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प्राचीन काल से लेकर आज तक "मूर्तिकला", मानव इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है। कला के इस रूप ने समाज के मूल्यों और मान्यताओं को दर्शाते हुए, दुनिया भर में लोगों को हमेशा से ही अपनी ओर आकर्षित और प्रेरित किया है। इसके अलावा, मूर्तिकला कलाकारों को रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करती है। वहीं आज 27 अप्रैल के दिन को पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। तो चलिए आज अंतर्राष्ट्रीय मूर्तिकला दिवस के अवसर पर, मूर्तिकला के महत्व को समझने का प्रयास करते हैं। साथ ही आज हम विश्व स्तर पर और भारत में कुछ प्रसिद्ध मूर्तिकला संग्रहालयों के बारे में भी जानेंगे जो हमें हमारे इतिहास और अतीत की झलक दिखाते हैं।
मूर्तिकला ने पूरे मानव इतिहास में विभिन्न संस्कृतियों की मान्यताओं, मूल्यों और परंपराओं को प्रतिबिंबित तथा व्यक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह किसी भी समाज की सांस्कृतिक पहचान के दृश्य प्रतिनिधित्व के रूप में कार्य करती है। उदाहरण के लिए, प्राचीन मिस्र की मूर्तियों में देवताओं और फराओ (pharaohs) को चित्रित किया गया था, जबकि यूनानियों ने अपने नायकों और देवताओं को संगमरमर और कांस्य में उकेरा था। भारत में भी मूर्तियाँ प्राचीन काल से ही धार्मिक परंपरा का अटूट हिस्सा रही हैं। यहाँ के कई मंदिर जटिल नक्काशी तथा देवी-देवताओं को चित्रित करने वाली मूर्तियों से सुसज्जित हैं।
किसी भी संस्कृति में मूर्तिकला की अहमियत को कुछ प्रमुख बिंदुओं से समझा जा सकता है:
- मूर्तिकला अत्यधिक सांस्कृतिक महत्व रखती है, तथा समाज के मूल्यों और मान्यताओं का दृश्य रूप से प्रतिनिधित्व करती है।
- यह एक महत्वपूर्ण कलात्मक अनुशासन की भाँति दुनिया भर के दर्शकों को मोहित और प्रेरित करती रही है।
- मूर्तिकला निर्माण की प्रक्रिया कलात्मक अभिव्यक्ति का एक अनूठा और मूर्त रूप प्रदान करती है।
- प्राचीन उत्कृष्ट कृतियों से लेकर आधुनिक प्रतिष्ठित मूर्तियों तक, मूर्तिकला ने मानव सभ्यता पर अपना स्थायी प्रभाव छोड़ा है।
- नए कला रूपों और प्रौद्योगिकियों के उद्भव के बावजूद, मूर्तिकला आज भी विकसित हो रही है और समकालीन समाज में एक प्रासंगिक कला के रूप में बनी हुई है।
मूर्तिकला हमेशा से ही किसी समाज की विशिष्ट सांस्कृतिक पहचान को क़ायम रखने का एक कारगर साधन रही है। यह भावी पीढ़ियों के लिए उनकी परंपराओं और मान्यताओं को संरक्षित करने में मदद करती है। मानव इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाओं और व्यक्तियों की स्मृति में कई मूर्तियाँ बनाई गई हैं। उदाहरण के लिए, वाशिंगटन डी.सी. (Washington DC) में लिंकन मेमोरियल (Lincoln Memorial), संयुक्त राज्य अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति के सम्मान में बनाई गई एक स्मारकीय मूर्ति है।
इसके अलावा, मूर्तियां किसी संस्कृति के मूल्यों की दृश्य अनुस्मारक के रूप में कार्य करती हैं। उदाहरण के तौर पर 2,000 साल पहले बनाई गई चीन की प्रसिद्ध टेराकोटा योद्धा मूर्तियाँ (Terracotta Warrior Statues), उस देश के प्राचीन और समृद्ध इतिहास का प्रतीक साबित होती हैं।
मूर्तिकला, अविश्वसनीय रूप से बहुमुखी और स्पर्शनीय कला रूप है, जो कलाकारों को त्रि-आयामी रूप के माध्यम से अपने विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने की अनुमति देती है।
मूर्तिकला ने मानव इतिहास की दिशा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक समय तक, मूर्तियां शक्ति, राजनीतिक बयानों और सामाजिक मूल्यों के प्रतिबिंब के शक्तिशाली प्रतीक के रूप में काम करती रही हैं। गीज़ा का महान स्फिंक्स (The Great Sphinx of Giza) भी इतिहास में मूर्तिकला के सबसे प्रसिद्ध उदाहरणों में से एक है, जो प्राचीन मिस्रवासियों की शक्ति और भव्यता के प्रमाण के रूप में खड़ा है।
आइये अब संक्षेप में दुनिया भर के पांच संग्रहालयों के माध्यम से प्राचीन दुनिया और वास्तुशिल्प चमत्कारों का पता लगाएं:
1. एक्रोपोलिस संग्रहालय, एथेंस, ग्रीस (Acropolis Museum, Athens, Greece): एथेंस को दार्शनिकों, कवियों, एथलीटों और कलाकारों का घर माना जाता है। यहाँ के एक्रोपोलिस संग्रहालय (Acropolis Museum) में एथेंस के इतिहास की प्रतिष्ठित और बहुमूल्य मूर्तियां तथा आभूषण देखने को मिल जाएँगे। यहाँ आपको पार्थेनन (Parthenon) के क़ीमती अवशेष भी देखने को मिलेंगे। हालाँकि इनमें से कई वस्तुएं प्रतिकृतियां (replicas) हैं, क्योंकि इनकी मूल वस्तुएं ब्रिटेन के ब्रिटिश संग्रहालय (British Museum (UK) में प्रदर्शित हैं।
2. पेर्गमॉन संग्रहालय, बर्लिन, जर्मनी (Pergamon Museum, Berlin, Germany): पेर्गमॉन संग्रहालय, पेर्गमॉन अल्टार (Pergamon Altar) सहित 19वीं शताब्दी के अंत में अर्जित संपूर्ण इमारतों के संग्रह के लिए जाना जाता है। मिलेटस का मार्केट गेट (Market Gate of Miletus), जो एक भूकंप में नष्ट हो गया था, को भी ओटोमन साम्राज्य से टुकड़ों में संग्रहालय में लाया गया था।
3. वेटिकन संग्रहालय, वेटिकन सिटी (Vatican Museums, Vatican City) - वेटिकन को स्वयं प्राचीन रोम की एक कलाकृति माना जा सकता है, जिसकी जड़ें पूर्व साम्राज्य के बिशपों तक जाती हैं। आज, वेटिकन संग्रहालय में अपोलो बेल्वेडियर और लाओकून (Apollo Belvedere and the Laocoön) सहित उस युग की कई महत्वपूर्ण कृतियाँ मौजूद हैं।
4. एल जेम संग्रहालय, एल जेम, ट्यूनीशिया (El Djem Museum, El Djem, Tunisia) - एल जेम का संग्रहालय दुनिया को अफ्रीकी दृष्टिकोण से परिचित कराता है। 238 ई.पू. के आसपास रोमनों द्वारा निर्मित, यह दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा संग्रहालय है, जो शहर की संपत्ति और साम्राज्य के महत्व को दर्शाता है।
उक्त सभी विदेशी संग्रहालयों के अलावा भारत को भी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत के आधार पर, उल्लेखनीय मूर्तियों का खजाना माना जाता है।
भारत में मूर्तिकला के शौकीनों के लिए कुछ शीर्ष स्थान निम्नवत् दिये गये हैं:
1. राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली: नई दिल्ली का यह संग्रहालय देखने लायक है, जहां पर सिंधु घाटी सभ्यता, गुप्त युग और मध्ययुगीन काल सहित भारत के विभिन्न युगों और हिस्सों की मूर्तियों की एक विशाल श्रृंखला को देखा जा सकता है।
2. सालार जंग संग्रहालय, हैदराबाद: भारत, यूरोप, मध्य पूर्व और सुदूर पूर्व की मूर्तियों के विविध संग्रह के कारण इस संग्रहालय को मूर्तियों में रुचि रखने वाले लोगों के लिए स्वर्ग माना जाता है।
3. छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय, मुंबई: इस संग्रहालय को पहले प्रिंस ऑफ वेल्स संग्रहालय (Prince of Wales Museum) के रूप में जाना जाता था। आज मुंबई स्थित इस संग्रहालय में भारतीय मूर्तियों का एक महत्वपूर्ण संग्रह मौजूद है। इसमें भारत की प्राचीन सभ्यताओं और विभिन्न क्षेत्रों और कालखंडों के अवशेष शामिल हैं।
4. सरकारी संग्रहालय, चेन्नई: चेन्नई का यह संग्रहालय अपनी मूर्तिकला गैलरी के लिए प्रसिद्ध है, जहां पर चोल, पल्लव और विजयनगर राजवंशों की दक्षिण भारतीय मूर्तियां प्रदर्शित की गई हैं।
संदर्भ
https://tinyurl.com/yafajstt
https://tinyurl.com/yeyv795b
https://tinyurl.com/4v68s353
चित्र संदर्भ
1. संग्रहालय में प्रतिमाओं को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. संग्रहालय में माँ दुर्गा की प्रतिमा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. मिस्र के फराओ की प्रतिमा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. लिंकन मेमोरियल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. चीन की प्रसिद्ध टेराकोटा योद्धा मूर्तियों को दर्शाता एक चित्रण (worldhistory)
6. एक्रोपोलिस संग्रहालय को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. पेर्गमॉन संग्रहालय, बर्लिन को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. वेटिकन संग्रहालय, वेटिकन सिटी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
9. एल जेम संग्रहालय को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
10. राष्ट्रीय संग्रहालय, दिल्ली को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
11. सालार जंग संग्रहालय, हैदराबाद को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
12. छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय, मुंबई को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
13. सरकारी संग्रहालय, चेन्नई को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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