अगर आपसे कोई ये पूछे कि समुद्र का रंग क्या है, तो संभावना है कि आप जवाब देंगे कि वह नीला है। और वास्तव में दुनिया के अधिकांश महासागरों के लिए आपका उत्तर सही भी है क्योंकि यह नीला ही नजर आता है। वास्तव में शुद्ध पानी पूरी तरह से रंगहीन होता है। किंतु जब पानी अथाह और बहुत गहरा होता है तो यह गहरे नीले रंग का दिखाई देने लगता है। दरअसल इसका मुख्य कारण महासागरों के जल द्वारा सूर्य के प्रकाश का अवशोषण और प्रकीर्णन है।
सूर्य का प्रकाश प्रायः सात रंगों से मिलकर बना होता है। जल के अणु प्रकाश की अन्य तरंगदैर्ध्य को तो अवशोषित कर लेते हैं किंतु नीले रंग की छोटी तरंग दैर्ध्य को परावर्तित कर देते हैं तथा प्रकीर्णन प्रभाव उत्पन्न करते हैं। यह प्रभाव महासागरों के संदर्भ में अधिक होता है, क्योंकि महासागरों में जल अणुओं की सांद्रता बहुत अधिक होती है और यह बहुत गहरा भी होता है। नीले रंग की तरंगदैर्ध्य के परावर्तन और प्रकीर्णन के कारण ही हमें महासागरों का रंग नीला प्रतीत होता है। यदि महासागर में जल बहुत गहरा और अधिक हो तो यह गहरे नीले रंग का प्रतीत होगा किंतु यदि महासागर कम गहरा और कम सांद्र हो तो यह हल्के नीले रंग का दिखाई देगा। किंतु सारे महासागर नीले नहीं होते। कई महासागरों का रंग हरा, पीला (भूरा) आदि भी होता है। इसका मुख्य कारण पानी में मौजूद कार्बनिक पदार्थ हैं। दरअसल छिछले पानी में रेत, गाद, शैवाल और अन्य कार्बनिक पदार्थ मौजूद होते हैं जो भिन्न-भिन्न प्रकार की तरंगदैर्ध्य को अवशोषित करते हैं।
यदि शैवालों और पादप प्लवकों की बात करें तो इनमें क्लोरोफिल उपस्थित होता है जिस कारण यह नीले और लाल रंग की तरंगदैर्ध्य को अवशोषित करते हैं ताकि प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया कर सकें। इस प्रकार ये नीले रंग की तरंगदैर्ध्य को नहीं बल्कि हरे रंग की तरंगदैर्ध्य को परावर्तित करते हैं जिस कारण महासागर का जल हरा रंग का प्रतीत होता है। यदि महासागर की तलछटी में शैवाल और पादप प्लवकों की सांद्रता अधिक हो तो महासागर अधिक हरा दिखाई देगा।
विश्व में महासागरों को मुख्य रूप से पांच श्रेणियों में बांटा गया है जो निम्न हैं:
• प्रशांत महासागर
• अटलांटिक महासागर
• हिंद महासागर
• दक्षिणी (अंटार्कटिक) महासागर
• आर्कटिक महासागर
इन महासागरों की सीमाएं पृथ्वी के महासागरीय जल की सीमाएँ हैं। इसलिए इन्हें वैश्विक महासागर भी कहा जाता है। तो चालिए जानते हैं महासागरों की इन सीमाओं के बारे में।
प्रशांत महासागर
प्रशांत महासागर वह महासागर है जो एशिया और ऑस्ट्रेलिया को अमेरिका से अलग करता है। इस महासागर को उत्तरी और दक्षिणी भागों में भूमध्य रेखा के माध्यम से उत्तरी प्रशांत और दक्षिणी प्रशांत में विभाजित किया जा सकता है जिनकी सीमाएं निम्न हैं:
उत्तरी प्रशांत महासागर
• दक्षिण पश्चिम में - भूमध्य रेखा से लूजोन (Luzon) द्वीप तक, पूर्व भारतीय द्वीपसमूह की पूर्वोत्तर सीमा।
• पश्चिम और उत्तर पश्चिम में फिलीपीन (Philippine) सागर और जापान सागर की पूर्वी सीमा, ओखोटस्क (Okhotsk) सागर की दक्षिणपूर्वी सीमा।
• उत्तर में – बेरिंग (Bering) सागर की दक्षिणी सीमा और अलास्का (Alaska) की खाड़ी।
• पूर्व में - दक्षिण-पूर्व अलास्का की पश्चिमी सीमा, कैलिफोर्निया (California ) की खाड़ी की दक्षिणी सीमा।
• दक्षिण में - भूमध्य रेखा। लेकिन गिल्बर्ट (Gilbert) और गैलापागोस (Galàpagos) समूहों के उन द्वीपों को छोड़कर जो उत्तर की ओर स्थित हैं।
दक्षिणी प्रशांत महासागर
• पश्चिम में - दक्षिणपूर्व केप से, तस्मानिया के दक्षिणी बिंदु।
• दक्षिण पश्चिम और उत्तर पश्चिम में - तस्मान सागर की दक्षिणी, पूर्वी और पूर्वोत्तर सीमाएँ, कोरल (Coral) सागर की दक्षिण-पूर्वी और पूर्वोत्तर सीमाएँ, दक्षिणी सोलोमन और बिस्मार्क (Bismarck) सागर की पूर्वी और उत्तरी सीमाएँ।
• उत्तर में - भूमध्य रेखा, लेकिन गिल्बर्ट और गैलापागोस समूहों के उन द्वीपों सहित जो उत्तर की ओर स्थित हैं।
• पूर्व में - अंटार्कटिक महाद्वीप के टीरा डेल फुएगो (Tierra del Fuego) से केप हॉर्न के देशांतर तक।
• दक्षिण में - अंटार्कटिक महाद्वीप।
अटलांटिक महासागर
अटलांटिक महासागर अमेरिका को यूरोप और अफ्रीका से अलग करता है। यह उत्तरी और दक्षिणी भागों में भूमध्य रेखा द्वारा उत्तरी अटलांटिक और दक्षिणी अटलांटिक में विभाजित किया जा सकता है।
उत्तरी अटलांटिक
• पश्चिम में – कैरेबियन (Caribbean ) सागर की पूर्वी सीमा, मेक्सिको (Mexico) खाड़ी की दक्षिण-पूर्वी सीमा, क्यूबा (Cuba ) के उत्तरी तट से लेकर की-वेस्ट (Key West) तक, फण्डी (Fundy) की खाड़ी की दक्षिण-पश्चिमी सीमा, और दक्षिण-पूर्वी सेंट लॉरेंस (St। Lawrence) की खाड़ी की पूर्वोत्तर सीमाएँ।
• उत्तर में - डेविस स्ट्रेट (Davis Strait) की दक्षिणी सीमा, लैब्राडोर (Labrador) के तट से ग्रीनलैंड (Greenland) तक और ग्रीनलैंड सागर और नॉर्वेजियन (Norwegian) सागर के दक्षिण-पश्चिमी सीमा तक, ग्रीनलैंड से शेटलैंड (Shetland) द्वीप तक।
• पूर्व में - उत्तरी सागर की पश्चिमी सीमा, स्कॉटिश (Scottish) सागर की उत्तरी और पश्चिमी सीमा, आयरिश सागर की दक्षिणी सीमा, ब्रिस्टल (Bristol) की पश्चिमी सीमाएँ, बिस्काय (Biscay) की खाड़ी और भूमध्य सागर।
• दक्षिण में - भूमध्य रेखा, ब्राजील के तट से गिनी (Guinea) की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी सीमा तक।
दक्षिणी अटलांटिक
• पश्चिम में - रियो डी ला प्लाटा तक(Rio de La Plata)।
• उत्तर में - उत्तरी अटलांटिक महासागर की दक्षिणी सीमा तक।
• पूर्वोत्तर में - गिनी (Guinea ) खाड़ी की सीमा तक
• दक्षिणपूर्व में - अंटार्कटिक महाद्वीप में 20°पूर्व देशांतर के साथ केप अगुलहास (Cape Agulhas) से अंटार्कटिक महाद्वीप।
• दक्षिण पर - अंटार्कटिक महाद्वीप।
हिंद महासागर
• उत्तर में - अरब सागर की दक्षिणी सीमा और लक्षद्वीप सागर, बंगाल की खाड़ी की दक्षिणी सीमा, पूर्व भारतीय द्वीपसमूह की दक्षिणी सीमा और द ग्रेट ऑस्ट्रेलियन बाइट (the Great Australian Bight) की दक्षिणी सीमा।
• पश्चिम में - पूर्व में केप अगुलहास से 20°देशांतर तक, दक्षिण की ओर से अंटार्कटिक महाद्वीप।
• पूर्व में - दक्षिण पूर्व केप से तस्मानिया का दक्षिणी बिंदु, अंटार्कटिक महाद्वीप।
• दक्षिण में - अंटार्कटिक महाद्वीप।
दक्षिणी या अंटार्कटिक महासागर
दक्षिणी महासागर का जल अंटार्कटिका को आवरित करता है और कभी-कभी इसे प्रशांत, अटलांटिक और
भारतीय महासागरों का विस्तार भी माना जाता है। दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप और उत्तर में दक्षिण
अमेरिका, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया प्लस ब्रेटन (Australia plus Broughton) द्वीप, उत्तर में न्यूजीलैंड।
दक्षिण अमेरिका में केप हॉर्न (Cape Horn), अफ्रीका में केप अगुलहास (Cape Agulhas), केप ल्यूविन
(Cape Leeuwin ) से ऑस्ट्रेलिया का दक्षिणी तट, पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण पूर्व केप, तस्मानिया,
ब्रॉटन (Broughton) द्वीप।
अंतर्राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक संगठन-आईएचओ (International Hydrographic Organization-IHO) के 1937 के महासागरों की सीमा और समुद्र के दूसरे संस्करण में दक्षिणी महासागर की उत्तरी सीमा दक्षिण की ओर विस्तारित हो गई थी। जिसके बाद दक्षिणी महासागर उत्तरी अंटार्कटिका से दक्षिण की ओर 40° अक्षांश और पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में केप ल्यूविन (Cape Leeuwin) तक विस्तारित हो गया था।
आर्कटिक महासागर
यह महासागर लगभग पूरी तरह से यूरेशिया और उत्तरी अमेरिका से घिरा हुआ है। आर्कटिक महासागर आंशिक रूप से साल भर समुद्री बर्फ से ढका रहता है और सर्दियों में लगभग पूर्ण रूप से बर्फ से आच्छादित हो जाता है। इसकी सीमाएं निम्न हैं:
• ग्रीनलैंड और पश्चिम स्पिट्जबर्गेन (Spitzbergen) के बीच - ग्रीनलैंड सागर की उत्तरी सीमा।
• पश्चिम स्पिट्जबर्गेन और उत्तर-पूर्व क्षेत्र के बीच - अक्षांश 80° N के समानांतर। केप लेह स्मिथ (Cape Leigh Smith) से केप कोहल्सात (Cape Kohlsaat) तक — बार्ट्ज (Barentsz) सागर की उत्तरी सीमा।
• केप कोहल्सात से केप मोलोतोव (Molotov) तक — कारा समुद्र की उत्तरी सीमा।
• केप मोलोतोव से कोट्टनी (Kotelni) द्वीप के उत्तरी छोर तक — लेपतेव (Laptev) समुद्र की उत्तरी सीमा।
• कोट्टनी द्वीप के उत्तरी छोर से रैंगल(Wrangel) द्वीप के उत्तरी बिंदु तक - पूर्वी साइबेरियाई सागर की उत्तरी सीमा।
• रैंगल द्वीप के उत्तरी बिंदु से पॉइंट बैरो (Point Barrow) तक — चुक्क्ची (Chuckchi) समुद्र की उत्तरी सीमा तक।
• पॉइंट बैरो से केप से प्रिंस पैट्रिक (Prince Patrick) द्वीप पर केप लैंड के अंत तक।
संदर्भ:
1. https://go.nasa.gov/2W4ZQZC
2. https://bit.ly/33EQtEM
3. https://bit.ly/2H61q8D
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