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नागपुर संतरा इस समय भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला संतरा बन गया है। हालांकि इस संतरे को ""नागपुर संतरा" नाम महाराष्ट्र के नागपुर शहर से मिला है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी उत्पत्ति मूल रूप से वहाँ नहीं हुई थी? नागपुर संतरा एक प्रकार का मंदारिन संतरा होता है। इस फल की त्वचा खुरदरी होती है, लेकिन अंदर से यह मीठा और रसदार होता है। नागपुर संतरे को भारत में आधिकारिक तौर पर अप्रैल 2014 में मान्यता दी गई थी।
इन संतरों की फसल को दो मौसमों में उगाया जाता है। पहली फसल, जिसे अंबिया कहा जाता है, सितंबर से दिसंबर तक उपलब्ध होती है और इसका स्वाद थोड़ा खट्टा होता है। दूसरी फसल, जिसे मृग कहा जाता है, जनवरी में उगती है और अधिक मीठी होती है। किसान आमतौर पर इन दो किस्मों में से एक को उगाना चुनते हैं।
नागपुर संतरों, को सिन्त्रा या कूलंग (Sintra Or Coolang) के नाम से भी जाना जाता है। वास्तव में भारत में इसे पुर्तगालियों द्वारा पेश किया गया था। नागपुर के बागवानों की ग्राफ्टिंग (Grafting) और नवोदित तकनीकों द्वारा इसमें और अधिक सुधार किया गया। क्षेत्र के पूर्व शासक, भोंसला, इसे 19वीं शताब्दी में भारत के उत्तर-पूर्व से लाए थे, जिसके बाद नागपुर, इस संतरे के लिए प्रसिद्ध हो गया। 2014 में, इसे भौगोलिक संकेत (Geographical Indication (GI) टैग प्राप्त हुआ, जिससे स्थानीय उत्पादकों को 'नागपुर ऑरेंज' (Nagpur Orange) नाम का विशेष अधिकार मिल गया। नागपुर के संतरे को भौगोलिक संकेत (जीआई) टैग मिलने का मतलब यह है कि केवल नागपुर में उगाए गए संतरे ही "नागपुर संतरे" के रूप में बेचे जा सकते हैं।
नागपुर में संतरे 100 से अधिक वर्षों से उगाए जा रहे हैं। समय के साथ, नागपुर के स्थानीय किसानों ने अपनी अनूठी संतरे की किस्म बनाई, जो क्षेत्र की गर्म, शुष्क जलवायु में पनपती है। नागपुर संतरे के पेड़ आमतौर पर जून और जुलाई में लगाए जाते हैं और दिसंबर और मार्च के बीच काटे जाते हैं। गर्मी के बढ़ते मौसम के दौरान, पेड़ों को ड्रिप सिंचाई प्रणाली (Drip Irrigation System) का उपयोग करके पानी दिया जाता है। इससे पानी बचाने में मदद मिलती है और मिट्टी स्वस्थ रहती है।
नागपुर शहर को अपनी लाल, चिकनी मिट्टी के लिए जाना जाता है, जो पोषक तत्वों और खनिजों से भरपूर है। गर्म, शुष्क जलवायु, यहां पर कम अम्लता वाले संतरे उगाने में मदद करती है, जिससे उन्हें अपना अनूठा मीठा स्वाद मिलता है। नागपुर संतरे भारत में एक प्रमुख कृषि उत्पाद हैं और क्षेत्र के किसानों के लिए महत्वपूर्ण आय प्रदान करते हैं। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण के अनुसार, भारत हर साल लगभग 1.5 लाख टन नागपुर संतरे का निर्यात करता है, जिसकी कीमत 200 करोड़ रु होती है।
अपने संतरों के उत्पादन और व्यापार के लिए नागपुर को अक्सर “ऑरेंज सिटी (Orange City)” के नाम से भी जाना जाता है। इसे भारत की बाघ राजधानी या भारत का बाघ प्रवेश द्वार भी कहा जाता है क्योंकि शहर में और इसके आसपास कई बाघ अभयारण्य हैं। यहां राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण का क्षेत्रीय कार्यालय भी है।
नागपुर शहर की स्थापना 1702 में देवगढ़ के गोंड राजा बख्त बुलंद शाह ने की थी। यह बाद में शाही भोंसले राजवंश के तहत मराठा साम्राज्य का हिस्सा बन गया। 19वीं सदी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) ने नागपुर पर कब्ज़ा कर लिया और इसे मध्य प्रांत और बरार की राजधानी बना दिया। हालांकि, राज्यों के पहले पुनर्गठन के बाद, नागपुर ने राजधानी के रूप में अपना दर्जा खो दिया। लेकिन, राजनीतिक नेताओं के बीच नागपुर संधि नामक एक अनौपचारिक समझौते के बाद, इसे महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी बना दिया गया।
आज नागपुर शहर न केवल भारत में संतरे का सबसे बड़ा उत्पादक बन गया है, बल्कि यह उन्हें दुनिया भर में निर्यात भी करता है। नागपुर के संतरे में एक अनोखा खट्टा-मीठा स्वाद और एक अलग सुगंध होती है। भारत का सबसे बड़ा संतरा भी इसी शहर के एक खेत में पाया गया था, जिसने सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब सुर्खियां बटोरी। दरअसल रितु मल्होत्रा नाम की एक ट्विटर (X) उपयोगकर्ता, जो एक उद्यमी भी हैं, ने एक्स पर ही इस विशाल संतरे की तस्वीरें पोस्ट कीं। अपने ट्वीट में, रितु ने उल्लेख किया कि संतरा महाराष्ट्र के नागपुर में उनके दोस्त के खेत में उगाया गया था। उनके ट्वीट के अनुसार, विशाल संतरे की परिधि 24 इंच और ऊंचाई 8 इंच थी। 23 नवंबर, 2020 तक संतरे का वजन 1.425 किलोग्राम हो गया था।
इस ट्वीट ने तुरंत ही सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं। कई लोग संतरे के आकार से आश्चर्यचकित थे, और कई लोगों ने नागपुर के संतरे की गुणवत्ता की सराहना की। एक यूजर (User) ने तो इसके बड़े आकार के कारण इसे 'संतरा हल्क (Orange Hulk)' भी कहा। इस संतरे ने लगभग विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (Guinness World Records) के अनुसार, सबसे बड़े संतरे की परिधि 25 इंच मापी गई है। यह रिकॉर्ड 2 जनवरी, 2006 से कैलिफोर्निया (California) के पैट्रिक और जोआन फील्डर (Patrick And Joan Fielder) के पास है। हालांकि, नागपुर का यह नारंगी, अपने 24 इंच के साथ, विश्व रिकॉर्ड से केवल एक इंच से चूक गया।
संदर्भ
Https://Tinyurl.Com/3azxnx92
Https://Tinyurl.Com/4ky3u738
Https://Tinyurl.Com/Uzmcpvpx
Https://Tinyurl.Com/Yu3j7j4d
Https://Tinyurl.Com/4eswr7aw
Https://Tinyurl.Com/Muw8p4dj
चित्र संदर्भ
1. संतरे के पेड़ को दर्शाता एक चित्रण (pxhere)
2. नागपुर संतरों को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. ताज़े नागपुर संतरों को दर्शाता एक चित्रण (pexels)
4. संतरे के पेड़ को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. नागपुर संतरों के जूस को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)