हर साल 14 फरवरी के दिन वेलेंटाइन डे (Valentine’s day) मनाया जाता है। यूं तो यह पाश्चात्य संस्कृति का उत्सव है किंतु आर्थिक उदारीकरण के बाद से यह भारत में भी लोकप्रिय होने लगा है। प्रेमी जोड़ों के लिए जहां यह विशेष महत्व का दिन होता है वहीं भारत जैसे देशों में कुछ समूहों द्वारा इस दिन का विरोध या इसकी निंदा भी की जाती है, क्योंकि उनके अनुसार यह पश्चिमी प्रभाव की देन है तथा भारत की संस्कृति के खिलाफ है। लगभग हर साल, विरोध के कारण भारत के कई शहरों में 14 फरवरी के दिन कानून या व्यवस्था की समस्याएं होती हैं।
विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा भारत में पश्चिमी संस्कृति के अवांछित प्रभाव के रूप में वेलेंटाइन डे की निंदा की गयी है। इसे भारतीय संस्कृति पर पश्चिमी हमला बताया गया है जो व्यावसायिक लाभ के लिए युवाओं को आकर्षित करता है। भारत में कई ऐसे दल मौजूद हैं जो वेलेंटाइन डे का विरोध करते हैं। दलों के कार्यकर्ताओं द्वारा दुकानों पर छापा मारा जाता है तथा वहां उपस्थित वेलेंटाइन डे कार्ड (Card) और फूलों को जलाया जाता है। इसके अलावा प्रेमी जोड़ों पर सड़े हुए टमाटर फेंकने जैसी घटनाएं भी होती हैं तथा जोड़ों को अपमानित भी किया जाता है। सार्वजनिक पार्कों में घूमने वाले जोड़ों के बाल काट दिए जाते हैं और कुछ समूह बकरी और कुत्ते, या कुत्ते और घोड़े जैसे विभिन्न जानवरों के विवाह का आयोजन भी करते हैं, ताकि यह संकेत दिया जा सके कि इस दिन प्रदर्शित किया जाने वाला प्रेम नकली या झूठा है।
किंतु यदि युवाओं में इस दिन की लोकप्रियता देखी जाए तो वो कहीं कम नहीं हुई है तथा विभिन्न भारतीय बाज़ार भी इस दिन को खास बनाने में उनकी मदद कर रहे हैं। हर साल यह दिन एक मीडिया इवेंट (Media event) बन जाता है जिसमें वेलेंटाइन डे के कुछ दिन पहले, मीडिया चैनलों (Media Channels) द्वारा कुछ लोगों के इंटरव्यू (Interview) लिए जाते हैं तथा उनके विचार सुने जाते हैं। इसके बाद इस दिन की सुरक्षा को लेकर पुलिस के इंटरव्यू लिए जाते हैं और अंत में इस पर बहस की जाती है कि नैतिक पुलिसिंग (Moral Policing) हमारे देश के लिए अच्छी है या नहीं।
जहां कई राजनीतिक दलों के सदस्यों के लिए यह दिन विवादों का विषय बन जाता है, तो वहीं दूसरी ओर इस दिन को विभिन्न आर्थिक पहलुओं या राजस्व में वृद्धि के रूप में भी देखा जाता है। भारत के एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (Associated Chambers of Commerce and Industry of India) के अनुसार पिछले 4 से 5 वर्षों में वेलेंटाइन डे एक ऐसा त्यौहार बन गया है जिसमें सबसे अधिक खरीददारी की जाती है। 2014 में, यह व्यवसाय 260 मिलियन अमरीकी डॉलर (1820 करोड़) था जो प्रति वर्ष 20% की दर से बढ़ रहा था। 2015 में, यह 40% बढ़कर 2550 करोड़ रुपए हो गया।
बाज़ार इतना अधिक व्यापक इसलिए हुआ है क्योंकि वेलेंटाइन डे एक दिन नहीं बल्कि पूरे सप्ताह मनाया जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, वेलेंटाइन डे पर उपभोक्ता खाने पर अधिक (लगभग 55%) खर्च करते हैं क्योंकि सर्वेक्षण में शामिल आधे से अधिक लोग घर से बाहर भोजन करना पसंद करते हैं। इसके बाद 42% लोग अपने प्रियजनों के साथ फिल्म (Film) देखने जाते हैं। सर्वेक्षण में शामिल 21% भारतीय उपभोक्ता अपने प्रियजनों के लिए उनका पसंदीदा उपहार खरीदते हैं। वे उपहार के रूप में पसंद का फूल (39%), उसके बाद कार्ड (22%) और चॉकलेट (Chocolate – 19%) खरीदना पसंद करते हैं।कुछ अन्य विकल्पों में आभूषण, कपड़े, चमड़े का सामान इत्यादि खरीदना शामिल है। भारत में वेलेंटाइन डे व्यापार को बढ़ाने या मुनाफा कमाने का सबसे अच्छा साधन बन गया है। ओयो (Oyo) के एक सर्वेक्षण के अनुसार 2019 में वेलेंटाइन डे के लिए बुकिंग (Booking) 2018 की अपेक्षा 112% बढ़ी थी। इसके अलावा कई ऑनलाइन ऐप्स (Online apps) जैसे टिंडर (Tinder), अमेज़न (Amazon), नेटफ्लिक्स (Netflix) इत्यादि की लोकप्रियता भी बढ़ी है क्योंकि इनके ज़रिए लोग क्रमशः अपने प्रेमियों की तलाश करते हैं, उपहार खरीदते हैं और उनके साथ मनोरंजक समय बिताते हैं।
संदर्भ:
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Valentine%27s_Day_in_India
2. https://arisebharat.com/2014/02/13/the-business-of-valentines-day-in-india/
3. https://bit.ly/2v97p9j
4. https://bit.ly/31rZ4cX
5. https://bit.ly/2UrtdYH
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://pixabay.com/hu/photos/aj%C3%A1nd%C3%A9kok-valentin-nap-dobozok-sz%C3%ADv-3960552/
2. https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Chocolate_gift.jpg
3. https://www.piqsels.com/en/search?q=heart+flower&page=35
4. https://www.pikrepo.com/fcndx/romantic-valentine-s-day-evening-with-love
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