निस्संदेह, दिवाली भारत का सबसे बड़ा त्यौहार है। दिवाली का त्यौहार प्राचीन काल से ही मनाया जाता आ रहा है और समय के साथ-साथ इसके प्रति लोगों में उत्साह और आकर्षण भी काफी देखा जा सकता है। लेकिन दिवाली पर इस बार एक बड़ी खगोलीय घटना होने जा रही है क्योंकि इस बार एक ही दिन में पड़ रही है छोटी और बड़ी दिवाली। ऐसा 50 साल बाद हो रहा है जब चार दिन में आठ महापर्व पड़ रहे हैं।
दिवाली के त्यौहार की तारीख की गणना चंद्रमा और हिंदू चंद्र कैलेंडर (Calendar) की स्थिति के अनुसार की जाती है, जो आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर में होती है। दीपावली 5 दिनों का त्यौहार है, यह धनतेरस से भाई दूज तक मनाया जाता है। इस दिन को अक्सर जश्न, आतिशबाजी, नए कपड़े और निश्चित रूप से स्वादिष्ट भोजन द्वारा मनाया जाता है और साथ ही घरों और आँगनों में पारंपरिक मिट्टी के दीये या मोमबत्तियाँ जलाई जाती हैं। वहीं घरों को रंगीन रंगोली की कलाकृतियों से सजाया जाता है। विश्व भर के हिंदुओं, सिखों और जैनियों द्वारा दीपावली मनाई जाती है, हालांकि प्रत्येक घरों में इस दिन को मनाने के प्रति अलग-अलग ऐतिहासिक घटनाओं और कहानियों को दर्शाया गया है। लेकिन फिर भी यह प्रत्येक धर्म में अंधेरे पर प्रकाश की प्रतीकात्मक जीत, अज्ञानता पर ज्ञान और बुराई पर अच्छाई का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं दिवाली हमें सरल जीवन, उच्च स्तर की विश्लेषणात्मक सोच और ब्रह्मांड के साथ एकता के लिए प्रयास करना सिखाती है।इन धर्मों में दिवाली मनाने के पीछे के इतिहास को निम्न बताया गया है:-
हिन्दू धर्म :- दीपावली के बारे में हिन्दू धर्म में कई पौराणिक कथाएं मौजूद हैं। सर्वप्रथम यह मान्यता है कि त्रेता युग में इस दिन भगवान राम 14 वर्ष के वनवास और रावण का वध करके अयोध्या लौटे थे। इसी खुशी में अयोध्यावासियों ने समूची नगरी को दीपों के प्रकाश से जगमग कर जश्न मनाया था और इस तरह तभी से दीपावली का पर्व मनाया जाने लगा।
एक अन्य लोकप्रिय कथा के अनुसार, द्वापर युग काल में, भगवान विष्णु ने कृष्ण के अवतार में दानव नरकासुर (जो वर्तमान असम के निकट प्रागज्योतिषपुरा का दुष्ट राजा था) का वध किया था और नरकासुर से 16,000 लड़कियों को मुक्त कराया था। दिवाली से एक दिन पहले को नरक चतुर्दशी के रूप में याद किया जाता है, जिस दिन भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर का वध किया गया था।
कई हिंदू इस त्यौहार को धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी और विष्णु की पत्नी के साथ जोड़ते हैं। इस पौराणिक कथा के अनुसार, देवी लक्ष्मी देवताओं और असुरों के बीच हुए समुद्र मंथन और उसमें से निकले अमृत के अधिकार को लेकर हुई लड़ाई के समय प्रकट हुई थीं।
जैन धर्म :- जैन और हिंदू अध्ययन के विद्वान जेफरी लॉन्ग का कहना है कि जैन परंपरा में, महावीर की भौतिक मृत्यु और अंतिम निर्वाण "महावीर निर्वाण दिवस" के उपलक्ष्य में दीपावली मनाई जाती है। भारत के कई हिस्सों में मनाई जाने वाली जैन दिवाली हिंदू दिवाली के समान होती है, जैसे कि दीये जलाना और देवी लक्ष्मी की प्रार्थना करना। हालांकि, जैन दिवाली मुख्य रूप से महावीर के प्रति समर्पण को दर्शाने के लिए मनाई जाती है।
सिख धर्म :- सिख धर्म में इस दिन को बंदी छोड़ दिवस के रुप में मनाया जाता है। इस दिन गुरु हरगोबिंद सिंह जी को शहंशाह जहांगीर द्वारा ग्वालियर के किले से रिहा किया गया था और गुरु हरगोबिंद सिंह जी अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में पहुंचे थे। वहीं जे.एस. ग्रेवाल (सिख धर्म और सिख इतिहास के विद्वान) के अनुसार, सिख परंपरा में दिवाली को छठे गुरु हरगोबिंद जी की कथा से भी पहले से मनाया जाता था। वे बताते हैं कि सिखों के तीसरे गुरु, गुरु अमर दास जी ने गोइंदवाल साहिब में 84 सीढ़ियों वाला एक कुआं बनवाया और सामुदायिक बंधन के रूप में बैसाखी और दिवाली पर उस पवित्र जल में सिखों को स्नान करने के लिए आमंत्रित किया था। अमृतसर का दिवाली समारोह भारत में अधिक प्रसिद्ध है। लगभग लाखों भक्त हर वर्ष दीपावली मनाने के लिए स्वर्ण मंदिर जाते हैं।
बौद्ध धर्म :- ज्यादातर बौद्धों द्वरा दिवाली का त्यौहार नहीं मनाया जाता है, यह केवल नेपाल के नेवार लोगों द्वारा मनाया जाता है, जो वज्रायण बौद्ध धर्म के विभिन्न देवताओं का सम्मान करके और लक्ष्मी की पूजा करके दिवाली मनाते हैं।
इन सभी धर्मों की दिवाली मनाने के पीछे अपनी-अपनी मान्यता है लेकिन सभी धर्मों में इसे अंधकार पर प्रकाश की जीत के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। दिवाली का त्यौहार भारत के लगभग सभी क्षेत्रों में भव्य पैमाने पर मनाया जाता है। वहीं दिवाली केवल भारत में ही नहीं भारत के बाहर मुख्य रूप से गुयाना, फ़िजी, मलेशिया, नेपाल, मॉरीशस, म्यांमार, सिंगापुर, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो, ब्रिटेन, इंडोनेशिया, जापान, थाईलैंड, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में हिंदुओं द्वारा मनाई जाती है।
संदर्भ:
1. https://www.thesun.co.uk/news/4221379/diwali-hindu-festival-lights-india-origins/
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Diwali
3. https://bit.ly/32zTqVY
4. https://bit.ly/33M5RhD
5. https://bit.ly/2W3IrSf
6. https://www.theholidayspot.com/diwali/around_the_world.htm
7. https://www.keranews.org/post/diwali-celebrating-awareness-inner-light
8. https://www.learnreligions.com/diwali-festival-of-lights-1770151
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