रेडियो दूरबीनों के अंतर्राष्ट्रीय तंत्र की ऐतिहासिक उपलब्धि है, ईवेंट होरिजन टेलीस्कोप

लखनऊ

 22-11-2020 10:08 AM
द्रिश्य 1 लेंस/तस्वीर उतारना
एक ब्लैक होल (Black hole) और उसकी छाया को पहली बार एक छवि में कैद किया गया, जो रेडियो दूरबीनों के अंतर्राष्ट्रीय तंत्र की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिसे ईवेंट होरिजन टेलीस्कोप (Event Horizon Telescope-EHT) कहा जाता है। EHT एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग है, जिसका समर्थन राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन (Foundation) सहित संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में है। ब्लैक होल एक अत्यंत सघन वस्तु है, जिससे कोई भी प्रकाश छिप नहीं सकता। ब्लैक होल के ‘ईवेंट होरिजन’ के भीतर जो भी चीज़ आती है, वह कभी वापस नहीं लौट सकती, उसे निगल लिया जाता है। वह कभी वापस भी उत्पन्न नहीं हो सकती, जिसका मुख्य कारण ब्लैक होल का अकल्पनीय मजबूत गुरुत्वाकर्षण है। अपनी स्वतंत्र प्रकृति की वजह से इसे देखा नहीं जा सकता। लेकिन वह समतल सपाट गोल डिस्क (Disk), जो इसे घेरती है, बहुत तेज चमकती है। एक उज्ज्वल पृष्ठभूमि के कारण ब्लैक होल छाया के जैसा प्रतीत होता है। कुछ शानदार नई छवियां, मेसियर 87 (Messier - M87- मेसियर 87 एक दीर्घवृत्ताकार आकाशगंगा है, जो कि, पृथ्वी से लगभग 550 लाख प्रकाश वर्ष दूर है) के केंद्र में, सुपरमैसिव (Supermassive) ब्लैक होल की छाया दिखाती है। इस ब्लैक होल का द्रव्यमान सूर्य के द्रव्यमान से 650 करोड़ गुना है। इसकी छाया की छवि को लेने के लिए दुनिया भर में आठ भूमि-आधारित रेडियो टेलीस्कोप स्थापित किए गये हैं, जो एक साथ काम करते हैं। EHT के निष्कर्षों को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अन्तरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration-NASA) के कई अंतरिक्ष यान इस बड़े प्रयास का हिस्सा थे, जिन्हें EHT के मल्टीवेवलेंथ वर्किंग ग्रुप (Multi wavelength Working Group) द्वारा समन्वित किया गया था, ताकि प्रकाश के विभिन्न तरंग दैर्ध्य का उपयोग करके ब्लैक होल का निरीक्षण किया जा सके। इस प्रयास के हिस्से के रूप में, नासा के चंद्र एक्स-रे वेधशाला (Chandra X-ray Observatory), परमाणु स्पेक्ट्रोस्कोपिक टेलीस्कोप ऐरे (Nuclear Spectroscopic Telescope Array-NuSTAR), और नील गेहर्ल्स स्विफ्ट वेधशाला अंतरिक्ष दूरबीन मिशन (Neil Gehrels Swift Observatory space telescope missions), सभी एक्स-रे प्रकाश की विभिन्न किस्मों से जुड़े थे, जिन्होंने अप्रैल 2017 में EHT के समान M87 ब्लैक होल का अवलोकन किया। नासा के फर्मी गामा-रे स्पेस (Fermi Gamma-ray Space) टेलीस्कोप ने भी EHT के अवलोकन के दौरान M87 से निकलने वाले गामा-रे प्रकाश में होने वाले परिवर्तनों का अवलोकन किया। जब EHT ब्लैक होल के वातावरण की संरचना में परिवर्तन देख रही थी, तब इन मिशनों और अन्य दूरबीनों के आंकड़ों का इस्तेमाल आस-पास होने वाले परिवर्तनों का पता लगाने में किया जा रहा था।
संदर्भ:
https://www.youtube.com/watch?v=NWDFyp0q6Cc
https://www.youtube.com/watch?v=qpYcCI9uzKo
https://www.nasa.gov/mission_pages/chandra/news/black-hole-image-makes-history


RECENT POST

  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM


  • आइए जानें, लखनऊ के कारीगरों के लिए रीसाइकल्ड रेशम का महत्व
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:26 AM


  • वर्तमान उदाहरणों से समझें, प्रोटोप्लैनेटों के निर्माण और उनसे जुड़े सिद्धांतों के बारे में
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id