नवाबों का शहर और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, गोमती तट पर बसा है, जो लखनवी संस्कृति का हिस्सा है। गोमती के किनारे कई खेत-खलिहान, शहर, भव्य इमारतें, सुंदर मंदिर और मजिस्द बसे हैं। यह शहर अपनी खास नज़ाकत और तहजीब, बहुसांस्कृतिक खूबी, दशहरी आम और चिकन कढ़ाई के लिये विशेष रूप से जाना जाता है। कानपुर के बाद यह शहर उत्तर प्रदेश का दूसरा बड़ा शहरी क्षेत्र है।
परन्तु लखनऊ की ‘जीवन रक्षक’ कही जाने वाली गोमती, आज बढ़ते प्रदूषण की चपेट में है। डब्लू.एच.ओ. के अध्ययन के अनुसार, गोमती की आर्सेनिक विषाक्ततक सामान्य (0.01 मिलीग्राम/लीटर) से दो गुना है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के छात्रों और अध्यापकों के अध्ययन अनुसार, नदी में सामान्य से आठ गुना आर्सेनिक वैल्यू (0.079 मिलीग्राम/लीटर) है।
शक्कर और शराब के कारखानों का कचरा सीधे-सीधे नदी में गिराया जाता है। इसके अतिरिक्त शहर में आधा दर्जन बड़े कारखाने बिना ट्रीटमेंट प्लांट के लगाए गये हैं। जिनका कचरा भी सीधे-सीधे नदी में गिराया जाता है। डब्लू.एच.ओ. की रिर्पाट के अनुसार 25% नदी प्रदूषण उद्योगों से निकलने वाले रसायन के कारण होता है।
इसके अलावा लखनऊ शहर में वर्तमान में 33 नाले हैं। जिसमें से 12 नाले गोमती के एक तरफ हैं, और दूसरी तरफ 14 नाले हैं, जिनसे निकलने वाला कूड़ा-करकट, मल-मूत्र आदि अन्य गन्दगी सीधे गोमती नदी में गिरकर इसे प्रदूषित कर रही है। जबकि 4 नालों को गोमती को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए एक सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़ा गया है। इसके अलावा 22 नालों को भरवारा ट्रीटमेन्ट प्लांट से जोड़ा गया है। इनमें से 7 नाले बिना किसी ट्रीटमेन्ट प्लांट के सीधे गोमती नदी में गिर रहे हैं।
गोमती के किनारों पर हो रहा निर्माण उसको प्रदूषित बनाने का सबसे बड़ा कारण है। निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए गोमती का जल रोका गया, जिस कारण नदी का सेल्फ क्लीनिंग सिस्टम (Self Cleaning System: आत्म सफाई प्रणाली) पूरी तरह खत्म हो गया। साथ-ही-साथ जल को साफ रखने वाले जीवाणु भी मर गये।
इन आंकड़ों से यह साफ़ ज़ाहिर है कि आज हमारी जीवनदायी गोमती को खुद एक नए जीवन की आवश्यकता है। इसको बचाने का सिर्फ एक ही उपाय है कि हम अधिक से अधिक पेड़ इसके किनारे पर लगायें और गंदे पानी को निकालने की उचित व्यवस्था बनायें।
1.https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B2%E0%A4%96%E0%A4%A8%E0%A4%8A
2.https://www.patrika.com/lucknow-news/gomti-is-highly-polluted-even-after-crores-bieng-spent-3030/
3.https://www.patrika.com/investigative-story/these-brook-of-lucknow-polluted-gomti-river-2994/
4.http://www.4pm.co.in/archives/60984
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.