चिट फंड भारत में प्रचलित बचत योजना का एक प्रकार है। चिट फंड एक ऐसी कंपनी होती है, जो चिट फंड के अधिनियम- धारा 1982 के अन्तर्गत कार्य करती है। ऐसी कंपनी इस फण्ड का प्रबंधन, संचालन और पर्यवेक्षण करती है।
चिट फंड अधिनियम, 1982 की धारा 2 (बी) के अनुसारः
चिट का मतलब लेनदेन प्रक्रिया है, जिसे चिट, चिट फंड, चिटी, कुरी या किसी अन्य नाम से बुलाया जाता है। इसके तहत एक व्यक्ति कुछ अन्य व्यक्तियों के साथ एक समझौते में प्रवेश करता है। उनमें से प्रत्येक व्यक्ति नियमित किश्तों के माध्यम से एक निश्चित अवधि में एक निश्चित राशि की सदस्यता लेते हैं। प्रत्येक ऐसा ग्राहक, अपनी बारी में पुरस्कार राशि का हकदार होगा, जैसा कि चिट समझौते में निर्धारित है।
ऐसी चिट फंड योजनाएं संगठित वित्तीय संस्थान द्वारा आयोजित की जा सकती हैं या मित्रों और रिश्तेदारों के बीच आयोजित असंगठित योजनाएं हो सकती हैं। कुछ चिट फंड में बचत एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए हो सकती है। चिट फंड ने आसान पहुंच प्रदान करके केरल के लोगों के वित्तीय विकास में एक महत्तवपूर्ण भूमिका निभाई है। केरल में चिट फंड समाज के सभी वर्गों द्वारा प्रचलित एक आम घटना है। केरल राज्य सरकार के अन्तर्गत ‘केरला स्टेट फाइनेंशियल एंटरप्राइज’ (Kerala State Financial Enterprise) नामक एक कंपनी है, जिसका मुख्य व्यवसाय ‘चिट्टी’ (चिट फण्ड) है।
भारत में ई-कॉमर्स (E-Commerce) के आगमन के साथ, चिट फंड भी ऑनलाइन शुरू किया जा रहा है। ऑनलाइन चिट फंड नीलामियों का संचालन करता है और इसके द्वारा ग्राहक भी ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक धन हस्तांतरण के माध्यम से अपना मासिक बकाया भुगतान कर सकते हैं और अपनी पुरूस्कार राशि प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक सदस्य के पास उनके चिट फंड का प्रबंधन करने के लिए एक ऑनलाइन खाता होता है।
चिट फंड का एक मिलता-जुलता रूप है ‘किटी पार्टी’ (Kitty Party)। किटी पार्टी, भारत और पाकिस्तान की महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय है। यह पार्टी महिला समूह द्वारा हर महीने तय समय पर दोपहर में आयोजित की जाती है। समूह के प्रत्येक सदस्य को कम से कम एक बार पार्टी की मेजबानी करनी पड़ती है। जिसमें मेजबान सदस्य द्वारा अन्य सदस्यों के लिए भोजन और अन्य तर्कों का आयोजन करना पड़ता है। इस पार्टी में समूह की प्रत्येक महिला सदस्य द्वारा हर महीने एक निश्चित धनराशि का योगदान दिया जाता है। इसे आमतौर पर ‘समिति’ के रूप में जाना जाता है। यह भी चिट फंड के समान, समूह के सिद्धान्तों पर कार्य करता है।
इस तरह के चिट फंड और किटी पार्टियों पर निवेशकों द्वारा निवेश की गई धनराशि को धोखाधड़ी से हड़पने की बात कई बार सामने आयी है। इसलिए अब सरकार निवेशकों के हित के लिए एक प्रभावी कानून बनाने पर काम कर रही है। इसके तहत धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Chit_fund
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Kitty_party
3. https://www.business-standard.com/article/current-affairs/govt-to-take-action-against-all-involved-in-chit-fund-scams-says-jailtey-118010500441_1.html
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