यदि हम आपसे कहें कि 20वीं सदी के दो महानायक रेलवे स्टेशन के किनारे बैठकर अंग्रेजी हुकुमत के विरूद्ध तथा देश के मजदूरों की बिगड़ती स्थिति को सुधारने पर विचार विमर्श कर रहे थे। यह जानकर आपको थोड़ी उत्सुकता तो होगी उनके विषय में जानने की। चलिए जानते हैं इनके विषय में :
यह घटना है इंडियन नेशनल कांग्रेस की मीटिंग (लखनऊ-1916) के दौरान की जिसमें गांधी और नेहरू दोनों शिरकत करने पहुंचे थें। नवाबों की नगरी लखनऊ में ही इनकी पहली मुलाकात हुई थी। दोनों रेल से लखनऊ के चारबाग स्टेशन पर पहुंचे तथा स्टेशन के पास स्थित चबूतरे पर बैठकर घंटों वार्तालाप करते रहे।
इस वार्तालाप में नेहरू जी ने गांधी जी से देश के युवाओं और मजदूरों की ओर ध्यान देने तथा इन्हें विदेशों (अफ्रिका, कैरेबियाई द्वीप तथा फ़िजी आदि) में जाकर मजदूरी करने से रोकने के लिए कांग्रेस के समक्ष रखे गये प्रस्ताव (नेहरू द्वारा) का समर्थन करने के लिए कहा। जिसका समर्थन गांधी द्वारा किया गया। साथ ही इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता से संबंधित अनेक तथ्यों पर भी विचार विमर्श किया। अपनी इस मुलाकात का वर्णन नेहरू जी ने अपनी आत्मकथा में भी किया। कमला देवी से विवाह के पश्चात इनकी गांधी जी से पहली मुलाकात थी।
आज इस स्थान के आस पास अव्यवस्थित पार्किंग (parking) और अनावश्यक पोस्टर देखने को मिलते हैं। साथ ही इनकी पहली मुलाकात की स्मृति में लोग हर साल 2 अक्टूबर, 15 अगस्त और 26 जनवरी को यहां कैंडिल जलाते हैं।
संदर्भ :
1. https://www.governancenow.com/news/regular-story/when-gandhi-met-nehru-the-first-time-© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.