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मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रसिद्ध शहर है, जिसके नाम का अर्थ है, मृतकों का टीला। यह उस युग की प्रसिद्ध और
शुरूआती सभ्यता में से एक है। यहां खुदाई के दौरान अनेकों चीजें पायी गयी, जिनमें विभिन्न बर्तन, पत्थर, मुहरें, मूर्तियाँ आदि शामिल थे। इस सभ्यता की विभिन्न मुहरों से पता चलता है कि, उनके पास एक व्यापारिक प्रणाली भी थी। मेसोपोटामिया (Mesopotamia) का निकटवर्ती क्षेत्र सिंधु घाटी सभ्यता के
लिए व्यापार का देश था। इस सभ्यता में एक दुर्ग या गढ़ और निचला शहर भी मौजूद था।
निचले शहर में कामकाजी लोग रहते हैं, जहां समान आकार
के विभिन्न घर मौजूद थे। इन घरों को समान
आकार की ईंटों से बनाया गया था। इन घरों
में विभिन्न प्रयोजनों के लिए अनेकों कमरे बनाए गये थे। शहर को धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, सभागार आदि केंद्रों में विभाजित किया गया था। इस सभ्यता में बनायी गयी जल निकासी प्रणाली हम
सभी के लिए अद्भुत है। इस सभ्यता के अंत को लेकर अनेकों धारणाएं मौजूद हैं। एक धारणा के अनुसार इसका अंत विस्फोट के कारण
हुआ, जबकि अन्य धारणा के अनुसार यह प्राकृतिक आपदा
के कारण समाप्त हुई। इस सभ्यता का अंत चाहे किसी भी प्रकार से हुआ हो, लेकिन यह इतनी अद्भुत थी कि, इसे हम आज भी याद करते हैं।
संदर्भ: