथब्रश (rotary-action electric toothbrush) था। आज, मैनुअल और इलेक्ट्रिक दोनों टूथब्रश कई आकारों में आते हैं और आमतौर पर प्लास्टिक मोल्डेड हैंडल (plastic molded handle) और नायलॉन ब्रिसल्स से बने होते हैं। टूथब्रश के सिर छोटे बच्चों के लिए बहुत छोटे से लेकर बड़े बच्चों और वयस्कों के लिए बड़े आकार के होते हैं साथ ही यह आयताकार, अंडाकार और लगभग गोल जैसे विभिन्न आकारों में भी आते हैं।
आज संचालित ब्रश कई मॉडलों के साथ विकसित होते रहे हैं जो या तो घूमते हैं (पूरी तरह या आंशिक रूप से) या कंपन, या दोनों के संयोजन प्रदान करते हैं। बाजार में अब ऐसे नए मॉडल आ गए हैं जो ब्लूटूथ सक्षम हैं और किसी व्यक्ति के ब्रश करने के समय और तकनीक को भी रिकॉर्ड कर सकते हैं। पिछले 100 वर्षों में टूथब्रश ने एक लंबा सफर तय किया है। अगली पीढ़ी के टूथब्रश को एक परस्पर संवादात्मक अनुभव और सूचना युग की विशेषताओं का पालन करने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है। ब्लूटूथ स्मार्ट तकनीक के निहितार्थों को मोबाइल फोन पर टूथ ब्रश करने की आदतों पर एकत्र किए गए डेटा के संबंध में देखा जा सकता है। बिल्ट-इन सेंसर अब दैनिक ब्रश करने की आदतों को ट्रैक और रिकॉर्ड कर सकते हैं। एक नया स्मार्ट ब्रश "कोलिब्री (colibri)" बच्चों को उत्साहित करने के लिए बिल्ट इन गेम्स (built in games) के साथ पेटेंट ब्लू टूथ कनेक्टिविटी प्रदान करता है, और बच्चों और वयस्कों को सही तरीके से ब्रश करने के लिए प्रोत्साहित करने और अनुशंसित ब्रशिंग शेड्यूल (Recommended Brushing Schedule) के साथ उन्हें ट्रैक पर रखने के लिए एक पॉइंट सिस्टम प्रदान करता है।

संदर्भ
https://bit.ly/2LivaCL
https://bit.ly/3nNqne3
https://bit.ly/3nNUrWT
https://bit.ly/3OXyUH3

चित्र संदर्भ

1. नीम के दातुन और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी टूथब्रुश को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
2. कालका, भारत के पास दांतों की सफाई करने वाले टहनियों के गुच्छे, को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. भारत के होडल में कीकर (बबूल) की टहनियों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. हॉर्सहेयर ब्रिसल्स वाला टूथब्रश, लंदन, इंग्लैंड, 1870-19 को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. पारंपरिक टूथब्रश को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. इलेक्ट्रिक टूथब्रश को दर्शाता एक चित्रण (flickr)



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