रामपुर , बरेली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज़ आंधी तूफान

जलवायु और मौसम
10-05-2018 01:31 PM
रामपुर , बरेली और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में तेज़ आंधी तूफान

तूफ़ान, आंधी आदि अत्यंत भयावह सिद्ध हो सकते हैं और वर्तमान समय में रामपुर व आस-पास के क्षेत्र ऐसे ही एक चक्रवात से अत्यंत प्रभावित हैं। यह तूफ़ान धूल से भरा हुआ है और मौसम विभाग के अनुसार उच्च हवाओं द्वारा लाई गई उच्च नमी और असामान्य रूप से उच्च तापमान की वजह से इस प्रकार के मौसम की स्थिति पैदा हुयी है। हिंदुस्तान टाइम्स के एक कार्यकर्ता ने बुधवार को आकाशीय बिजली की तस्वीर ली, यह तस्वीर दिल्ली में भारी आंधी तूफान के बीच ली गई थी। इसी आंधी तूफान के कारण भारत के उत्तरी और पश्चिमी इलाके प्रभावित हुए। आलम यह है कि लोगों का घर से निकलना दूभर हो चुका है और वे कई अन्य कार्य करने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं। भविष्य में मौसम विभाग ने कहा है कि ऐसे तूफान आते रहेंगे, इसके पीछे का कारण वातावरण में बदलाव को माना गया है । मानव का प्रकृति के साथ अपनाया गया रवैया इस प्रकार के तूफानों को आमंत्रण दे रहा है। बड़ी संख्या में काटे गए वृक्ष ऐसी स्थिति को रोक पाने में समर्थ नहीं हैं। यदि देखा जाए कि किस प्रकार से तूफ़ान का जन्म हुआ तो निम्नलिखित बिंदु पर दृष्टिगोचर किया जा सकता है।

पश्चिमी गतिविधियाँ - यह एक कम दबाव की प्रणाली है, यह यूरेशियन जल स्रोतों (water bodies) से नमी लाती है। लाई गई नमी तूफान को ताकत के रूप में मिलती है, इससे तूफान की तीव्रता और बढ़ जाती है। यदि उत्तर भारत में हुए परिवर्तनों को देखें तो इस तूफ़ान के बारे में आसानी से समझा जा सकता है। पिछले कुछ हफ़्तों में राजस्थान का तापमान बहुत बढ़ गया है, यह सामान्य तापमान से अधिक हो गया है। गर्म तापमान से नमी बढ़ती है और इससे घने बादलों का जन्म होता है, इससे तूफान की तीव्रता बढ़ जाती है। हरियाणा में कम स्तर के चक्रवाती परिसंचरण देखे गए हैं, यह नमी को जन्म देते हैं और यह नमी गर्म हवा लिए तूफान की तीव्रता को बढ़ा देती है।

गर्त - यह एक विस्तारित कम दबाव का क्षेत्र है, यहाँ हवा उल्टी दिशा में बहती है। तूफान गर्त के दिशा में बढ़ता है। हवा की सबसे ज़्यादा गति उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मापी गई थी, यह क्षेत्र गर्त का प्रस्थान बिंदु था। जैसे-जैसे यह पूरब की ओर बढ़ा इसकी तीव्रता घटती गई। पश्चिम से पूरब की ओर बहने वाली हवाएं बंगाल से नमी को चक्रवाती परिसंचरण तक लाईं।

अब यह समझना महत्वपूर्ण है कि तूफान की यह श्रृंखला बनी कैसे?

ज़मीन के गर्म होने से हवा ऊपर की दिशा में बहने लगती है, यह ज़्यादा नमी लिए रहती है। जब बादल ज़्यादा नमी को संतुलित नहीं कर पाते हैं तब बारिश होती है और इस कारण हवा जमीन के ज्यादा नजदीक बहने लगती है । इस तूफान में नीचे की तरफ हवा का बहाव एक अलग स्थान पर हुआ था और उपरी हवा का बहाव एक अलग स्थान पर, निचली हवा ने एक अलग उपरी हवा का माहौल बनाया जिसके कारण एक और तूफान का जन्म हो गया । इसी कारण तूफान की श्रृंखला का जन्म हुआ।

1.https://www.hindustantimes.com/india-news/this-is-what-caused-the-freak-storm-that-killed-more-than-100-people-in-north-west-india/story-BjWBFrQeQj0TU2uNuc8MyL.html
2.https://news.raftaar.in/rampur-thunderstorm-lightning-disappeared-road-tree-hindi-news-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0-%E0%A4%86%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A5%80-%E0%A4%9C%E0%A4%97%E0%A4%B9-%E0%A4%AC%E0%A4%BF%E0%A4%9C%E0%A4%B2%E0%A5%80-%E0%A4%97%E0%A5%81%E0%A4%B2/detail/32302eb9b3576697658d3c15b1d2aeba