चौथी औद्योगिक क्रांति और उसके कारण नौकरियों का बदलता स्वरूप

शहरीकरण - नगर/ऊर्जा
02-02-2020 10:00 AM
चौथी औद्योगिक क्रांति और उसके कारण नौकरियों का बदलता स्वरूप

जब-जब किसी नयी खोज या आविष्कार ने हम मनुष्यों के बाहुबल में काफी अधिक वृद्धि की, तब-तब वैश्विक अर्थव्यवस्था का ढांचा बदला। हर बार, उभरती हुई नयी आर्थिक परिस्थियों में सफल होने के लिए नए कौशल सीखना अनिवार्य था।

21वीं शताब्दी के दूसरे दशक में आज, भौतिक (physical), जैविक (biological), और डिजिटल प्रौद्योगिकियों का सम्मिलन (convergence) शुरू हो गया है। इस सम्मिलन को चौथी औद्योगिक क्रांति कहा जा रहा है. कृत्रिम रूप से बुद्धिमान मशीनें तेज़ी से उच्चतर संज्ञानात्मक कार्य करने में सक्षम हो रही हैं।

प्रश्न उठता है कि चौथी औद्योगिक क्रांति का रोज़गार पर क्या असर पड़ेगा? भविष्य में किस तरह की नौकरियां होंगी? या कोइ नौकरी बचेगी भी की नहीं? किस किस्म के कौशल आपकी नियोजनीयता में चार चाँद लगायेंगे? इन सभी मुद्दों पर एक नज़र डालते हैं -

सन्दर्भ:-
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https://www.youtube.com/watch?v=a5mqD0KLkOM