दलाई लामा, यह एक ऐसी उपाधि है जो तिब्बत के लोगों के अध्यात्मिक गुरुओं को दी जाती है। यह उपाधि एक गुरु से अगले गुरु को आगे से आगे दी चली जाती है। आज हमारे बीच जो परम पावन दलाई लामा मौजूद हैं, वे अभी तक के 14वें दलाई लामा हैं। और आज, दलाई लामा के 83वें जन्मदिवस पर, हम आपको दिखाने जा रहे हैं एक वीडियो जो उन्हें दिखाता है सन 1965 के लखनऊ में।
यह वह समय था जब दलाई लामा भारत में निवास कर चुके थे तथा ये वीडियो तब की है जब उन्होंने लखनऊ में ख़ास तौर पर बच्चों को संबोधित करते हुए उन्हें कुछ सीख दी थी। ज़्यादातर बच्चे भिन्न-भिन्न भारतीय राज्यों से आये थे और शुरुआत हुई तीन मील के एक जुलूस से, जहाँ सभी बच्चे चमकदार कपड़े पहने हुए हाथी, घोड़ों और बैलगाड़ी पर सवार थे। दलाई लामा ने सभी बच्चों (कुछ विदेश के बच्चे भी) को संबोधित करते हुए कहा कि सम्पूर्ण एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमरीका के लोग बहुत जल्द अपने देशों में बहुत बड़े बदलाव देखने वाले हैं जहाँ वे आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन से बाहर निकलकर उन्नत आधुनिक राष्ट्र बनेंगे। पर इस सपने को सच करने के लिए हमेशा डॉक्टरों, वैज्ञानिकों, हर क्षेत्र के विशेषज्ञों आदि की एक बढ़ती मांग रहती है।
उन्होंने कहा कि भारत के युवाओं का अपने देश के विकास में एक मुख्य किरदार है। वे मानते थे कि हम एक ऐसे युग में जी रहे हैं जहाँ राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक विकास में भारी मात्र में चढ़ाव हो रहा है। वे बच्चों को समझाते हुए कहते हैं कि जिस प्रकार इस महान राष्ट्र के संस्थापकों ने सभी को एक दिशा दी थी, उसी प्रकार अब यह इस युवा का कर्तव्य है कि वे सही मार्ग पर चलकर उनका पालन करें। साथ ही साथ वे बच्चों को समझाते हैं कि अपने इस भाग्य को सही मायने में पाने के लिए शिक्षा सबसे मुख्य भूमिका निभाती है।
यकीनन उनकी बातें प्रोत्साहन से भरी हुई हैं, और साथ ही ये देश के प्रति एक ज़िम्मेदारी वाला भाव भी हमारे अन्दर जगती हैं।
1. https://www.britishpathe.com/video/VLVAB5WEE5721G4MVHKMCUV0TTD36-INDIA-DALAI-LAMA-OPENS-CHILDRENS-CONFERENCE-IN-LUCKNOW/query/lucknow
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Dalai_Lama
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