अवधी बंदूकें और ब्रिटिश साम्राज्य

लखनऊ

 18-09-2020 11:28 AM
हथियार व खिलौने

ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) और भारतीय रियासतों के बीच ब्रिटिश (British) जानकारियों को उजागर होने से रोकने और भारतीय विकास को दबाना सबसे बड़ा मोर्चा था। कोई भी भारतीय रोमन कैथोलिक (Roman Catholic) या किसी भी अन्य देश का रोमन कैथोलिक सेना की प्रयोगशाला या सैन्य संबंधी परिसर में दाखिल हो सकता था। चाहे उत्सुकता वश या वहां के कर्मचारी होने के नाते सेना के नजदीक जाने की कोशिश करते कि आखिर वहां चल क्या रहा है? यह जानकारी साझा करने का यूरोपीय तरीका था। ज्ञान के क्षेत्र में भारतीय रियासतों से दूसरे यूरोपीय लोगों के बीच में ज्ञान और कौशल की जानकारी साझा हुई। 1760 के अंतिम हिस्से में ब्रिटिश प्रशासकों ने बार-बार अवध के नवाब शुजा-अल-दौलाह (Shujā-al-Dawlah) को हथियारों के लिए मना कर दिया। इसके बाद नवाब ने फैजाबाद में हथियार बनाना शुरू किया। इसमें लखनऊ की बड़ी भूमिका रही। शस्त्रागार बनाने और विकसित करने में तत्कालीन नवाब के रास्ते में अड़चनें डालकर ब्रिटिश शासकों ने उसका खूब लाभ उठाया। इस तरह अवधी बंदूक निर्माण को अंतिम रूप से ब्रिटिश शासकों ने रोक दिया।

18वीं शताब्दी में भारतीय हथियार उतने ही परिष्कृत थे, जितने यूरोपीय हथियार। इसके बाद ब्रिटिश शासन ने आकर इस उद्योग को समेट दिया। उस समय उत्तरी-पश्चिमी यूरोप और पूर्वी तथा दक्षिण एशिया में लोग दीर्घ जीवी होते थे, खपत की दर और आर्थिक विकास की क्षमताएं भी बराबरी पर थी। तब ताकत ने हर जगह ज्ञान को साझा करने की प्रक्रिया को प्रभावित किया। उदाहरण के लिए ब्रिटेन (Britain) में सेना से जुड़े सरकारी दफ्तर आविष्कारको को अपने आविष्कार पेटेंट (Patent) करने से रोकने में लगे रहते थे। इससे जरूरी चीजों की आपूर्ति रुक गई। ब्रिटिश उद्योगपति एशिया के कपड़ों की नकल करते थे और औपनिवेशिक चुनौतियों को टक्कर देने की नीति बनाते थे।

ईस्ट इंडिया कंपनी ब्रिटिश हथियार भारत में भेजती थी। व्यावसायिक लाभ के लिए वे उपहार के तौर पर भी हथियार देती थी। 1690 तक कंपनी ने 1000 टन तक हथियार निर्यात किए। शायद ही ऐसा कोई जहाज उन दिनों आता हो, जो तोप और छोटे हथियार ना बेचता हो। ब्रिटिश अपने दुश्मनों के यहां हथियारों के जमाव से चिंतित रहते थे। उन्हें इस बात की चिंता थी कि भारतीय ज्यादा ज्ञान हासिल करके बेहतर हथियारों का निर्माण कर लेंगे। स्वदेशी आयुध निर्माण को कुचल कर रख देना ब्रिटिश उपनिवेशवाद के लिए जरूरी हो गया था।

18वीं शताब्दी में ब्रिटेनवासी यकीन करने लगे थे कि सरकार घरेलू स्तर पर औद्योगिक विकास चाहती है और बाहरी जगत में दमन, वे समझ गए थे कि उन्हें खुद भी यह पहचानना चाहिए कि किस तरह युद्ध ने ब्रिटेन के औद्योगिक भविष्य और उसके उपनिवेश को नया आकार दिया। इस तरह शक्ति हमेशा ज्ञान को साझा करने के तरीकों को अपनी पसंद का आकार देती है।

सन्दर्भ :
https://bit.ly/3f3LoLK
https://aeon.co/essays/is-the-gun-the-basis-of-modern-anglo-civilisation

चित्र सन्दर्भ :
मुख्य चित्र में मस्कट राइफल दिखाई गयी हैं। (Wikipedia)
दूसरे चित्र में एक भारतीय ब्रिटिश सैनिक बन्दूक पकडे हुए दिखाई दे रहा है। (Pexels)
भारत में बनाई जाने वाली बन्दूक जिसके ऊपर नक्काशी भी दिखाई गयी है। (Aeon)

हमारे प्रायोजक:
​Move into a smart city that offers a beautiful blend of private and social life. ORO City showcases both 2 & 3 BHK Apartments in Lucknow to offer you the lifestyle you desire. All Apartments here breathe in the fresh air and offer you the unparalleled luxury of space at a price that suits your budget. We take the status of Apartments in Lucknow to an upper notch. Planned with carefully designed private spaces, these villas truly respect your privacy.


RECENT POST

  • विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र व प्रादेशिक जल, देशों के विकास में होते हैं महत्वपूर्ण
    समुद्र

     23-11-2024 09:29 AM


  • क्या शादियों की रौनक बढ़ाने के लिए, हाथियों या घोड़ों का उपयोग सही है ?
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     22-11-2024 09:25 AM


  • होबिनहियन संस्कृति: प्रागैतिहासिक शिकारी-संग्राहकों की अद्भुत जीवनी
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:30 AM


  • अद्वैत आश्रम: स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं का आध्यात्मिक एवं प्रसार केंद्र
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:32 AM


  • जानें, ताज महल की अद्भुत वास्तुकला में क्यों दिखती है स्वर्ग की छवि
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:25 AM


  • सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध अमेठी ज़िले की करें यथार्थ सैर
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:34 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर जानें, केम्ब्रिज और कोलंबिया विश्वविद्यालयों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:33 AM


  • क्या आप जानते हैं, मायोटोनिक बकरियाँ और अन्य जानवर, कैसे करते हैं तनाव का सामना ?
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:20 AM


  • आधुनिक समय में भी प्रासंगिक हैं, गुरु नानक द्वारा दी गईं शिक्षाएं
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:32 AM


  • भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक क्षेत्रों में से एक बन गया है स्वास्थ्य देखभाल उद्योग
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:22 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id