भोजन के सूक्ष्म परीक्षण में मछली पालन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। दुनिया भर में मछली, लोगों के आहार में प्रोटीन के रूप में महत्वपूर्ण योगदान देती है। यह अनुमान लगाया गया है कि सभी जानवरों का 15 से 20 प्रतिशत प्रोटीन जलीय जीवों से ही आता है। वर्तमान समय में जैसा कि हम जानते हैं, कि पूरा विश्व कोविड-19 की महामारी से जूझ रहा है तथा इस समय अनेक देशों में तालाबंद की स्थिति बनी हुई है। इस अवस्था में रेस्तरां, होटल और खानपान व्यवसाय भी बंद हैं, जहां ताजा समुद्री भोजन की मांग अत्यधिक होती है। इस प्रकार इन क्षेत्रों में ताजा समुद्री भोजन की मांग में अत्यधिक गिरावट आयी है। यह व्यापार लड़खड़ा गया है, क्योंकि परिवहन प्रतिबंध आपूर्ति श्रृंखलाओं के उत्पाद को आगे बढ़ने से रोकते हैं। यूरोपीय संघ, अमेरिका, चीन और कई अन्य देशों में खाद्य सेवा क्षेत्र लगभग पूरी तरह से बंद हो गया है। इस क्षेत्र में बड़ी मात्रा में मछली और समुद्री भोजन का सेवन किया जाता है। इंडोनेशिया जैसे देश तालाबंद के तहत नहीं हैं, तथा अभी भी उत्पादों का उत्पादन कर रहे हैं। लेकिन परिवहन अवरोधों के कारण वे अन्य देशों से आने वाली बढ़ी हुई माँग की आपूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं, तथा शीत गृह में अधिक उत्पाद इकट्ठा कर रहे हैं।
खपत आमतौर पर तटीय क्षेत्रों में अधिक होती है। मछली दुनिया के कई क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा में योगदान देती है, तथा विविध और पौष्टिक आहार के लिए एक मूल्यवान पूरक प्रदान करती है। यह न केवल उच्च मूल्य का प्रोटीन प्रदान करता है, बल्कि आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों, खनिजों और फैटी एसिड (Fatty acids) की एक विस्तृत श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी है। विकासशील देशों की अधिकतर आबादी अपने दैनिक आहार के हिस्से के रूप में मछली पर निर्भर हैं। मछली अमीनो एसिड (Amino acids) का भी महत्वपूर्ण स्रोत है, जो अक्सर केवल सब्जी-आधारित आहार में कम मात्रा में मौजूद होता है।
वर्तमान समय में जहां अनेक खाद्य व्यवसाय बंद पड़े हैं, वहीं फिश कैनिंग (Fish canning) उद्योग उन क्षेत्रों में से एक है, जो अभी भी कोविड-19 महामारी के बीच बढ़ रहा है, क्योंकि, समुदाय की प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए क्षेत्र में प्रसंस्कृत उत्पादों की मांग बढ़ रही है। निर्यात, खुदरा और ऑनलाइन (Online) बाजारों के माध्यम से अवशोषित होने के अलावा, संसाधित डिब्बाबंद मछली का उपयोग सामाजिक सहायता उत्पादों में से एक के रूप में किया जा सकता है जो समुदाय की प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करते हैं। अपने सकारात्मक प्रदर्शन के बावजूद, मछली डिब्बाबंद उद्योग को महामारी की विभिन्न चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों में डिब्बे, सॉस (Sauce) आदि की कीमत में वृद्धि के साथ-साथ तालाबंद करने वाले देशों से आयातित मछली के कच्चे माल में कमी भी शामिल है।
डिब्बाबंद मछली एक ऐसी मछली होती है जिसे संसाधित किया जाता है, तथा एक वायुरोधी कंटेनर (Container) में सील किया जाता है। इसके बाद इसे अधिकतम ताप वाले उपकरण में गर्म किया जाता है। खाद्य पदार्थों को डिब्बाबंद करना भोजन को संरक्षित करने की एक विधि है, जोकि पदार्थों को एक से पांच साल तक का जीवन प्रदान करती हैं अर्थात एक से पांच साल तक वे पदार्थ संरक्षित रहते हैं। मछली में अम्लता उस स्तर की होती है, जिस पर रोगाणु पनप सकते हैं। इसलिए सार्वजनिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से, कम अम्लता (4.6 से अधिक pH) वाले खाद्य पदार्थों को उच्च तापमान (116-130 डिग्री सेल्सियस) के तहत उन्हें स्टरलाइज (Sterilize) यानि रोगाणुरोधी करने की आवश्यकता होती है।
रोगाणुरोधी हो जाने के बाद सूक्ष्मजीव डिब्बे के अंदर पनप नहीं सकते। मछली को खराब होने और उन्हें लम्बे समय तक रोगाणुरोधी बनाए रखने के लिए संरक्षण तकनीकों की आवश्यकता होती है तथा इसके लिए डिब्बाबंद भोज्य पदार्थों को डिजाईन (Design) किया गया है। कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए FMCG ब्रांड (Fast-Moving Consumer Good Brand), सेवा क्षेत्र के साथ भागीदार करके भारत की जनसंख्या के लिए निरंतर खाद्य आपूर्ति सुनिश्चित करना चाहती है। भारतीय उपभोक्ताओं की आवश्यक खाद्य पदार्थों तक आसान पहुँच प्रदान करने के लिए अब वे ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप (Online Food Delivery App) पर चुनिंदा उत्पाद बेच सकते हैं, और संकट के दौरान आबादी को घर में ही ठहरने में मदद कर सकते हैं। न्यूनतम क्षमता पर काम करने वाली कई FMCG कंपनियां अब भारत में विविध उद्योगों के ऑनलाइन खिलाड़ियों के साथ मिलकर भारतीय उपभोक्ताओं को आवश्यक सामान उपलब्ध कराने के लिए तर्कपूर्ण समाधान पर काम कर रही हैं, जोकि भारत को आर्थिक मंदी से भी बाहर निकालने में भी सहायक हो सकती हैं।
चित्र (सन्दर्भ):
1. मुख्य चित्र में कैन में रखी हुई मछलियां दिखाई गयी हैं।
2. दूसरे चित्र में सल्मोन मछली को कैन में दिखाया गया है।
3. तीसरे चित्र में कैन में उपलब्ध होने वाले समुद्री जीव दिखाई दे रहे हैं।
4. अंतिम चित्र में एक खुला हुआ मछली का कैन है।
संदर्भ:
https://www.cbi.eu/news/covid-19-disrupts-seafood-markets-production/
https://www.greenfacts.org/en/fisheries/l-2/06-fish-consumption.htm
https://www.idnfinancials.com/news/33831/fish-canning-industry-grows-covid-pandemic
https://www.foodprocessing-technology.com/comment/canned-goods-covid-19-pandemic/
https://en.wikipedia.org/wiki/Canned_fish
https://bit.ly/2YWsgd4
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