सऊदी अरब द्वारा कोविड-19 की चुनौती को ध्यान में रखते हुए 2020 की हज यात्रा के लिए विदेशी तीर्थ यात्रियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा के अगले दिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने प्रदेश के हाजियों के पंजीकरण निरस्त करते हुए, उन्हें उनकी रकम वापसी पाने के लिए आवेदन करने की घोषणा की। साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि हज कमेटी में जमा कराई गई रकम बिना किसी कटौती के उनके बैंक खातों में वापस कर दी जाएगी।
हज हाउस, लखनऊ उत्तर प्रदेश के लखनऊ शहर में सरोजनी नगर स्थित हज हाउस, हज यात्रियों के लिए रहने का प्रबंध करता है। भारत का सबसे बड़ा राज्य होने के कारण, उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा कोटा हज यात्रियों के लिए होता है। इसी हज हाउस में उत्तर प्रदेश हज कमेटी का दफ्तर स्थित है। इसी हज हाउस में कोविड केयर सेंटर(Covid Care Center) की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। हज पर जाने से पहले हज यात्री यहां रुकते हैं। स्वयं जिलाधिकारी यहां की कोविड-19 स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करते हैं। उन्होंने नगरपालिका को यहां की सफाई और यहां भर्ती मरीजों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। पिछले दिनों हुई एक घटना में हज हाउस की बाउंड्री को केसरिया रंग से पोता गया। प्रशासन का आरोप है कि ऐसा ठेकेदार की लापरवाही के चलते हुआ। इस पर मचे विवाद का परिणाम यह हुआ कि दोबारा बाउंड्री की पुताई उसके मूल रंग- हरे और सफेद से कर दी गई।© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.