प्रतिकूल मौसम में आउटडोर खेलों के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध करवाते हैं. रिट्रैक्टेबल रूफ

लखनऊ

 18-06-2021 09:35 AM
वास्तुकला 1 वाह्य भवन

रिट्रैक्टेबल रूफ (Retractable Roof) या वापस लेने योग्य या हटाने योग्य छत,एक ऐसी छत प्रणाली है, जिसकी मदद से कुछ ही समय में किसी खुले परिसर में छत लगायी भी जा सकती है, और फिर वापस हटायी भी। इस तकनीक का आविष्कार डेविड एस मिलर (David S. Miller) ने 1963 में किया था, जो कि अमेरिका (America) में रोलामैटिक रिट्रैक्टेबल रूफ (Rollamatic Retractable Roof) के संस्थापक थे। हालांकि इस तकनीक को 1963 में डेविड मिलर ने अमेरिका में विकसित किया था, लेकिन अमेरिका, यूरोप (Europe), कनाडा (Canada), ऑस्ट्रेलिया (Australia), जापान (Japan) और चीन (China) के कई स्टेडियम, 50 से अधिक वर्षों से इसका उपयोग कर रहे हैं।तो चलिए आज समझने की कोशिश करते हैं, कि रिट्रैक्टेबल रूफ प्रणाली क्या है।
रिट्रैक्टेबल रूफ प्रणाली को परिस्थितियों या वातावरण के अनुसार एक परिवेश या मार्ग की छत को तुरंत हटाने के लिए डिज़ाइन किया गया है,ताकि एक विशेष उद्देश्य के लिए बनायी गई जगह का आंतरिक भाग ऊपर की ओर से खुला रहे। 1958 में, डेविड मिलर ने सैन फ्रांसिस्को (San Francisco) में डायमंड हाइट्स हाउस (Diamond Heights house) के केंद्र आंगन के लिए पूरी तरह से स्वचालित रिट्रैक्टेबल रूफ को डिजाइन कर उसका निर्माण किया था। हालांकि, इसका मूल्य अधिक था, लेकिन इसके बावजूद भी यह जल्दी बिक गया। अपने इस आविष्कार के तुरंत बाद मिलर ने अपने डिजाइन का पेटेंट कराया और अपना ध्यान रिट्रैक्टेबल रूफ को डिजाइन करने और उसे निर्मित करने की ओर केंद्रित किया। रिट्रैक्टेबल छत को कभी-कभी ऑपरेटिंग छत या पीछे हटने योग्य स्काइलाईट (Skylights) के रूप में भी जाना जाता है। रिट्रैक्टेबल या वापस हटाने योग्य छतों का उपयोग आवासों, रेस्तरां और बार, स्वीमिंग़ केंद्रों और अन्य ऐसे स्थानों पर किया जाता है, जो एक बटन को दबाने से ही खुली हवा का अनुभव प्रदान करना चाहते हैं। यूं, तो ये किसी भी आकार में उपलब्ध हैं, लेकिन इसके सामान्य या अधिकतर उपयोग किए जाने वाले आकार समतल, पर्वत या टीले का आकार,गुंबदाकार आदि हैं। स्टेडियम रिट्रैक्टेबल रूफ का उपयोग आम तौर पर उन स्थानों में किया जाता है, जहां संबंधित खेल के मौसम के दौरान या तो मौसम खराब होता है, या फिर अत्यधिक गर्मी या अत्यधिक ठंड पडती है, ताकि पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले आउटडोर खेलों को अनुकूल परिस्थितियों में खेला जा सके, तथा ऐसे मौसम में खेल को देखने वाले दर्शकों को भी उचित सुविधा मिल सके।
अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत, मुख्य रूप से 1960, 1970 और 1980 के दशक की शुरुआत के दौरान बनाए गए गुंबद और रिट्रैक्टेबल रूफ मौसम के अधिक अनुकूल होने पर आउटडोर खेलों को पारंपरिक रूप से खेलने की अनुमति देते हैं, अर्थात जब मौसम अनुकूल होता है, तब स्टेडियम की छत को फिर से हटाया जा सकता है। रिट्रैक्टेबल रूफ का दूसरा उद्देश्य घास वाले खेल के मैदान का विकास करना है, विशेषकर ऐसे वातावरण में जहां तापमान अत्यधिक गर्म और अत्यधिक ठंडा होता है। पहला रिट्रैक्टेबल रूफ स्पोर्ट्स स्थल संयुक्त राज्य अमेरिका में पिट्सबर्ग, पेंसिल्वेनिया (Pittsburgh, Pennsylvania) का सिविक एरेना (Civic Arena), जिसे बाद में मेलन एरेना (Mellon Arena) कहा गया,था।इसे पिट्सबर्ग सिविक लाइट ओपेरा के लिए 1961 में निर्मित किया गया था। वास्तुशिल्प के संदर्भ में रिट्रैक्टेबल रूफ के आकार, सामग्री आदि में स्टेडियम से स्टेडियम तक काफी भिन्नताएं हैं। उदाहरण के लिए अमेरिका के फेमिली फील्ड (Family Field) में पंखे की शैली की छत है, जबकि जापान के टोयोटा स्टेडियम (Toyota Stadium) में अकोर्डियन (Accordion) जैसी छत है। अधिकांश रिट्रैक्टेबल रूफ को धातु से बनाया जाता है, हालांकि कुछ जल प्रतिरोधी फेब्रिक से भी बने होते हैं। भारत में इस तकनीक का उपयोग करने वाला पहला और एकमात्र स्टेडियम, 2020 में बनाया गया राजकोट सिटी क्रिकेट स्टेडियम है। इसकी छत, ऑस्ट्रेलिया (Australia) के डॉकलैंड्स (Docklands) स्टेडियम की छत के समान है। इसका निर्माण इसलिए किया गया था, क्यों कि रणजी स्तर पर खेले जाने वाले कई मैचों को शहर में लंबे समय तक चलने वाले मानसून के कारण रोक दिया जाता था। छत के निर्माण के बाद, टीमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खेलों में बिना किसी रुकावट के मैचों को पूरा करने में सक्षम हैं। हमारे लखनऊ में भी एक नया स्टेडियम, इकाना (Ekana) स्टेडियम तैयार किया गया है।
लेकिन इसमें रिट्रैक्टेबल रूफ तकनीक का उपयोग नहीं किया गया है। इसकी बजाय इसमें फिक्स्ड टेंसाइल स्ट्रकचर रूफ शेड (Fixed tensile structure roof shades) का उपयोग किया गया है। इकाना स्टेडियम का पूरा नाम भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम है, जिसका निर्माण सार्वजनिक-निजी साझेदारी के तहत किया गया है। 50,000 लोगों की बैठने की क्षमता के साथ, यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है।भले ही इस स्टेडियम में रिट्रैक्टेबल रूफ तकनीक का उपयोग नहीं किया गया है, लेकिन लखनऊ के कुछ महंगे निजी घरों ने पहले से ही इस तकनीक का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। लखनऊ के मौसम के संदर्भ में यह छत अत्यधिक उपयोगी है, तथा इसका उपयोग घरेलू और वाणिज्यिक दोनों रूपों में किया जा सकता है।

संदर्भ
https://bit.ly/2RYjvxY
https://bit.ly/3grj2O5
https://bit.ly/3pZwbRC
https://bit.ly/3voaI6h
https://bit.ly/3pWdpdY

चित्र संदर्भ
1. जोहान क्रूफ़ एरिना वापस लेने योग्य छत retractable roof को खोले और बंद किए जाने का एक चित्रण (wikimedia)
2. नेशनल स्टेडियम, वारसॉ (Warsaw) का एक चित्रण (wikimedia )
3. बीसी प्लेस रिट्रैक्टेबल रूफ डिटेल स्ट्रक्चर का एक चित्रण (flickr) 4. EKANA क्रिकेट स्टेडियम लखनऊ का एक चित्रण (Youtube)



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