रामपुर जहां अपने नवाबी इतिहास के लिए तो विख्यात है ही, वहीं अब यह भारत के पहले लेज़र (Laser) कृत्रिम नक्षत्र-भवन के लिए भी जाना जाने लगा है। रामपुर में देश का पहला लेज़र नक्षत्र-भवन बनाया गया है जोकि आर्यभट्ट नक्षत्र-भवन के नाम से जाना जाता है। यह नक्षत्र-भवन पूर्ण रूप से डिजिटल (Digital) लेज़र तकनीक पर आधारित है। यहां कई ऐसे उपकरण भी लगाए गये हैं जिनसे सम्बंधित जानकारी सीधे नासा (NASA) द्वारा उपलब्ध करवायी जाती है। यह दुनिया में तकनीकी क्षेत्र का नवीनतम नक्षत्र-भवन है जो बहु-आयामी माहौल में 3-डी अनुभव प्रदान करता है। इस नक्षत्र-भवन को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा बनाया गया था। वैज्ञानिकों का मानना है कि रामपुर स्थित यह नक्षत्र-भवन विज्ञान के क्षेत्र में एक तकनीकी बढ़त है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने में मदद कर रहा है। इस नक्षत्र-भवन को 18 सितंबर, 2012 से जनता के लिए संचालित किया गया था।
यहां जाने के लिए कुछ जानकारियों को समझना बहुत आवश्यक है जो कि निम्नलिखित हैं:
• यहां प्रतिदिन तीन प्रदर्शनियां आयोजित की जाती हैं।
• प्रदर्शनी की अवधि 50 मिनट की होती है।
• प्रदर्शनी का समय दोपहर 1:00 बजे, अपराह्न 3:00 बजे और शाम 5:00 बजे है।
• अतिरिक्त प्रदर्शनियां (10:30 बजे से 12:15 बजे के बीच) 100 या उससे अधिक लोगों के समूह के लिए 10 रुपये प्रति व्यक्ति की दर से आयोजित की जा सकती हैं।
• गर्मियों की छुट्टियों में शाम 6 बजे अतिरिक्त प्रदर्शनी दिखायी जाती है।
• भीतर प्रवेश करने हेतु 3 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 25 रुपये है।
• प्रमाण पत्र दिखाने पर विकलांगों के लिए प्रवेश निःशुल्क होता है।
• यदि 30 या अधिक लोगों का समूह है तो रियायती टिकट 10 रुपये प्रति व्यक्ति होती है।
• नक्षत्र-भवन हर सोमवार को बंद रहता है।
संदर्भ:
1. https://bit.ly/2P3spIe
2. https://bit.ly/2MsNk5v
3. https://bit.ly/2OA7coS
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://bit.ly/2MusrGY
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