समय - सीमा 266
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1070
मानव और उनके आविष्कार 841
भूगोल 252
जीव-जंतु 313
| Post Viewership from Post Date to 21- Mar-2021 (5th day) | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Readerships (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 3166 | 67 | 0 | 3233 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
79 लाख से अधिक संभावित टीके के प्राप्तकर्ता पहले ही प्रमुख Co-WIN प्रौद्योगिकी मंच पर पंजीकृत हो चुके हैं, जो टीके के भंडार की वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करेगा और व्यक्तिगत प्राप्तकर्ताओं को चिह्नित करेगा। राज्यों को दिए गए परिचालन दिशानिर्देशों के अनुसार, समूहों की प्राथमिकता "बीमारी की घटना और मौजूदा महामारी की स्थिति" पर निर्भर करेगी। इन तीन प्राथमिकता समूहों में अभियान के लिए समय की उपलब्धता टीकाकरण द्वारा निर्देशित की जाएगी। कोविड टीकाकरण के लिए प्रत्येक पात्र व्यक्ति को Co-WIN पर पंजीकृत होना चाहिए और विभिन्न प्राथमिकता समूहों को चिह्नित करने के लिए एक तंत्र बनाया गया है। कोविड-19 के लिए टीकाकरण स्वैच्छिक है। हालांकि, इस बीमारी के खिलाफ एक स्वयं की रक्षा के लिए कोविड-19 टीके की पूरी सारणी प्राप्त करना उचित है और इस बीमारी के प्रसार को परिवार के सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदारों और सहकर्मियों सहित करीबी संपर्कों तक सीमित करना है। साथ ही भारत में पेश की गई कोविड-19 का टीका उतना ही प्रभावी होगा जितनी कि अन्य देशों द्वारा विकसित टीका होगा। इसकी सुरक्षा और प्रभावकारिता को सुनिश्चित करने के लिए टीके का परीक्षण विभिन्न चरणों में किया जाता है।
भारतीय वैक्सीन (Vaccine) निर्माता संयुक्त राज्य अमेरिका (United States) और रूस (Russia) द्वारा विकसित अधिक कोविड-19 टीके बनाने की योजना भी बना रहे हैं, जिसमें जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) भी शामिल है। भारतीय वैक्सीन के एक शीर्ष अधिकारी ने जनवरी में रॉयटर्स (Reuters) को बताया कि सरकार ने भारत में अपने टीके बनाने के बारे में अमेरिकी कंपनियों (Companies) फाइजर इंक (Pfizer Inc) और मॉडर्ना इंक (Moderna Inc) के साथ भी चर्चा की थी। वहीं भारत, भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और राज्य द्वारा संचालित इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) द्वारा निर्मित टीके ब्राजील (Brazil), फिलीपींस (Philippines) और जिम्बाब्वे (Zimbabwe) सहित 40 देशों को बेचने की कोशिश कर रहा है। भारत बायोटेक का कहना है कि यह एक साल में लगभग 700 मिलियन खुराक बना सकता है।
भारत द्वारा बांग्लादेश (Bangladesh), म्यांमार (Myanmar) और नेपाल (Nepal) सहित क्षेत्रीय पड़ोसियों को उत्पादित एस्ट्राजेनेका/ऑक्सफोर्ड जैब्स (AstraZeneca/Oxford jabs) की आपूर्ति भी की गई है, जो न केवल वैश्विक दक्षिण में सस्ते और सुलभ टीकों के आपूर्तिकर्ता के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को मजबूत कर रहा है, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर चीन के प्रयासों को भी चुनौती दे रहा है। फरवरी की शुरुआत में, चीनी सिनोपहार्म (Chinese Sinopharm) कोविड-19 वैक्सीन की डेढ़ मिलियन खुराक पाकिस्तान (Pakistan) में भेजी, इससे पहले जल्द ही कंबोडिया (Cambodia), नेपाल (Nepal), सिएरा लियोन (Sierra Leone) और जिम्बाब्वे (Zimbabwe) सहित 13 अन्य देशों में भी भेजी। पाकिस्तान में चीनी राजदूत ने इसे उनके भाईचारे की अभिव्यक्ति के रूप में घोषित किया जो पाकिस्तानी सरकार द्वारा प्रतिध्वनित किया गया। रूस (Russia) ने मित्रों और समर्थन को जीतने के लिए अपने स्वयं के स्पुतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन का उपयोग किया है, ताकि देशों तक पहुंच प्रदान की जा सके, क्योंकि वे अपने स्वयं के टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करने में असमर्थ हैं।
A. City Readerships (FB + App) - This is the total number of city-based unique readers who reached this specific post from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Messaging Subscribers - This is the total viewership from City Portal subscribers who opted for hyperlocal daily messaging and received this post.
D. Total Viewership - This is the Sum of all our readers through FB+App, Website (Google+Direct), Email, WhatsApp, and Instagram who reached this Prarang post/page.
E. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.