लखनऊ की गोमती की आखिरी कुछ सांसे

लखनऊ

 12-12-2017 05:26 PM
नदियाँ
नदियाँ किसी भी शहर के बसाव में प्रमुख भूमिका निर्वहन करती हैं परन्तु एक बार शहर बस जाता है तो नदी के विनाश की कहानी शुरू हो जाती है। ऐसी ही कुछ कहानी है लखनऊ के प्रमुख गोमती नदी की। गोमती उत्तर प्रदेश की प्रमुख नदियों में से एक है तथा इसकी कुल लम्बाई 900 किलो मीटर की है। यह नदी यहाँ के मैदानी भागों में जल की उपलब्धता कराती है। लखनऊ शहर को बसाते वक्त यह ध्यान में रखा गया था कि शहर नदी की शीतलता के करीब रहे और ऐसा किया भी गया और लखनऊ बड़ी खूबसूरती से बसाया गया। आज वर्तमान में करीब तीन शताब्दियों के बाद ना वो बसाया हुआ लखनऊ शहर बचा है ना ही वो नदी जो कलकल कलरव करती बहा करती थी। अब बची है तो बस प्रदूषण की मार झेलती गोमती “नाला”। गोमती का उद्गम पीलीभीत जिले के माधोटान्डा नामक स्थान से होता है। कई जिलों से होते हुए यह नदी गंगा में मिल जाती है। गोमती नदी का विवरण पुराणों में भी किया गया है। पुराणों के अनुसार गोमती वशिष्ट मुनी की पुत्री है। ऐसी मान्यता है की एकादशी में गोमती में स्नान करने पर सारे पाप धुल जाते हैं। हिंदू ग्रन्थ श्रीमद्भागवत गीता के अनुसार गोमती उन पवित्र नदियों में से हैं जो मोक्ष प्राप्ति का मार्ग हैं। पौराणिक मान्यता ये भी है कि रावण वध के पश्चात "ब्रह्महत्या" के पाप से मुक्ति पाने के लिये भगवान श्री राम ने भी अपने गुरु महर्षि वशिष्ट के आदेशानुसार इसी पवित्र पावन आदि-गंगा गोमती नदी में स्नान किया था एवं अपने धनुष को भी यहीं पर धोया था और स्वयं को ब्राह्मण की हत्या के पाप से मुक्त किया था। आध्यात्म से जुड़ी यह नदी आज अपनी आखरी सासें ले रही है। लखनऊ में मात्र वर्षा ऋतु में इस नदी के बहाव को देखा जा सकता है अन्यथा यह नदी एक नाले के रूप में सिकुड़ जाती है। रोज कितने ही प्रकार के रसायन इस नदी में पड़ते रहते हैं। कपड़ों का रंग आदि इस नदी के जीवन के लिये खतरा बन रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो वो दिन दूर नही जब गोमती, सरस्वती नदी की तरह मात्र एक कहानी बन जायेगी।


RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id