भूकंप मुख्य रूप से एक प्राकृतिक आपदा है, जो तब आता है, जब पृथ्वी के दो खंड या प्लेटे आपस में रगड़ती हैं, या टक्कर के कारण अचानक एक-दूसरे के नीचे खिसक जाती हैं। जिस सतह पर वे फिसलती हैं, उसे फॉल्ट या फॉल्ट प्लेन (Fault plane) कहा जाता है। पृथ्वी की सतह के नीचे का वह स्थान जहाँ से भूकंप शुरू होता है, हाइपोसेंटर (Hypocenter) कहलाता है, और पृथ्वी की सतह पर इसके ठीक ऊपर का स्थान एपिसेंटर (Epicenter) कहलाता है। जब फॉल्ट के किनारें आपस में चिपक जाते हैं, और शेष ब्लॉक गतिशील होते हैं, तो वह ऊर्जा जो सामान्य रूप से ब्लॉक को एक दूसरे के नीचे खिसकाने का कारण बनती है, संग्रहित होती जाती है। जब गतिमान ब्लॉकों का बल अंततः फॉल्ट के दांतेदार किनारों के घर्षण से मुक्त होकर अलग हो जाता है, तब संचित ऊर्जा मुक्त हो जाती है। तालाब की लहरों के समान फॉल्ट से ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में सभी दिशाओं में बाहर की ओर विकीर्ण होती है। भूकंपीय तरंगें जैसे-जैसे पृथ्वी पर आगे बढ़ती है, पृथ्वी को हिलाती हैं, और जब तरंगें पृथ्वी की सतह पर पहुँचती हैं, तो वे भूमि और उस पर मौजूद हर वस्तु जैसे हमारे घर आदि को हिलाने लगती हैं। तो चलिए इन दो वीडियो के माध्यम से कुछ डरावने भूकंपों पर एक नज़र डालते हैं, तथा जानते हैं कि भूकंप क्यों आते हैं।