प्रस्तुत चित्र लखनऊ का एक बहुत ही दुर्लभ चित्र है जिसमें लखनऊ को गोमती नदी के किनारे बसा हुआ दिखाया गया है। यह चित्र सन 1857 में लन्दन में प्रकाशित किया गया था। यह समय था संघर्ष का समय और इसी को चित्र में भी दर्शाने की कोशिश की गयी है।
सन 1856 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपनी सेना को अवध की सीमा की ओर भेजा और फिर कुशासन करने के लिए पूरे राज्य पर कब्ज़ा करने की साज़िश की। अवध उस समय चीफ कमिश्नर सर हेनरी लॉरेंस के अधीन था। वहीँ अवध के नवाब वाजिद अली शाह को ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा कैद कर कलकत्ता भिजवा दिया गया। और उसके बाद सन 1857 में भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम, ग़दर शुरू हुआ जिसमें शासक बनाया गया बेग़म हज़रत महल को। ग़दर में हार का सामना कर बेग़म हज़रत महल और अन्य विद्रोहियों ने नेपाल में शरण ली। विद्रोहियों ने कुछ समय के लिए तो राज्य पर अपना राज फिर स्थापित कर लिया था। अंग्रेजों को पूरे 18 महीने लग गए थे राज्य को दोबारा अपने अधीन लाने में। आज भी लखनऊ में रेजीडेंसी और शहीद स्मारक पर उस दौर की झलकियाँ देखि जा सकती हैं।
चित्र में हम लखनऊ के कुछ अभिन्न अंग देख सकते हैं। इनमें से 8 अंगों को नीचे एक-एक करके स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया गया है। कोशिश कीजिये नीचे स्क्रोल किये बिना इन्हें पहचानने की और फिर देखिये आप कितने अंग सही पहचान पाए।
निम्नलिखित जगहों को चित्र में पहचानने के लिए उनके पास लिखे अंक (1 से लेकर 8) को चित्र में ढूंढें। बेहतर तरीके से देखने के लिए चित्र को ज़ूम करके देखें।
1. विद्रोही शिविर (Rebel Camp)
2. किलेबंदी (Fortifications)
3. किला (The Fort)
4. असफ उद दौला की मस्जिद (Mosque of Asoph ud Dowlah)
5. मस्जिद (Mosque)
6. रजा का महल (King’s Palace)
7. समाधि (Mausoleum)
8. नेना साहिब के अनुयायी (Nena Sahib’s Followers)
1.https://www.raremaps.com/gallery/detail/54774/lucknow-on-the-goomty-capital-of-the-kingdom-of-oude-read-co
2.https://en.wikipedia.org/wiki/Siege_of_Lucknow
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