साइबर का अध्ययन एक नए विषय के रूप में निखर कर सामने आ रहा है जिसका प्रमुख कार्य है दुनिया भर में हो रहे साइबर अपराध को नियंत्रित करना। साइबर जगत वर्तमान में कई ऐसे कोर्सेज (Courses) लेकर आया है जो कि इस क्षेत्र में एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
भारत वर्तमान समय में साइबर सुरक्षा (Cyber Security) के एक दिलचस्प दौर से गुजर रहा है जहाँ पर बड़े पैमाने पर व्यवसायी आदि खुद को साइबर हमलों से बचाने के कार्यों में लगे हुए हैं। भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में साइबर सुरक्षा जानने वालों की एक बड़ी मांग है।
ऐसे में इस विषय के जानकारों की एक बड़ी मांग वर्तमान समय में हमें देखने को मिल रही है। गोपनीयता और व्यक्तिगत डाटा संरक्षण एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण बिंदु है जो कि व्यक्ति के जरूरी कागजादों और डाटा को सुरक्षित करने का कार्य करता है। साइबर सुरक्षा में मशीन लर्निंग (Machine Learning) या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का एक अहम् योगदान है। आज के समाज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक बड़े दौर में सामने आ रहा है। क्लाउड सुरक्षा (Cloud Security) भी एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण बिंदु है जिससे लोगों के बड़े से बड़े डाटा को सुरक्षा प्रदान कर दी जाती है। वर्ष 2018 में वैश्विक इन्टरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या करीब 3.8 बिलियन हो गयी जो कि दुनिया की आबादी का आधे से ज्यादा की संख्या है। इस पूरी संख्या के प्रतिशत के भाग में देखें तो भारत में इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या पूरी विश्व की इन्टरनेट प्रयोग करने वाली संख्या का करीब 12% है।
यह आंकड़ा भारत को दूसरा सबसे बड़ा इन्टरनेट प्रयोग करने वाला देश बना देता है। यह एक अत्यंत ही वृहत आंकड़ा है लेकिन यह आंकड़ा यह भी बताता है कि वर्तमान में भारत में साइबर हमले को बढाने का कार्य करेगा। डाटा सिक्यूरिटी काउंसिल ऑफ़ इंडिया (Data Security Council of India) की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने 2016 और 2018 के बीच साइबर हमले की दूसरी सबसे बड़ी संख्या देखी जोकि एक चिंतनीय विषय है। इस दौर में कई स्टार्टअपस (Start-ups) भारत में कई ऐसी खामियाँ खोजी जोकि साइबर क्राइम को बढ़ावा देने का कार्य करती है।
उपरोक्त लिखित तथ्यों को यदि देखें तो यह अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है कि भारत में वर्तमान समेत में साइबर सुरक्षा में अत्यंत ही वृहद स्तर पर नौकरियों की गारंटी को प्रस्तुत करता है। साइबर सुरक्षा करियर अत्यंत ही जटिल है और यह कई स्तर पर कार्य कर सकती है जैसे बैंकों के साथ, खुदरा व्यापार, आदि। एक साइबर सुरक्षा करने वाले के कार्यों को यदि देखा जाए तो वह इन सभी आयामों में आने वाले दिक्कतों का पता लगाता है और तमाम डाटा को सुरक्षित करने का कार्य करता है। यदि कोई इस क्षेत्र में कार्य करना चाहता है तो उसे कम्पूटर का पूर्ण ज्ञान और विभिन्न प्रकार के सुरक्षा मानकों के विषय में जानकारी लेनी चाहिये। आईटी के क्षेत्र से इस क्षेत्र में आना अत्यंत ही आसान और सुगम रास्ता है।
भारत में साइबर सुरक्षा पेशेवरों (Cyber Security Professionls) के साथ-साथ कई कार्य भूमिकाएँ जैसे कि सुरक्षा इंजीनियर (Security Engineer), सुरक्षा प्रशासक (Security Administrator), सुरक्षा वास्तुकार (Security Architect) और सुरक्षा विश्लेषक ( Security Analyst) प्रमुखता प्राप्त कर रहे हैं। साइबरस्पेस विश्लेषक (Cyberspace Analyst) अपने आईटी नेटवर्क पर व्यवहार विश्लेषण लागू करके कंपनी की प्रणालियों को बढ़ावा दे सकते हैं। इस क्षेत्र में पेशेवर बनने के लिए लखनऊ में भी कई प्रशिक्षण संस्थान (जैसे - शैलवाईट (shellbytes) आदि) प्रशिक्षण दे रहे हैं, जहाँ से हम इस क्षेत्र में अपने कदम बड़ा सकते हैं।
सन्दर्भ:
1. https://pwc.to/2vu9rkI
2. https://inc42.com/features/what-are-the-latest-trends-in-cybersecurity/
3. https://www.cybersecurityeducation.org/careers/
4. https://www.cyberdegrees.org/resources/transitioning-from-general-it/
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