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वर्तमान समय में मोटरकार हमारे आवागमन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, किंतु क्या आप जानते हैं, कि इसकी शुरूआत कब और कैसे हुई? मोटरकार का आविष्कार सबसे पहले जर्मनी (Germany) और फ़्रांस (France) में 1800 के दशक के अंत में हुआ था। हालांकि बीसवीं सदी के प्रारंभिक दौर में, अमेरिका (America) ने मोटर वाहन उद्योग में अपना दबदबा बना लिया था। सामान्यत: गॉटलीब डायमलर (Gottlieb Daimler) और कार्ल बेंज़ (Karl Benz) को मोटरकार के संस्थापक का श्रेय दिया जाता है। इनके बाद, हेनरी फ़ोर्ड (Henry Ford) ने बड़े पैमाने पर कार उत्पादन की तकनीक का आविष्कार किया, जिसके बाद 1920 के दशक तक फ़ोर्ड (Ford), जनरल मोटर्स (General Motors) और क्रिसलर (Chrysler), तीन बड़ी ऑटो मोबाइल कंपनियों के रूप में उभरीं । 19वीं सदी के प्रारंभिक दौर की कुछ कारें, भाप इंजन से चलती थीं। भारत में कारों का आगमन 1890 के दशक के अंत में हुआ। भारत में पहली कार कलकत्ता में आई थी, जो कि फ़्रांस में निर्मित कार थी। भारत में निर्मित पहली कार ‘हिंदुस्तान – 10’ थी, जिसे हिंदुस्तान मोटर्स ने बनाया था। इसके बाद एंबेसडर कार (Ambassador Car), 1957 में पहली बार भारत की सड़कों पर उतरी। माना जाता है कि एंबेसडर मॉडल, पूरी दुनिया में सबसे ज़्यादा समय तक चलने वाली कार का मॉडल है। तो आइए, आज दुनिया की पहली और सबसे दुर्लभ कारों के कुछ चलचित्र देखें, जिनमें बेंज़ पेटेंट-मोटरवैगन (Benz Patent-Motorwagen), फ़ोर्ड मॉडल टी (Ford Model T) और दुनिया की पहली मोटरकार चालक बर्था बेंज़ (Bertha Benz) के चलचित्र शामिल हैं। इसी के साथ, हम 1947 में, भारत में निर्मित पहली कार ‘हिंदुस्तान – 10’ पर भी नज़र डालेंगे।
संदर्भ:
https://tinyurl.com/2uxb3bnj
https://tinyurl.com/2f3dbzm8
https://tinyurl.com/4f2v3wr6
https://tinyurl.com/35jxt68x
https://tinyurl.com/4um9hue4
https://tinyurl.com/mtapay4u
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