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स्वाद और सेहत का बेहतरीन संयोजन होते हैं ये खाने योग्य फूल

लखनऊ

 24-10-2024 09:27 AM
बागवानी के पौधे (बागान)
नवाबी खानपान के शौक़ीन हमारे लखनऊ वासी, ढेरों लज़ीज व्यंजनों से रूबरू होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके बगीचों में खिलने वाले फूल भी आपके पकवान के स्वाद और सेहत दोनों को कई गुना बढ़ा सकते हैं, या फिर ये खुद भी एक पकवान बन सकते हैं। खाने में प्रयुक्त होने वाले ये फूल, न केवल स्वाद बढ़ाते हैं, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभ भी देते हैं। उदाहरण के लिए, मोरिंगा के फूल, मांसपेशियों की सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। कद्दू के फूल, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं और दृष्टि में सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा, चमेली के फूल, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं। आज के इस लेख में, हम भारत में कुछ लोकप्रिय खाने योग्य फूलों के बारे में बात करेंगे। हम उन फूलों के बारे में भी बात करेंगे जिन्हें हम सब्ज़ी के रूप में खाते हैं। अंत में, हम इन फूलों से बने विभिन्न व्यंजनों और इनके स्वास्थ्य लाभों के बारे में भी जानेंगे।
चलिए शुरुआत कुछ प्रसिद्ध खाने योग्य फूलों से करते हैं:
गुलाब: गुलाब के फूल, कई प्रकार होते हैं। इन्हें गुलकंद में बदला जा सकता है। गुलकंद एक मीठा जैम जैसा पेस्ट होता है, जिसका इस्तेमाल पान में किया जाता है। गुलाब की पंखुड़ियों से केवड़ा जल भी बनाया जाता है। यह जल शरीर को ठंडक देता है। मिठाइयों में सजावट के लिए, कैंडीड गुलाब की पंखुड़ियाँ बहुत पसंद की जाती हैं। इन्हें चाय में भी मिलाया जा सकता है।
लाभ: गुलाब की पंखुड़ियाँ, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। गुलाब जल सूजन और दर्द को कम करता है। यह एक प्राकृतिक शीतलक की तरह काम करता है। यह हल्का शामक होता है, प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और हृदय को भी सेहतमंद रखता है।
पपीता के फूल: पपीते के पेड़, भारत में हर जगह उगते हैं। मणिपुर जैसे पूर्वोत्तर राज्यों में इसे पोषण का अच्छा स्रोत माना जाता है। लोग पपीते के फूलों का उपयोग सलाद के रूप में भी करते हैं। इन्हें आलू या मछली के सिर के साथ भी पकाया जाता है।
लाभ: पपीते के पेड़ की पत्तियाँ मधुमेह के प्रभावों को कम कर सकती हैं। पपीते के फूल डेंगू बुखार, फेफड़ों के संक्रमण और लीवर की समस्याओं के इलाज में भी मदद करते हैं।
महुआ के फूल: महुआ के फूल, मार्च से मई के बीच खिलते हैं। लोग इनसे घी, शहद, जैम, ब्रेड का आटा और जूस सहित किण्वित पेय भी बनाते हैं।
लाभ: महुआ के फूल का तेल, एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल (extra virgin olive oil) और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। यह अस्थमा और सांस की समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचारक की तरह काम करता है। यह टॉन्सिलिटिस (tonsillitis) में मदद करता है, दृष्टि में सुधार करता है और हृदय की कार्यप्रणाली को मज़बूत करता है।
केले का फूल: केले का फूल को बंगाली में "मोचा" और तमिल में "वझाइपू" भी कहा जाता है। यह फूल, भारतीय व्यंजनों में विशेष महत्व रखता है। लोग इसका उपयोग अवियल, बंगाली तोरकारी (सूखी सब्ज़ी ), पकौड़े और कई अन्य व्यंजनों को बनाने में करते हैं। इसका स्वाद हल्का होता है, जो मसालों के स्वाद के साथ आसानी से घुल मिल जाता है। साथ ही, इसमें फ़ाइबर की मात्रा भी अधिक होती है, जिस कारण यह और भी पौष्टिक हो जाता है।
सरसों का फूल: सरसों के फूल भी सरसों के साग और बीज की तरह ही अत्यंत उपयोगी होते हैं। आप इनका उपयोग, शकरकंद के साथ सब्ज़ी बनाने में कर सकते हैं। अथवा आप इन्हें डीप- फ़्राई () करके भी खा सकते हैं, जिससे आपको इनका अनोखा स्वाद मिलेगा।
बटरफ़्लाई मटर: बटरफ़्लाई मटर, को हिंदी और बंगाली में "अपराजिता" कहा जाता है। आजकल खाना पकाने में इसका ख़ूब प्रयोग हो रहा है। ये फूल, आपके व्यंजनों को एक खूबसूरत नीला रंग प्रदान करते हैं। इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। जैसे कि ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं, वज़न घटाने में मदद करते हैं और ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा, बटरफ़्लाई मटर बालों को स्वस्थ रखने और त्वचा को निखारने में भी मदद कर सकते हैं। आमतौर पर, इन्हें धूप में सुखाकर चाय बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
आपके सेहत के लिए वरदान साबित होने वाले कुछ प्रमुख फूलों की सूची नीचे दी गई है:
मोरिंगा फूल: मोरिंगा फूल, हिमालय की तलहटी, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में उगते हैं। इन्हें आमतौर पर सब्ज़ी के रूप में खाया जाता है। मोरिंगा को एक सुपरफ़ूड माना जाता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम, प्रोटीन और फ़ाइबर की भरपूर मात्रा होती है। ये छोटे, सफ़ेद फूल, गुच्छों में खिलते हैं। ये फूल, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पूरे साल खिलते हैं जबकि समशीतोष्ण क्षेत्रों में ये केवल वसंत में खिलते हैं। पकने पर, इनका स्वाद, हल्का मीठा और मशरूम जैसा होता है।
मोरिंगा फूल के स्वास्थ्य लाभ:
मांसपेशियों की सूजन कम करता है।
मांसपेशियों की ऐंठन और तनाव से राहत देता है।
कुपोषण से लड़ने में मदद करता है।
मोरिंगा फूल के साथ बनाए जा सकने वाले विभिन्न व्यंजन: पकौड़े, चटनी, चाय, और सलाद गार्निश।
कद्दू के फूल: कद्दू के फूल, बड़े, पीले-नारंगी रंग के होते हैं। इन्हें खाया जा सकता है।
इन्हें विशेष रूप से पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में खाया जाता है। इन फूलों में फ़ाइबर, तांबा, फ़ोलेट , विटामिन ए और बी9 की भरपूर मात्रा होती है। इनका स्वाद, कद्दू के समान ही मीठा और हल्का होता है। कद्दू के फूल, पूरे साल उपलब्ध रहते हैं। खाना पकाने के लिए नर फूलों का उपयोग किया जाता है। इन्हें तैयार करने के लिए तने और पुंकेसर को हटा दिया जाता है।
स्वास्थ्य लाभ:
प्रतिरक्षा को बढ़ाता है।
दृष्टि में सुधार करता है।
हड्डियों को मज़बूत करता है।
पुरुष प्रजनन संबंधी समस्याओं का समाधान करता है।
कद्दू के फूल के साथ बनाए जा सकने वाले विभिन्न व्यंजन: पकौड़े, थोरन, सूप, और सलाद।
चमेली के फूल: चमेली के फूल को मोगरा, मल्लिगई पू, मदनबन और जै भी कहा जाता है। मीठी खुशबू वाले ये फूल, खाने योग्य होते हैं। इनका इस्तेमाल, लंबे समय से खाना पकाने में किया जा रहा है। इनमें ऐंठन-रोधी और कामोद्दीपक गुण होते हैं। ये एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। चमेली के फूल, मार्च से सितंबर तक उपलब्ध होते हैं। इस दौरान, इन्हें इकट्ठा करके सुखाया जाता है, ताकि इनका इस्तेमाल साल भर किया जा सके। इस फूल की पंखुड़ियाँ और छोटा तना, दोनों ही खाने योग्य होते हैं।
स्वास्थ्य लाभ:
रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल कम करता है।
वज़न घटाने में मदद करता है।
बुढ़ापे को नियंत्रित करता है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करता है।
अनिद्रा को नियंत्रित करने में मदद करता है।
मूड और ऊर्जा को बढ़ाता है।
चमेली के फूल के साथ बनाए जा सकने वाले विभिन्न व्यंजन: चावल और पुलाव , रात की चमेली से बने सेवली फूल पकौड़े, चाय, जेली, और मिठाइयाँ।

संदर्भ
https://tinyurl.com/24hzfdhx
https://tinyurl.com/25hbng93
https://tinyurl.com/2bx8ohyn

चित्र संदर्भ
1. खाद्य फूलों से सजाई गई पास्ता की प्लेट को संदर्भित करता एक चित्रण (pexels)
2. गुलकंद को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. महुआ नामक फलों के समूह को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. बटरफ़्लाई मटर फूल की चाय (Butterfly pea flower tea) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
5. ताज़ा काटे गए, जैविक तरीके से उगाए गए हरे बैंगन, कद्दू के पत्ते और कद्दू के फूलों को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
6. चमेली के फूलों की चाय को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)


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