वर्तमान समय में शिक्षा का स्तर दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा, इन परिस्थितियों में युवा अब स्नातक की डिग्री प्राप्त करना ही पर्याप्त नहीं समझते हैं। वे स्नातक के साथ-साथ या स्नातक के बाद अन्य कोर्स (course) करना भी पसंद करते हैं, जो उनके भावी जीवन में आय का एक बेहतर स्त्रोत बन सकें। ऐसे में युवा लोग अल्पकालिक कोर्स (short-term courses) को महत्व दे रहे हैं, जो उनकी शैक्षिक योग्यता के साथ उनके व्यवसायिक कौशल में भी सुधार कर रहे हैं। अल्पकालिक कोर्स उन लोगों के लिए भी एक बेहतर विकल्प है जो अपने कार्य के साथ-साथ अध्ययन करना चाहते हैं।
वास्तव में यह अल्पकालिक कोर्स कुछ हफ्ते या महीने में ही आपको किसी व्यवसाय विशेष में विशेषज्ञता प्रदान कर सकता है। जिसका लाभ आप लंबी अवधि तक उठा सकते हैं, आज रोजगार के क्षेत्र फिर चाहे वह निजी हो या सरकारी प्रतिस्पर्धा का स्तर अपने चरम पर है। ऐसे में अल्पकालिक कोर्स आपके भीतर एक अतिरिक्त योग्यता जोड़कर आपको किसी कार्य विशेष के लिए और अधिक योग्य और पारंगत बना देते हैं। किसी भी अल्पकालिक कोर्स का चयन करते समय अपनी रूचि का विशेष ध्यान रखें क्योंकि यह वह अतिरिक्त ज्ञान है जो आपके कौशल को विकसित करेगा पर्याप्त रूचि के अभाव में यह आपके लिए इतना प्रभावी नहीं होगा। पूर्णकालिक पाठ्यक्रमों की तुलना में अल्पकालिक व्यवसायिक कोर्स अपेक्षाकृत सस्ते होते हैं।
आपको आज बाजार में अनगिनत अल्पकालिक कोर्स मिल जाएंगे ऐसी परिस्थिति में आवश्यक है कि आप एक सही कोर्स का चयन करें। जिसके लिए आपको इनके विषय में गहनता से जान लेना आवश्यक है। हम आपको कुछ अल्पकालिक कोर्स के विषय में बता रहे हैं जिन्हें आप एक विकल्प के रूप में चुन सकते हैं:
1. लेखांकन (Accounting) में अल्पकालिक कोर्स:
• व्यवसायी लेखांकन और कराधान (Business accounting and taxation-BAT): यह एक पूर्णकालिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम है। कोई भी अवर स्नातक, स्नातक और स्नाकोत्तर व्यक्ति BAT कोर्स को करने के लिए योग्य है। इसका प्रशिक्षण कार्यकाल तीन माह है जिसमें लगभग 50000 रूपय तक का खर्चा आता है। यह कोर्स लेखांकन और कराधान में आपको विशेषज्ञता प्रदान करता है, जो आपको वर्ष में 3 से 12 लाख का वेतन प्रदान कर सकता है।
• टैली (Tally): हर गुजरते वक्त के साथ व्यवसायिक क्षेत्रों में टैली की उपयोगिता बढ़ती जा रही है। कोई भी स्नातक, कामकाजी पेशेवर, 12वीं पास छात्र, या सीए और एमबीए करने वाला व्यक्ति इसे करने के लिए योग्य है। टैली कोर्स में औसतन 10000 रूपए का खर्चा आता है। इसका प्रशिक्षण भी तीन माह का होता है। इस अल्पावधि कोर्स में लेखांकन, बिलिंग (Billing), पेरोल (Payroll), इन्वेंटरी (Inventory), बैंकिंग कराधान (Banking Taxation), रिपोर्टिंग (Reporting) आदि शामिल हैं। टैली कर्मचारियों का औसत वेतन प्रतिवर्ष 5 से 40 लाख रूपय तक हो सकता है।
2. विश्लेषण (Analytics) में अल्पकालिक कोर्स
• व्यापार विश्लेषण (Business Analytics): इस कोर्स के लिए कोई निर्धारित शैक्षिक योग्यता नहीं है, हालांकि बुनियादी गणित और अच्छा विश्लेषणात्मक कौशल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के आधार पर इस व्यवसाय विश्लेषिकी कोर्स में आपके औसतन लगभग 30000 से 40000 रुपये खर्च होंगे। जिसकी अवधि लगभग 3 से 5 माह की होती है। एक व्यापारिक विश्लेषक का औसत वेतन प्रतिवर्ष 5 से 10 लाख रुपये होता है।
• डेटा विज़ुअलाइज़ेशन (Data Visualization): डेटा विज़ुअलाइज़ेशन कोर्स मुख्यतः उन लोगों के लिए बना है, जो तकनीकी या विश्लेषणात्मक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना आंकड़ों का विश्लेषण करने में रूचि रखते हैं। इस कोर्स को करने के लिए औसतन 15000 से 20000 रुपये का खर्चा आता है। जिसमें लगभग 1 से दो माह का समय लगता है।
3. विपणन (Marketing) में अल्पकालिक कोर्स
• डिजिटल मार्केटिंग (Digital marketing): कोई विशेष शैक्षिक योग्यता अनिवार्य नहीं है, आपको कंप्यूटर के आधारभूत अंग जैसे एमएस ऑफिस (MS Office), एक्सेल (Excel), सर्फिंग (Surfing) आदि का ज्ञान होना चाहिए। यह कोर्स दो से तीन माह का होता है जिसमें 15000 से 50000 रुपये तक का खर्च आता है।
4. आइटी (IT) में अल्पकालिक कोर्स
• बिग डेटा एंड हडूप (Big Data & Hadoop): कोई भी स्नातक और स्नातकोत्तर व्यक्ति इस कोर्स को करने के लिए योग्य है। 1 से 3 माह की अवधि वाले इस कोर्स में लगभग 20000 से 40000 तक का खर्च आता है। हेडूप में HDFS, Map-Reduce, HBASE, PIG, HIVE, SQOOP और ZOOKEEPER जैसे कई कॉन्सेप्ट (concepts) और मॉड्यूल (modules) शामिल हैं, जो विशाल आंकड़ों की आसान और तेज़ प्रोसेसिंग (processing) करते हैं।
• जावा (Java) : जावा के लिए कोर्स कर्ता को सॉफ्टवेयर पृष्ठभूमि से होना चाहिए तथा उसे C ++ भाषा का ज्ञान होना चाहिए। लगभग 3 से 6 माह की अवधि वाले इस कोर्स में औसतन 5000 से 15000 रूपए तक का खर्च आता है। इसमें प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप जावा प्रोग्रामर (Java Programmer), जावा वेब डेवलपर (Java Web Developer) और जावा वेबमास्टर (Java Webmaster) आदि के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकते हैं।
5. फाइनेंस (Financial) में अल्पकालिक कोर्स
• वित्तीय मानक स्थापित करना (Financial Modeling): आपको यदि एक्सल (Excel) और फाइनेंस, बैलेंस शीट और कैश फ्लो मॉडल के बारे में संक्षिप्त ज्ञान है, तो यह आपके लिए इस कोर्स को करने में लाभदायक होगा। लगभग 2 से 3 माह की अवधि के इस कोर्स में औसतन 30000 से 50000 रुपये का खर्च होता है। फाइनेंशियल मॉडलिंग कोर्स के बाद औसत वेतन 5 से 15 लाख प्रतिवर्ष हो सकता है।
• प्रमाणित वित्तीय नियोजक (Certified Financial Planner): इसके लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 12 वीं कक्षा है। इस कोर्स को करने की समयावधि 6 माह है, जिसमें लगभग 40000 से 50000 रूपय तक का खर्चा आता है।
इस प्रकार के अल्पकालिक कोर्स के माध्यम से आप कुछ समय में ही बेहतर व्यवसायिक कौशल प्राप्त कर सकते हैं। जो आपके भावी जीवन में वांछनीय सुधार कर सकते हैं।
संदर्भ:
1. http://blogs.krackin.com/2018/09/26/why-are-short-term-courses-important/
2. http://blog.karmickinstitute.com/5-biggest-benefits-short-term-professional-courses/
3. https://bit.ly/32eLCcz
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