कार्य यात्राओं के रूप में सार्वजनिक परिवहन का प्रयोग मात्र 18.1% (लगभग) ही है। सन 2016 में एक सर्वेक्षण द्वारा प्रदत्त सामग्री (Data) बताती है कि देश में सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं का अभाव है और ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में अधिकतर नागरिक मुख्य रूप से परिवहन के निजी साधनों, जैसे साइकिल (लगभग 26.3 मिलियन) और मोटरसाइकिल (लगभग 25.4 मिलियन) पर निर्भर हैं। भारत में रेल, बसें और बड़े पैमाने पर परिवहन के अन्य साधन, जो ज्यादातर अतिभारित (Overloaded) और अक्सर अस्वच्छ होते हैं, कोरोना वायरस जैसी महामारी के दौरान उत्प्रेरक साबित हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में लखनऊ में मेट्रो, क्षेत्रीय बसों और परिवहन के अन्य सार्वजानिक साधनों में यात्रा के दौरान हमें अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। लखनऊ देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है, किन्तु कोरोना के कारण पर्यटन के क्षेत्र में भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे स्थिति में कोरोना वायरस के कारण ऐसे लोग जिनकी जीविका पर्यटन के साथ जुडी हुई है, उन लोगों पर भी इस महामारी का गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
कोरोनावायरस (Coronavirus) आज दुनिया भर में एक महामारी के रूप में सामने आया है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसने पूरी दुनिया भर में एक अत्यंत ही डर का माहौल बना कर रख दिया है। आज दुनिया का प्रत्येक देश इस महामारी से बचने के उपाय खोज रहा है। क्योंकि अभी तक इस महामारी का कोई इलाज नहीं खोजा जा सका है तो इससे मात्र ऐतहियाद या बचाव ही संभव है। ऐसी किसी भी वस्तु या व्यक्ति के संपर्क में आने से शत प्रतिशत बचना है जो कि इस वायरस की चपेट में हो, समय-समय पर हाथ मुँह धोना भी आवश्यक है, आदि।
कोरोना या कोविड-19 (COVID-19) वायरस सबसे पहले चीन के वुहान (Wuhan) में सामने आया था और वहीं से यह पूरे विश्व में फैलना शुरू हुआ। आज इस महामारी का प्रकोप चीन ही नहीं अपितु पूरे विश्व भर में फ़ैल चुका है। इसी के मद्देनज़र वर्तमान में पूरे विश्व की सरकारों ने अपने देश के दरवाज़े बंद कर दिये हैं। जिस कारण से वर्तमान में कई उद्योगों में कठिनाइयाँ और गिरावट देखने को मिल रही है और इन्हीं उद्योगों में से एक है पर्यटन। पर्यटन दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण उद्योगों में से एक है और यह उद्योग दुनिया भर में एक बहुत ही बड़ी आबादी को रोज़गार प्रदान करता है। उदाहरण के लिए हम ताजमहल, खजुराहो, लालकिला, कुतुबमीनार, हम्पी आदि को देख सकते हैं जहाँ सालाना कई लाखों की संख्या में देशी-विदेशी सैलानी आते हैं परन्तु इस वायरस के कारण सैलानियों का आना एकदम से बंद हो चुका है।
पर्यटन लाखों करोड़ का व्यवसाय है परन्तु इस वायरस के कारण यह पूरी तरह से घाटे में जा रहा है। वर्ल्ड ट्रेवल एंड टूरिज्म कौंसिल (World Travel and Tourism Council) ने अभी चेतावनी जारी की है जिसके अनुसार उसने कहा है कि करीब 5 करोड़ तक नौकरियां कोरोना के चपेट में आने से ख़त्म हो जाएंगी। एक अन्य आंकड़े के अनुसार यह बात सामने निकल कर आई है कि 2020 में पर्यटन क्षेत्र करीब 25% तक कम हो जाएगा। हवाई यात्रा के साथ ही साथ जलीय यात्रा भी एकदम से ठप हो चुकी है। ये सब जलीय जहाज लाखों करोड़ रूपए का व्यापार करते हैं लेकिन इस महामारी के कारण ये भी ठप हैं। हवाई और जलीय के साथ ही साथ सड़क और रेल परिवहन पर भी एक अत्यंत ही गहरा प्रभाव पड़ा है। भारत में रेल विभाग ने इस वायरस के चलते कई ऐतिहाद बरतने शुरू किये हैं जिनमें से एक है सभी प्रकार की ट्रेन की बोगियों को पूर्ण रूप से धो कर सेनेटाइज़र (Sanitizer) आदि का प्रयोग कर उन्हें वायरस मुक्त या जीवाणु मुक्त बनाया जा सके। जैसा कि हम जानते हैं भारत में रेल विभाग को जीवन रेखा के रूप में देखा जाता है, तो यहाँ पर गंभीर रूप से कदम उठाना भी उतना ही ज़रूरी है लेकिन यह भी सत्य है कि इस बिमारी के आने के बाद इस क्षेत्र पर भी बड़ा प्रभाव देखा गया है।
इस बीमारी से निपटने के लिए कई बार हाथ धोना चाहिए, साथ ही साथ ज़्यादा भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए। यह एक अत्यंत ही खतरनाक बीमारी है अतः इस समय इससे बचाव ही सबसे समझदारी का कदम होगा।
सन्दर्भ:
1. https://www.bbc.com/news/business-51852505
2. https://skift.com/coronavirus-and-travel/
3. https://bit.ly/3cUPx3F
4. https://bit.ly/2U1CpRD
5. https://www.uitp.org/news/coronavirus-outbreak-uitp-and-public-transport-sector
6. https://bit.ly/2U596xs
चित्र सन्दर्भ:
1. https://pixabay.com/it/illustrations/corona-coronavirus-virus-pandemia-4901878/
2. https://pixabay.com/it/illustrations/coronavirus-corona-virus-epidemia-4912023/
3. https://pixnio.com/media/health-care-patient-mask-disease-eyes
4. https://pixabay.com/it/photos/coronavirus-virus-pandemia-cina-4810201/
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