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जौनपुर के मशहूर आलू और गाजर जैसी भूमिगत सब्जियों के स्वास्थ्य लाभों से परिचित हैं आप?

जौनपुर

 21-10-2023 09:57 AM
निवास स्थान

आलू, न केवल भारतीय बल्कि पूरी दुनियां की गृहणियों के लिए, एक तरह से आपातकालीन फंड की तरह होता है, क्यों कि जब हमें कोई भी सब्ज़ी समझ में नहीं आती, तो आखिरकार आलू को ही आगे किया जाता है। रोज़-रोज़ आलू की सब्जी खाकर, भले ही आप भी ऊब गए होंगे, लेकिन मिट्टी के भीतर सन्नाटे में उगने वाली इस सब्जी के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकर आप भी हैरान रह जायेंगे। आलू का पौधा (सोलानम ट्यूबरोसम (Solanum Tuberosum) सोलेनेसी या नाइटशेड (Solanaceae Or Nightshade), परिवार का सदस्य माना जाता है। बैंगन, मैंड्रेक (Mandrake), तंबाकू, टमाटर और पेटुनिया (Petunia) भी इसी परिवार के सदस्य हैं। दक्षिण अमेरिका में स्थित एंडीज़ पर्वतमाला (Andes Mountain Range) को आलू की उत्पत्ति का मूल केंद्र माना जाता है, यानी आलू सबसे पहले यहीं उगे थे। 1400 के दशक के अंत और 1500 के दशक की शुरुआत में, आलू को अन्य अमेरिकी क्षेत्रों में ले जाया गया, जहां से यह कंद, दुनिया के बाकी हिस्सों में भी विस्तारित हो गया। 16वीं सदी में स्पैनिश खोजकर्ताओं (Spanish Explorers) द्वारा आलू को यूरोप लाया गया और जल्द ही यह वहां भी एक लोकप्रिय भोजन बन गया। आलू को आयरलैंड (Ireland) में भी खूब पसंद किया गया। लेकिन सन 1840 के दशक में, आलू में लगे झुलसा रोग ने पूरे आयरलैंड में आलू की फसल को तबाह कर दिया। इस कारण यहां पर भारी अकाल पड़ा जिसमें लगभग दस लाख लोग मारे गए और लाखों अन्य लोगों को पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा। आधुनिक समय में आलू की लोकप्रियता का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि, साल 2005 में दुनिया भर में आलू का उत्पादन 322 मिलियन मीट्रिक टन दर्ज किया गया, जिसके साथ ही आलू पूरी दुनिया में पांचवीं सबसे अधिक उगाई जाने वाली फसल बन गया। आलू कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates), प्रोटीन (Proteins), विटामिन और खनिज (आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम) का एक उत्कृष्ट स्रोत माना जाता है। इसमें सोडियम (Sodium) की मात्रा कम होती है, जिससे रक्तचाप संतुलित रहता है। भंडारित यानी स्टोर (Store) किये गए आलू की तुलना में, ताजे कटे हुए आलू में विटामिन सी (Vitamin C) अधिक मात्रा में पाया जाता है। आलू में वसा न के बराबर होती है और कैलोरी भी कम होती है। ताज़े आलू का एक लाभ यह भी है कि, इनमें ज़हरीले रसायन कम होते हैं। इस प्रकार आलू सम्पूर्ण पोषण का एक उत्कृष्ट स्रोत बन जाते हैं। हालांकि न केवल आलू बल्कि, “जमीन के नीचे उगने वाली अधिकांश सब्जियां विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant), फाइबर (Fiber) और कई अन्य स्वास्थ्य वर्धक यौगिकों से भरपूर होती हैं।” जमीन के नीचे उगने वाली सब्जियों को “जड़ वाली सब्जियां (Root Vegetables)" कहा जाता है। इन पौधों में हरे तने होते हैं, जो जमीन के ऊपर उभरे हुए होते हैं, जबकि पौधे का खाने योग्य हिस्सा यानी मूल सब्जी मिट्टी के नीचे फलती है। अपने बगीचे से एक जड़ वाली सब्जी खोदकर निकालना किसी छिपे हुए खजाने को खोजने जैसा अनुभव होता है। भूमिगत रूप से उगने के कारण, जड़ वाली सब्जियां पोषक तत्वों से भी भरपूर होती हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि, जड़ वाली सब्जियां मधुमेह, कैंसर, मोटापा, हृदय रोग और अन्य विभिन्न बीमारियों से रोकथाम में मदद कर सकती हैं। ज़मीन के नीचे उगने वाली, जड़ वाली सब्जियों का एक फायदा यह भी है कि, “अगर उन्हें तोड़ कर, ठीक से संग्रहित किया जाए तो इनकी शेल्फ लाइफ (Shelf Life) यानी जीवनकाल भी लंबा होता है।” ठंडी जलवायु वाले क्षेत्रों में, लोग परंपरागत रूप से पतझड़ के मौसम में जड़ वाली सब्जियों की कटाई करते हैं और उन्हें सर्दियों के महीनों में खाने के लिए अपने तहखानों में संग्रहित कर देते हैं। आलू और गाजर विश्व की सबसे लोकप्रिय जड़ वाली सब्जियाँ हैं, जो दुनिया भर की पाक परंपराओं में अपना विशेष स्थान रखती हैं। गाजर एक प्रकार का पौधा है, जिसकी जड़ें खाने योग्य होती हैं। आमतौर पर इसकी जड़ें नारंगी रंग की होती हैं, लेकिन कहीं-कहीं ये सफेद, पीली और बैंगनी रंग की भी हो सकती हैं। गाजर को घरेलू तौर पर पहली बार 1000 ई.पू. के आसपास मध्य एशिया में उगाया गया था। 13वीं शताब्दी तक चीन और उत्तर-पश्चिमी यूरोप में भी इसकी खेती की जाने लगी। आज विश्व के अधिकांश समशीतोष्ण क्षेत्रों में घरेलू गाजर बड़े पैमाने पर उगाई जाती हैं। गाजर को बीटा-कैरोटीन (Beta Carotene) का एक अच्छा स्रोत माना जाता है, जो शरीर में विटामिन ए (Vitamin A) में परिवर्तित हो जाता है। विटामिन ए दृष्टि, प्रतिरक्षा कार्य और त्वचा के स्वास्थ्य के लिएं लाभदायक माना जाता है। गाजर में विटामिन सी और के (C And K), पोटेशियम और आहार फाइबर भी होते हैं। गाजर और आलू भले ही कई मायनों में समान हैं किंतु इसके बावजूद दोनों में कुछ मूलभूत अंतर भी है। जैसे गाजर पौधों के अपियासी परिवार (Apiaceae Family) से संबंधित है, जबकि आलू सोलेनेसी परिवार (Solanaceae Family) से संबंधित है। गाजर में पंखदार, फर्न जैसी पत्तियां होती हैं और इसकी जड़ें लम्बी, बेलनाकार होती हैं। जबकि आलू के पौधों में चौड़ी, मिश्रित पत्तियाँ होती हैं। गाजर बीटा-कैरोटीन, विटामिन के, विटामिन सी, पोटेशियम और आहार फाइबर से भरपूर होती हैं । वहीँ आलू कार्बोहाइड्रेट, विटामिन सी, पोटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन का उत्कृष्ट स्रोत माने जाते हैं।

संदर्भ
https://tinyurl.com/mpwunzpj
https://tinyurl.com/43zjjmxu
https://tinyurl.com/yntmupt8
https://qr.ae/pKnc1n

चित्र संदर्भ

1. आलुओं की छंटाई करती एक महिला को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
2. बेचने के लिए रखे गए आलुओं को संदर्भित करता एक चित्रण (Freerange Stock)
3. 2019 में वैश्विक स्तर पर आलू के उत्पादन को दर्शाता एक चित्रण (wikipedia)
4. आलू के व्यंजन को दर्शाता एक चित्रण (PickPik)
5. जड़ वाली सब्जियों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
6. ताज़ी उखाड़ी गई गाजरों को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
7. आलू और गाजरों को संदर्भित करता एक चित्रण (Free Vector)



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