शिक्षा दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण जरूरतों में से एक है तथा यह प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है। उत्तम शिक्षा से एक उत्तम समाज बनता है, इन कहावतों में कहा गया है कि बिना शिक्षा के मनुष्य जानवरों के समान प्रतीत होता है। शिक्षा को ले कर विभिन्न विद्वानों ने अपना-अपना मत प्रतिपादित किया है। इन्हीं मतों में प्लेटो, जो कि एक महान दार्शनिक के रूप में जाने जाते हैं, के शिक्षा को लेकर विचार अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाते हैं। प्लेटो के अनुसार शिक्षा वह कुंजी है जो एक व्यक्ति और समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिक्षा से व्यक्ति अपना विकास करता है जो बौद्धिक विकास की श्रेणी में आता है। प्लेटो के अनुसार बौद्धिक विकास सबसे बड़ी उन्नति है। वे मानते हैं कि शिक्षा इन्साफ पाने का एक माध्यम है, निजी इंसाफ और सामाजिक इन्साफ दोनों। वे कहते हैं कि ज्ञान को तीन चरणों में पाया जा सकता है, पहला चरण है स्वयं के कार्य का ज्ञान, दूसरा चरण है आत्मज्ञान तथा तीसरा चरण है अच्छाई के विचारों का ज्ञान। सुकरात जो कि दूसरे दार्शनिक हैं, कहते हैं कि सदाचार और गुण शिक्षा के साथ ही आते हैं।
भारत में शिक्षा आज एक बड़े व्यापार के रूप में भी उभर कर सामने आयी है और यही कारण है कि बड़े-बड़े उद्योगपतियों ने शिक्षा की तरफ अपना रुझान दिखाया है। अकेले उत्तर प्रदेश में ही अनेकों विद्यालयों और निजी विश्वविद्यालयों का निर्माण कराया गया है। सरकारी शिक्षा की स्थिति अत्यंत दयनीय स्तर पर देखी जा रही है। लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ ही नहीं बल्कि अन्य स्थानों के बच्चों के लिए शिक्षा के प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है जहाँ पर बड़ी संख्या में बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। हाल ही में इस विश्वविद्यालय में बच्चों ने धरना प्रदर्शन किया जिसका आधार था विश्वविद्यालय के शुल्क में अप्रतिम उछाल।
शिक्षा के लिए फीस का निर्धारण किस प्रकार से होना चाहिए यह एक सोच का विषय है। क्या इसे जी.डी.पी. (Gross Domestic Product) के आधार पर होना चाहिए या किसी अन्य मानक के आधार पर। आज भी भारत में जो शिक्षा का मानक है वह ब्रिटिश विरासत ही है- 10+2+3/4 साल का। हालाँकि अधिकांश यूरोप शिक्षा के एक अलग मानक का प्रयोग करता है जो कि इस व्यवस्था से अलग है। लखनऊ विश्वविद्यालय के करीब 98% पाठ्यक्रमों में इस बढ़ोतरी को देखा जा रहा है। यह बढ़ोतरी 8% से 29% तक की है। ऐसे में यह भी समझना आवश्यक है कि शिक्षा का महत्व और उसपर कितना ध्यान देना आवश्यक है।
संदर्भ:
1.https://epublications.marquette.edu/dissertations/AAI9517932/
2.https://timesofindia.indiatimes.com/city/lucknow/lucknow-university-raises-fees-for-pg-doctoral-courses/articleshow/64772440.cms
3.http://www.newindianexpress.com/nation/2018/jul/06/allahabad-high-court-takes-cops-to-task-over-lucknow-university-campus-vandalism-1839299.html
4.http://archive.indianexpress.com/news/ups-latest-industry-education/702046/0
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