स्वस्थ समाज बनाम एक सहगमन

लखनऊ

 12-09-2020 10:19 AM
व्यवहारिक

भारतीय समाज में एकपत्नीत्व और एकपतित्व की प्रथा सामाजिक और कानूनी तौर पर पुराने समय से चलती चली आ रही है। पशु समाज में भी इस प्रकार के उदाहरण देखने को मिलते हैं। अपनी पसंद के जोड़े अपने लिए जगह बना ही लेते हैं। भारतीय समाज में महाभारत काल में बहुपतित्व का उदाहरण पांचाली का पांच पांडवों को पति के रूप में स्वीकारना मिलता है। भगवान कृष्ण की भी 16000 पत्नियां बताई जाती हैं। मुस्लिम समाज में भी बहुपत्नी प्रथा पुराने समय से चली आ रही है। राज परिवारों में भी राजा की कई रानियों का उल्लेख मिलता है। इसी प्रसंग में एक तथ्य यह भी है कि 2020 की कोरोना महामारी के दौरान इंटरनेट पर डेटिंग एप्स (Dating Apps) का जबरदस्त प्रयोग लोगों ने किया।

इतिहास
भारत ने विवाहेतर संबंध प्रतिबंधित हैं। प्राचीन भारत में बहुविवाह का प्रचलन अभिजात्य और राज परिवारों में था, लेकिन आम जीवन में एक पति/एक पत्नी का ही चलन था। ब्रिटिश उपनिवेश में मुस्लिम राज्यों में पतियों को कई पत्नियां रखने की अनुमति थी। लाहौर में जब महाराजा रणजीत सिंह का अंतिम संस्कार हुआ, तो उनके साथ उनकी चार रानियां और सात उप-स्त्रियां सती हुई थी, जिनका उल्लेख महाराजा की समाधि पर लिखा हुआ है। 1956 में बहु पति/ पत्नी असंवैधानिक घोषित हुआ।

इस प्रकार भारतीय समाज में एक पत्नी/ पति प्रथा हमेशा से सर्व स्वीकृत रही है। समाज सुधारकों में राजा राम मोहन रॉय, ईश्वर चंद्र विद्यासागर, दयानंद सरस्वती ने प्रमुख रूप से बहुपत्नी प्रथा का विरोध किया। स्तनधारी पशुओं में भी एक जोड़े की प्रथा देखने में आती है। अपने बच्चों की देखभाल, खानपान, सुरक्षा और अच्छी परवरिश के लिए यह मिलकर परिवार पालते हैं।

कोरोना महामारी और बढ़ता डेटिंग एप का प्रयोग
कोरोना महामारी के दौरान घरों के एकांत से बहुत से लोग इंटरनेट के तमाम ऐप पर नए साथी ढूंढते पाए गए हैं। अलग-अलग ऐप्स ने अपने आंकड़े देकर यह बताया कि लॉकडाउन से पहले और बाद में इन एप्स के प्रयोग की दर में जबरदस्त फर्क दिख रहा है। लॉकडाउन के दौरान अचानक इन एप्स के प्रयोग की बाढ़ सी आ गई है।

सन्दर्भ :
https://www.huffingtonpost.in/entry/indians-dating-app-lockdown_in_5ec9796dc5b607a94dedb946
https://en.wikipedia.org/wiki/Monogamy_in_animals
https://www.nytimes.com/2013/08/02/science/monogamys-boost-to-human-evolution.html(pros and cons)
http://www.yourarticlelibrary.com/marriage/hindu-marriages-monogamy-polyandry-and-polygamy/47456(India)
https://en.wikipedia.org/wiki/Polygamy_in_India

चित्र सन्दर्भ :
मुख्य चित्र में एक एकल सहगामी जोड़े को दिखाया गया है। (unsplash)
दूसरे चित्र में एकल सहगामी पक्षी (हंस का जोड़ा) दिखाया गया है। (pexels)
तीसरे चित्र में विभिन्न एकल सहगामी जीव-जंतु दिखाई दे रहे हैं। (Prarang)
चौथे चित्र में सती प्रथा का चित्रण है। (Wikimedia)
अंतिम चित्र ऑनलाइन डेटिंग एप्प्स को सदर्भित कर रहा है। (Prarang)



RECENT POST

  • जानें, प्रिंट ऑन डिमांड क्या है और क्यों हो सकता है यह आपके लिए एक बेहतरीन व्यवसाय
    संचार एवं संचार यन्त्र

     15-01-2025 09:32 AM


  • मकर संक्रांति के जैसे ही, दशहरा और शरद नवरात्रि का भी है एक गहरा संबंध, कृषि से
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     14-01-2025 09:28 AM


  • भारत में पशुपालन, असंख्य किसानों व लोगों को देता है, रोज़गार व विविध सुविधाएं
    स्तनधारी

     13-01-2025 09:29 AM


  • आइए, आज देखें, कैसे मनाया जाता है, कुंभ मेला
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     12-01-2025 09:32 AM


  • आइए समझते हैं, तलाक के बढ़ते दरों के पीछे छिपे कारणों को
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     11-01-2025 09:28 AM


  • आइए हम, इस विश्व हिंदी दिवस पर अवगत होते हैं, हिंदी के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसार से
    ध्वनि 2- भाषायें

     10-01-2025 09:34 AM


  • आइए जानें, कैसे निर्धारित होती है किसी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत
    सिद्धान्त I-अवधारणा माप उपकरण (कागज/घड़ी)

     09-01-2025 09:38 AM


  • आइए जानें, भारत में सबसे अधिक लंबित अदालती मामले, उत्तर प्रदेश के क्यों हैं
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     08-01-2025 09:29 AM


  • ज़मीन के नीचे पाए जाने वाले ईंधन तेल का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कैसे होता है?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     07-01-2025 09:46 AM


  • परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में बिजली कैसे बनती है ?
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     06-01-2025 09:32 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id