लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय (Victoria and Albert Museum) सजावटी कला और डिजाइन का दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय है, जो 2.27 मिलियन से अधिक वस्तुओं का स्थायी संग्रह है। इसकी स्थापना 1852 में हुई थी और इसका नाम रानी विक्टोरिया और प्रिंस अल्बर्ट के नाम पर रखा गया था। विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय 12.5 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 145 गैलरी शामिल हैं। इसके संग्रह में यूरोप, उत्तरी अमेरिका, एशिया और उत्तरी अफ्रीकी संस्कृतियों की प्राचीन काल से वर्तमान समय तक 5000 साल की कला मौजूद है। मिट्टी के बरतन, कांच, कपड़ा, परिधान, चांदी, लोहे का काम, आभूषण, फर्नीचर, मध्ययुगीन वस्तुओं, मूर्तिकला, प्रिंट और प्रिंटमेकिंग, चित्र और तस्वीरें विश्व में सबसे बड़े और व्यापक हैं।
विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय के अलावा लंदन में एक चित्रशाला भी मौजूद है, जिसे नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी (National Portrait Gallery) के नाम से जाना जाता है, इस गैलरी में ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध लोगों के चित्रों का संग्रह मौजूद है। इसे 1856 में खोल गया था, तब यह विश्व की पहली पोर्ट्रेट गैलरी (Portrait gallery) थी। 1896 में इसे वर्तमान स्थल सेंट मार्टिन प्लेस (St Martin's Place) ट्राफलगर स्क्वायर (Trafalgar Square) और राष्ट्रीय गैलरी से सटे स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया था। इसके संग्रह में तस्वीरों और व्यंग-चित्र के साथ-साथ चित्रकारी, आरेखण और मूर्तिकला शामिल हैं।
वर्तमान समय में इन दोनों ही संग्रहालयों में, स्कॉटिश कलाकार रॉबर्ट होम (Robert Home) द्वारा लखनऊ में ही बनाए गए ‘अवध का सिंहासन’ और ‘नवाब गाजी-उदीन का चित्रण’ मौजूद हैं। विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में मौजूद अवध का सिंहासन लकड़ी, सुनहरे पीतल और सुनहरे जिप्स उभार, चित्रित सजावट और नीले मखमली असबाब से बना हुआ है। इस सिंहासन को लगभग 1820 में बनाया गया था। इस कुर्सी को “लखनऊ सिंहासन कुर्सी” के रूप में जाना जाता है, यह कुर्सी लखनऊ के महल के फर्नीचर का एक दुर्लभ जीवित उदाहरण है। यह भव्य कुर्सी गाजी-उद-दीन हैदर, नवाब और अवध के राजा (1814 से 1827 तक) द्वारा भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड एमहर्स्ट (Lord Amherst) को उपहार में दी गई थी। हालांकि इस कुर्सी को एक भारतीय शासक द्वारा उपयोग किए जाने के लिए बनाया गया था। साथ ही इस कुर्सी के विशिष्ट ब्रिटिश डिजाइन को लखनऊ के शासकों के जुड़वां-मछली के पदक के साथ सजाया गया था।
दूसरी ओर नवाब गाजी-उदीन के चित्र को भी रॉबर्ट होम द्वारा चित्रित किया गया था, उन्होंने इस चित्र को लगभग 1819 में चित्रित किया था। उस समय वे गाजी-उद-दीन हैदर, अवध के राजा के दरबारी कलाकार थे। रॉबर्ट होम ने न केवल चित्रांकन, फर्नीचर और वास्तुकला में काम किया, बल्कि आधिकारिक पदक को डिजाइन करने का भी काम किया। नवाब गाजी-उदीन के चित्र का लघु संस्करण वर्तमान समय में नेशनल पोर्ट्रेट गैलरी (National Portrait Gallery, London), लंदन में मौजूद है।
संदर्भ :-
1. https://collections.vam.ac.uk/item/O39550/throne-chair/
2. https://bit.ly/39PuWLH
3. https://bit.ly/2P8NJcO
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Victoria_and_Albert_Museum
5. https://en.wikipedia.org/wiki/National_Portrait_Gallery,_London
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