क्यों आर्थिक मंदी से गुज़र रहा है भारत?

लखनऊ

 30-10-2019 12:42 PM
वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली

आजकल देश की अर्थव्यवस्था में मंदी की खूब चर्चा हो रही है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक की नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट ने पुष्टि की कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने वास्तव में एक मुश्किल रुख ले लिया है। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था की सकल घरेलू उत्पाद विकास दर 5% तक गिर गई है, जो पिछले छह वर्षों में सबसे कम है। ऑटोमोबाइल (Automobile) क्षेत्र में हाल ही की गिरावट हो या गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों की बढ़ती संख्या, सुस्त उपभोक्ता मांग या विनिर्माण क्षेत्र की विफलता, ये सभी विकास दर में गिरावट का कारण हैं।

यह पिछले एक दशक में भारत के लिए आर्थिक मंदी का तीसरा उदाहरण है। अर्थशास्त्र में मंदी को सकल घरेलू उत्पाद की लगातार तीन तिमाहियों में गिरावट से परिभाषित किया गया है। एक बढ़ती मंदी काफी आम होती है जहां एक निरंतर अवधि के लिए अर्थव्यवस्था बढ़ती तो रहती है परन्तु सामान्य से धीमी गति में। वैसे मंदी का मतलब ये नहीं होता है कि किसी भी चीज़ की बिक्री होना बंद हो चुका है। जैसे कि हाल ही में कई बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों (Companies) की भयानक स्थिति के बारे में बताया गया था, लेकिन यह ये संबोधित नहीं करता है कि गाड़ियों की बिक्री ही बंद हो गई है।

क्या आप जानते हैं कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र देश के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 7% और देश के विनिर्माण सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 49% योगदान देता है। वहीं यदि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी होती है तो यह अन्य क्षेत्रों में भी प्रभाव डालेगा, जैसे कि टायर (Tyres), स्टील (Steel), हेडलाइट्स (Headlights), बीमा, चमड़ा उद्योग जो ऑटो उद्योग से निकटता से जुड़े हुए हैं। इस बार ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी का कोई सटीक कारण सामने नहीं आ पाया है, कुछ का मानना है कि यह एक ढीले त्यौहार के मौसम के कारण हुआ है तो जबकि कुछ लोगों का कहना है कि यह गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों में उत्पन्न हुए संकटों के कारण हुआ है।

वहीं पिछले कुछ वर्षों में, फास्ट मूविंग कंज़्यूमर गुड्स (Fast Moving Consumer Goods) के क्षेत्र की उत्पत्ति का श्रेय मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र को दिया गया है। इस बार उम्मीद यह थी कि यह तिमाही निश्चित रूप से इस मौसम को देखते हुए पैक (Pack) सामानों की बिक्री में वृद्धि देखेगी। लेकिन भारत की सड़कों पर बहुत अधिक जनशक्ति के बावजूद भी, बिस्कुट (Biscuit) और सोडा (Soda) की कुछ खास बिक्री नहीं हुई। इस बीच, एक और अजीब घटना सामने आई है। ग्रामीण आर्थिक मंदी के बीच, इस वर्ष करीब 50 लाख लोगों का शहरी केंद्रों से दूर कृषि की ओर पलायन देखा गया।

जहां कई बड़ी कंपनियां पहले दिवाली में उपहार में सोना और चांदी देती थीं आज आर्थिक मंदी के कारण वे कुछ बड़ा देने में विफल रही हैं। उन्होंने दिवाली के लिए अपने कॉर्पोरेट उपहार बजट (Corporate Gift Budget) को गिरा दिया है। साथ ही कॉर्पोरेट उपहार बजट का गिरना साफ आर्थिक मंदी को दर्शाता है।

संदर्भ:
1.
https://bit.ly/2oz7z7i
2. https://bit.ly/2PjImbK
3. https://bit.ly/2qTKZqB



RECENT POST

  • प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था कोसल राज्य
    ठहरावः 2000 ईसापूर्व से 600 ईसापूर्व तक

     22-10-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, निर्मल शहर के लकड़ी के खिलौनों में छिपी कला और कारीगरी की अनोखी पहचान
    हथियार व खिलौने

     21-10-2024 09:29 AM


  • आइए, विश्व सांख्यिकी दिवस के अवसर पर जानें, सुपर कम्प्यूटरों के बारे में
    संचार एवं संचार यन्त्र

     20-10-2024 09:27 AM


  • कैलिफ़ोर्निया टाइगर सैलामैंडर की मुस्कान क्यों खो रही है?
    मछलियाँ व उभयचर

     19-10-2024 09:19 AM


  • मध्य प्रदेश के बाग शहर की खास वस्त्र प्रिंट तकनीक, प्रकृति पर है काफ़ी निर्भर
    स्पर्शः रचना व कपड़े

     18-10-2024 09:24 AM


  • आइए जाने, क्यों विलुप्त हो गए, जापान में पाए जाने वाले, जापानी नदी ऊदबिलाव
    स्तनधारी

     17-10-2024 09:28 AM


  • एककोशिकीय जीवों का वर्गीकरण: प्रोकैरियोट्स और यूकैरियोट्स
    कोशिका के आधार पर

     16-10-2024 09:30 AM


  • भारत में कोकिंग कोल की बढ़ती मांग को कैसे पूरा किया जाएगा?
    खदान

     15-10-2024 09:24 AM


  • पौधों का अनूठा व्यवहार – एलीलोपैथी, अन्य जीवों की करता है मदद
    व्यवहारिक

     14-10-2024 09:30 AM


  • आइए जानें, कैसे बनती हैं कोल्ड ड्रिंक्स
    वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली

     13-10-2024 09:20 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id