भारत में साइकिल चलाने वालो की सुरक्षा और उनसे जुड़े मुद्दे

गतिशीलता और व्यायाम/जिम
21-08-2018 01:26 PM
भारत में साइकिल चलाने वालो की सुरक्षा और उनसे जुड़े मुद्दे

आज के समय में दो पहिया वाहन या चोपहिये वाहन के माध्‍यम से आपकी समाजिक प्रतिष्‍ठा का निर्धारण होता है, जिसके कारण लोग महंगे से महंगे वाहन खरीदने का प्रयास करते हैं, वह भी यह सोचे बीना कि इसका हम पर और वातावरण पर क्‍या प्रभाव पड़ेगा। हम सभी जानते हैं कि हमारे स्‍वास्‍थ्‍य और वातावरण दोनों की दृष्टि से साइकिल यातायात के लिए एक बहुत अच्‍छा विकल्‍प है किंतु आज समाज में लोग साइकिल चलाने वालों को पैदल यात्रा करने वालों की श्रेणि में ही रखते हैं खास कर हमारे भारत में।

प्रकृति की अनुकूलता के साथ साथ प्राकृतिक ऊर्जा का संरक्षण करने वाली साइकिल का अविष्‍कार लगभग 200 वर्ष पूर्व कर दिया गया था जो आज की सड़कों में सुरक्षा की दृष्‍टी से सबसे खतरनाक वाहन सिद्ध हो रही है, इसका सबसे बड़ा कारण वाहनों की संख्‍या में अप्रत्‍याशित वृद्धि‍ तथा सड़को के नियमों का अंधाधुन उल्‍लंघन है। यदि ट्रांसपोर्ट रिसर्च विंग (Transport Research Wing) के अनुसार भारत के आंकड़े देखें तो वर्ष 2011-15 के मध्‍य लगभग 25,435 साइकिल चालकों की मृत्‍यु हुयी। भारत में प्रत्‍येक घंटे में लगभग 16 सड़क हादसे होते हैं जिनका शिकार लगभग दो पहिये वाहन चालक ही होते हैं। इनके मध्‍य साइकिल द्वारा यात्रा करना कितना भयानक हो सकता है ये आप अनुमान लगा सकते हैं। साइकिल से यात्रा करना कुछ खतरनाक इसलिए भी है क्‍योंकि हमारे देश में इनकी सुरक्षा हेतु कोई विशेष कानून नहीं बनाए गये हैं साथ ही साइकिल चालकों के लिए किसी भी प्रकार की विशेष सड़कों का निर्माण नहीं किया गया है।

साइकिल यात्रा को सुरक्षित बनाने हेतु एशिया के पहले साइकिल हाइवे का शुभारंभ (2016) उत्‍तर प्रदेश में आगरा से इटावा के मध्‍य किया गया है जो 92 गांवों से होते हुए 207 किमी लंबा है। मुख्‍य मार्ग के समांतर तथा 7 फीट चौड़ा यह मार्ग चम्‍बल और यमुना नदी के सुन्‍दर प्राकृतिक दृश्‍य से होते हुए गुजरता है। किंतु उद्घाटन के कुछ समय पश्‍चात ही इस मार्ग पर विभिन्‍न पशुओं, ट्रैक्टर आदि को चलाया गया, जिस कारण इसे क्षति पहुंची है। अतः लोगों को भी समझने की आवश्‍यकता है कि जिस चीज का निर्माण, जिस प्रयोजन हेतु किया गया है, उसे उसी के लिए उपयोग करें। यह एक बहुत अच्छा प्रयास है जनता को जागरूक करने और अन्‍य वाहनों की तुलना में साइकिल द्वारा यात्रा करने को बढ़ावा देने के लिए।

संदर्भ:

1 .https://sites.ndtv.com/roadsafety/cycling-india-worth-risk-2482/
2.https://economictimes.indiatimes.com/slideshows/nation-world/asias-first-cycle-highway-now-in-uttar-pradesh/hit-the-road-with-a-cycle/slideshow/55686671.cms
3 .https://www.indiatoday.in/india/story/akhilesh-yadav-uttar-pradesh-cycles-asia-longest-cycle-