1869 तक मिथक था, विशाल पांडा का अस्तित्व

शरीर के अनुसार वर्गीकरण
26-06-2022 10:10 AM
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वर्तमान समय में शाकाहारी, काले और सफेद भालू जिन्हें पांडा कहा जाता है,दुनिया के सबसे प्रसिद्ध जानवरों में से एक हैं (जिन्हें वैज्ञानिक "करिश्माई मेगाफौना (Megafauna)" भी कहते हैं)।हालांकि सदियों से व्यावहारिक रूप से उनके बारे में कोई नहीं जानता था,यहाँ तक कि चीन (China) में भी नहीं!चीनी कलाकारों ने प्राचीन काल से ही लगातार काले भालू और बांस के जंगलों का चित्रण किया है, लेकिन विशाल पांडा को 20 वीं शताब्दी तक भी चित्रित नहीं किया गया था!1869 तक चीनी पहाड़ों में पाए जाने वाले अजीब "सफेद भालू" की अफवाहों और रिपोर्टों को मिथक माना जाता था, लेकिन उसके बाद फ्रांसीसी मिशनरी आर्मंड डेविड (Armand David) ने शिकार के नमूने की खाल यूरोप (Europe)भेजी। इसके बाद वैज्ञानिकों ने पांडा को एक वास्तविक जानवर के रूप में स्वीकार कर लिया।विशालकाय पांडा को अंततः 1916 में एक यूरोपीय व्यक्ति द्वारा जीवित देखा गया,जब जर्मन (German) प्राणी विज्ञानी ह्यूगो वीगोल्ड (Hugo Weigold) को एक शावक देखने और खरीदने को मिला। चीन में विशाल पांडा को ग्रेट बियर-कैट (Great Bear-Cat) के रूप में जाना जाता है,ऐसा इसलिए है क्योंकि पांडा के पास बिल्लियों की तरह ही लंबवत पुतलियां होती हैं, जो भालुओं में नहीं होती हैं। एक समय उन्हें रैकून (Raccoon)का विशाल, अविचलित रिश्तेदार माना जाता था, लेकिन डीएनए (DNA) परीक्षण ने यह साबित कर दिया है कि वे भालू परिवार के असामान्य सदस्य हैं।