सरस्वती पूजा की हार्दिक शुभकामनाएँ।
भारतीय साहित्य और धर्म में सरस्वती देवी अत्यंत ही महत्वपूर्ण हैं इन्हें सभी देवियों में उत्तम माना गया है। सरस्वती देवी ज्ञान की देवी हैं और ज्ञान दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु है जिससे किसी भी प्रकार के व्याधियों को जीता जा सकता है। हमारे धर्म में अन्य देवता जैसे गणेश, बृहस्पति आदि भी ज्ञान को संदर्भित करते हैं। ऐसे ही विश्व भर के अन्य प्राचीन सभ्यताओं जैसे की मेसोपोटामिया, मिश्र, इंका, क्रीट आदि में भी ज्ञान के विभिन्न देवताओं का विवरण प्रस्तुत किया गया है। आइये माता सरस्वती के इस ज्ञान महोत्सव के दिन ज्ञान को संदर्भित करने वाले अन्य देवों के भी विषय में जानकारी इकट्ठी करते हैं।
मनुष्य शुरुआत से ही देवताओं और द्वियों में आस्था रखता था जिसका विवरण विभिन्न स्थानों से मिलने वाली देव-देवीयों की मूर्तियों से मिल जाता है। कालान्तर में मनुष्य के रहन-सहन में कई बदलाव आये और मनुष्य उन बदलावों को आत्मसात करने लगा और इसी प्रकार से कई देवताओं आदि की मूर्तियों की परिकल्पना की गयी। दुनिया भर की सभ्यताओं में मूर्तियों आदि का निर्माण हुआ और विभिन्न प्रकार के देवताओं का भी।
मिश्र के देवताओं में सबसे बुद्धिमान देवता के रूप में थोथ (Thoth) को माना गया है। ऐसा माना जाता है, थोथ एक विशाल पुस्तकालय अपने पास रखते थे। उनकी पत्नियों में से ही एक को लेखन की देवी माना जाता था। उनकी शक्तियों और ज्ञान बुक ऑफ़ थोथ (Book of Thoth) में वर्णित हैं।
सरस्वती को ज्ञान, शिक्षा, संगीत, कविता, विज्ञान, प्रेरणा आदि की देवी माना जाता है। गणेश को बुद्धि और विवेक का देवता माना जाता है। इनकी दो पत्निया हैं एक रिद्धि और दूसरी सिद्धि जिनको ज्ञान और विवेक से जोड़ के देखा जाता है। गणेश को शास्त्रों का गहन ज्ञान है।
ओडिन (Odin) को युद्ध, ज्ञान और जादू का देवता माना जाता है, उनके नाम का अर्थ है रोष या उन्माद, उग्र, प्रेरणा आदि। युद्ध के अलावा ओडिन एक बौद्धिक देवता भी थे। ओडिन के साथ रैवेन (ravens) और हगिन (Huginn) को दिखाया जाता है, जो कि सोच और मस्तिष्क के रूप में देखे जाते हैं।
अथीना (Athena) को बुद्धि, हुनर और युद्ध की देवी माना जाता है। अथीना को रोम्जनों (Romans) द्वारा मिनर्वा (Minerva) नाम से जाना जाता है, जो कि ज्यूस (Zeus) और मेटीस (Metis) की बेटी हैं।
प्रोमेथियस सबसे बुद्धिमान देव या टाइटन के रूप में जाने जाते हैं, उनके नाम का अर्थ है पूर्वाभास अतः वह भविष्य का अनुमान लगाने में सक्षम थे। वे अग्नि के देवता थे। उनको मनुष्यों को कौशल और ज्ञान देने का श्रेय प्राप्त है।
जापान में बेन्जाइटन, फुकुरकुजू, कुयबिको आदि को ज्ञान का देवता माना जाता है। मध्य पूर्व में अल- कुतबे, नाबू, निदाबा आदि को लेखन और ज्ञान का देवता और देवी माना जाता है। इस प्रकार से पूरे विश्व भर की समस्त प्राचीन से प्राचीन सभ्यताओं में भी ज्ञान के देवी-देवताओं का अत्यंत महत्व है।
सन्दर्भ:
1. https://bit.ly/2GyA22o
2. https://en.wikipedia.org/wiki/List_of_knowledge_deities
3. https://bit.ly/3aLnmDf
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Odin_(Manual_of_Mythology).jpg
2. https://picryl.com/media/neith-09dcd7
3. https://bit.ly/2Ry71Km
4. https://www.flickr.com/photos/101561334@N08/28424255305
5. https://bit.ly/36xikqt
6. https://www.youtube.com/watch?v=sNeQArXelOU
7. https://www.facebook.com/pg/OMGcreator/posts/
8. https://bit.ly/2vtBnVP
9. https://bit.ly/2RCMWTj
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