सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच जाली खबरों का संचार काफी बढ गया है। वहीं पिछले कुछ वर्षों में व्हाट्सएप पर आग की तरह जाली खबरें प्रसारित की गई हैं। इन जाली खबरों को रोकने और लोगों को इसके बारे में अवगत कराने के लिए व्हाट्सएप ने एक नया अभियान, “खुशियां साझा करें, ना की अफवाहें” शुरू किया है और ऐप पर कुछ नए फीचरस (Features) को भी जोड़ा है।
वहीं इन जाली खबरों का इतनी तेजी से फैलने के पीछे का कारण यह था कि उपयोगकर्ता द्वारा एक क्लिक (Click) कर खबर को कई लोगों में एक साथ साझा कर दिया जाता था, वहीं साथ ही खबर प्राप्त करने वाला भी खबर की सत्यता का पता लगाये बिना ही खबर को आगे साझा कर देते थे। तभी व्हाट्सएप के पास दो उपाय सामने आए, पहला संदेश अग्रेषण (message Forwarding) सुविधा को सीमित करें या दूसरा नेटवर्क में भेजे जा रहे संदेशों तक तीसरे पक्ष की पहुंच की अनुमति दें। व्हाट्सएप ने पहले उपाए का चुनाव किया और संदेश अग्रेषण सुविधा को सीमित कर दिया। साथ ही अग्रेषित किए गए संदेश में फॉरवर्ड लेबल (Forward Leval) को भी डाल दिया गया, ताकि संदेश प्राप्त करने वाले को अग्रेषित संदेश के अग्रेषणकर्ता के बारे में पता चल सकें। वहीं संदेश अग्रेषण सुविधा को केवल पाँच लोगों तक सीमित कर दिया गया है।
जाली खबरों के बारे में लोगों को अवगत कराने के लिए व्हाट्सएप ने तीन मंचों की मदद ली। व्हाट्सएप द्वारा इन तीन मंचों (रेडियो, अखबारों और टेलीविजन) पर विज्ञापन प्रसारित किए गए, सबसे पहले उपयोगकर्ताओं के बीच जागरूकता फैलाने के लिए एक रेडियो अभियान के दो चरणों को शुरू किया गया। अभियान का पहला चरण 29 अगस्त 2018 को बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के 46 रेडियो स्टेशनों में विज्ञापन के माध्यम से प्रसारित किए गए थे। वहीं अभियान का दूसरा चरण 5 सितंबर 2018 को असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, उड़ीसा और तमिलनाडु के 83 रेडियो स्टेशनों में विज्ञापन के माध्यम से प्रसारित किए गए थे।
टीवी अभियान के लिए, व्हाट्सएप ने फिल्म निर्माता शिरसा गुहा ठाकुरता (Shirsha Guha Thakurta) के साथ तीन 60 सेकेंड की फिल्में “खुशियां साझा करें, ना की अफवाहें” को दस भाषाओं में तैयार किया, जिन्हें 2019 के चुनाव से पहले प्रकाशित किया गया है। प्रत्येक फिल्म के नायक अपने साथियों को अफवाहें न फैलाने और व्हाट्सएप नियंत्रण (जैसे व्हाट्सएअप के उन समूहों को छोड़ना जो अफवाहें फैलाते हैं और अज्ञात प्रेषकों को ब्लॉक करना) का उपयोग करने के लिए समझाते हैं। व्हाट्सएप के लिए निर्मित जागरूकता प्रचार फिल्म आप नीचे देख सकते हैं।
व्हाट्सएप जागरूकता अभियान की वीडियो को आप निम्न लिंक पर जा कर देख सकते हैं:
व्हाट्सएप अवांछनीय व्यवहार के विरुद्ध कार्य करने की योजना भी बना रहा है। यह असामान्य गतिविधियों में संलग्न अकाउंट का पता लगाने के लिए काम कर रहा है ताकि उनका उपयोग अवांछनीय या जाली खबरें फैलाने के लिए न किया जा सके। वहीं व्हाट्सएप द्वारा अपने उपयोगकर्ताओं को स्वचालित अवांछित संदेश भेजने वाले अवांछनीय अकाउंट की रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है। भारत में व्हाट्सएप के 20 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं और व्हाट्सएप को सही चीजे साझा करने के लिए बनाया गया है, इसके लिए कंपनी द्वारा हर गलत गतिविधियों पर निगरानी रखी जा रही है।
संदर्भ :-
1. https://en.softonic.com/articles/whatsapp-fake-news-fight-2
2. https://bit.ly/2EiS3T83
3. https://bit.ly/2VL0yvV
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