"रबी" और "खरीफ"की फसलों का मुगलों से संबंध

लखनऊ

 29-08-2018 11:44 AM
मध्यकाल 1450 ईस्वी से 1780 ईस्वी तक

भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में कृषि आज से ही नहीं वरन् विभिन्‍न एतिहासिक साम्राज्‍यों के दौरान से ही बहुत बड़ा प्रभाव डाल रही है, उनमें से एक मुगल साम्राज्‍य भी था। वर्तमान समय में भारत की कृषि में दो शब्‍द काफी प्रसिद्ध हैं "खरीफ" और "र‍बी"। इन शब्‍दों से भारतीय, मुगल साम्राज्‍य के दौरान अवगत हुए। खरीफ और र‍बी की फसलों में अलग अलग तापमान और आर्द्रता की आवश्‍यकता होती है। मुगलों द्वारा भारतीय कृषि में बड़े बड़े परिवर्तन लाए गये जो आज भी भारतीय कृषि में प्रत्‍यक्ष रूप से दिखाई देते हैं। कुछ फसलों को इन्‍होंने बढ़ावा दिया, तो कुछ नई फसलों का आगमन भारत में हुआ।

मुगलों के आगमन के दौरान भारत की जनसंख्‍या का बहुत बड़ा भाग ग्रामीण क्षेत्र में रहता था तथा जीवन यापन के लिए कृषि पर ही निर्भर था। अतः इन्‍होंने कृषि में विभिन्‍न तकनीकों (सिंचाई, जुताई इत्‍यादि के लिए) का प्रयोग करना भी प्रारंभ कर दिया था। ये लोग सामान्‍यतः आहार वाली फसलें उगाते थे, किंतु मुगल काल में जिन्‍स-ए-कामिल (सर्वोत्‍तम फसलों) में कपास (मध्‍य भारत और दक्षिण का पठार) और गन्‍ने (बंगाल) जैसी फसलें भी शामिल थीं। इस दौरान आगरा में 39 और दिल्‍ली में 43 फसलें तथा बंगाल में चावल की 50 किस्‍में उगाई जाती थीं। तिलहन तथा दलहन का भी अच्‍छा उत्‍पादन किया जाता था। ये लोग उच्‍च वर्षा वाले क्षेत्रों में खरीफ की फसल (चावल) तथा न्‍यून वर्षा वाले क्षेत्र में रबी की फसल (गेंहु, बाजरा) का उत्‍पादन करते थे। भारत में मक्‍का (अफ्रिका), टमाटर, आलू, अननास,पपीता इसी दौरान आये। इस काल में तंबाकू और भांग की खेती का विस्‍तार भी तेजी से हुआ, हांलांकि औरंगजेब द्वारा इसे पूरी तरह बंद करवा दिया गया। शिमला मिर्च और केसर का इन्‍हें कोई ज्ञान ना था तथा नील की खेती का प्रचलन इस दौरान काफी बड़ा। मुगल काल में मसालों का उत्‍पादन भी वाणिज्‍य की दृष्टि से काफी प्रसिद्ध हुआ।

मुगलों द्वारा कृषि को प्रमुखतः चार भागों रबी (वसंत), खरीफ (शरद ऋतु), सेफ (ग्रीष्‍म) और शेता (शीत) की फसलों में बांटा गया, जो अरेबिक(Arabic) शब्‍द हैं तथा मुगल काल के दौरान भारत आये इन शब्‍दों में से आज के किसानों द्वारा सामान्‍य रूप से रबी और खरीफ को ही जाना जाता है। खासकर खरीफ और रबी की फसलों के उत्‍पादन और कटाई का समय मुगल काल के समान ही है।

संदर्भ :

1.https://www.indianetzone.com/50/major_crops_mughal_india.htm
2.https://iasexamportal.com/courses/ias-mains/history/mughal-economy/agriculture
3.https://www.vivekanandacollegeforwomen.org/library/synopsis/Geography/Principal_synopsis/AGRICULTURE%20DURING%20MUGHALS.pdf



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