वाटर फ्ली (Water Flea) या पानी के पिस्सू बहुत छोटे क्रस्टेशियन (Crustaceans) होते हैं, जो विभिन्न जलीय वातावरणों में निवास करते हैं। यह पानी में बहुत ही झटकेदार गति से तैरता है। इसका अधिकांश शरीर एक खोल जिसे कार्पेसी (Carapace) कहा जाता है, से ढका होता है। यह खोल एक तरफ से जुड़ा होता है, जबकि दूसरा भाग खुला होता है, ताकि वाटर फ्ली के पैर पानी में भोजन एकत्रित कर सकें तथा तैर सकें। पानी के मौसमी पूलों या तालाबों में कुछ प्रजातियां पारदर्शी (स्पष्ट) होती हैं, जबकि अन्य भूरे रंग की होती हैं। वैज्ञानिक अभी तक मौसमी पूलों में पाये जाने वाले वाटर फ्लीस की अधिकांश प्रजातियों की पहचान नहीं कर पाए हैं। उनमें से 80 प्रतिशत से अधिक प्रजातियों के नाम अभी भी नहीं रखे गये हैं। अधिकांश लोग तालाबों, एक्वैरियम आदि में पाए जाने वाले इन छोटे क्रस्टेशियंस से परिचित होंगे, जहां वे मछली के भोजन के रूप में काम आते हैं। वे छोटे-छोटे बिंदुओं की तरह होते हैं, जो अपने सिर पर मौजूद बड़े एंटीना को ऊपर और नीचे लहराकर तेजी से बाउंस होते हुए चलते हैं। वाटर फ्ली तालाब के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी हैं। वे हरे शैवाल और बैक्टीरिया खाते हैं, और बदले में बड़े जानवरों जैसे कीट लार्वा, छोटी मछली, मेंढक आदि के लिए भोजन के रूप में काम आते हैं। तो चलिए आज इस छोटे क्रस्टेशियन से सम्बंधित एक ऐसे वीडियो पर नजर डालते हैं, जिसमें यह अनेकों संततियों को जन्म देती है।
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