जानिए कैसे यूरोप में नैदरलैंड्स का रॉटरडैम शहर, बदलती दुनिया के साथ खुद को ढालने में सफल रहा

जौनपुर

 22-03-2023 10:56 AM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

क्या आप जानते हैं कि यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) के बाद, यूरोप (Europe) में भारतीय मूल के लोगों की सबसे बड़ी आबादी नैदरलैंड्स (Netherlands) में निवास करती है। संभव है कि आपको भी कभी न कभी इस देश में रहने या छुट्टियां बिताने का मौका मिले ! और यदि ऐसा हुआ तो आप नैदरलैंड्स के दूसरे सबसे बड़े शहर रॉटरडैम (Rotterdam) का चक्कर लगाना नहीं भूलियेगा, चलिए जानते हैं कि इस शहर में आखिर ऐसा भी क्या खास है?
नैदरलैंड्स में तकरीबन 240,000 भारतीय मूल के लोग रहते हैं, जिनमें हिंदुस्तानी-सूरीनामी (Indian-Surinamese) समुदाय के लगभग 20,000 सदस्य शामिल हैं। भारत के साथ इस समुदाय के गहरे सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। इस समुदाय के कुछ सदस्य डच संसद (Dutch Parliament) और नगर परिषदों के लिए भी चुने गए हैं। भारतीय समुदाय ने नैदरलैंड्स में पारस्परिक सामंजस्यपूर्ण और लाभकारी तरीके से दोनों देशों की सांस्कृतिक परंपराओं को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके साथ ही ‘नैदरलैंड्स इंडिया एसोसिएशन’ (Netherlands India Association (NIA) और ‘नैदरलैंड्स इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड ट्रेड’ (Netherlands India Chamber Of Commerce And Trade (NICCT) जैसे संगठनों के माध्यम से दोनों देशों के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में भी काफी सुधार हुआ है। नैदरलैंड्स और वहां रह रहे भारतीय समुदाय की जड़ें, हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से भी गहराई से जुड़ी हुई हैं, जिसके एक उदाहरण के रूप में नैदरलैंड्स के कई शहरों में गांधी जी की प्रतिमाएं देखने को मिल जाएंगी । नैदरलैंड्स में स्थित भारतीय मूल के कुछ शीर्ष लोगों को डायस्पोरा “Diaspora” (किसी भौगोलिक क्षेत्र के मूल निवासियों का किसी अन्य भौगोलिक क्षेत्र में प्रवास करना।) से संबंधित मुद्दों में उनके योगदान के लिए ‘प्रवासी भारतीय सम्मान’ से भी सम्मानित किया गया है। नैदरलैंड्स ने वार्षिक प्रवासी सम्मेलन ‘प्रवासी भारतीय दिवस यूरोप’ (Pravasi Bharatiya Divas (PBD) Europe) की मेजबानी भी की है। रॉटरडैम , एम्स्टरडैम (Amsterdam) के बाद नैदरलैंड्स का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और दक्षिण हॉलैंड (South Holland) प्रांत में स्थित है। इस शहर को सन 1270 में स्थापित किया गया था और इसका एक समृद्ध इतिहास रहा है। पहले यह शहर मूल रूप से एक मछली पकड़ने वाला गांव था और इसे आधिकारिक तौर पर 1328 में सूचीबद्ध किया गया था। यह 14वीं शताब्दी में प्रांत में एक प्रमुख बंदरगाह बन गया था, और 17वीं शताब्दी के अंत तक, यह एम्स्टरडैम के बाद देश का दूसरा व्यापारी शहर बन गया था। रॉटरडैम न्यूई मास नदी (Nieuwe Maas River,) के दोनों किनारों पर स्थित है, जो राइन (Rhine) नदी की एक शाखा है। आज, इसे पूरी दुनिया में एक प्रमुख आर्थिक और रसद केंद्र के रूप में जाना जाता है। यह यूरोप का सबसे बड़ा बंदरगाह भी है। यहां 180 से अधिक विविध राष्ट्रीयताओं वाली आबादी निवास करती है। यह शहर जीवंत संस्कृति, एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय ‘ अरास्मस विश्वविद्यालय रॉटरडैम’ (Erasmus University Rotterdam) और आधुनिक वास्तुकला का गढ़ माना जाता है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, शहर का प्रमुख केंद्र लगभग पूरी तरह से नष्ट हो गया था। इसकी एक तिहाई से अधिक बंदरगाह सुविधाओं को जर्मनों द्वारा नष्ट कर दिया गया था। लेकिन इसके बाद, शहर में प्रसिद्ध वास्तुकारों द्वारा शानदार स्थापत्य शैली में डिज़ाइन की गई गगनचुंबी इमारतों का निर्माण हुआ। रॉटरडैम शहर को अपने जलमार्गों के लिए भी जाना जाता है, जो पश्चिमी यूरोप तक पहुंच प्रदान करते हैं। इस शहर को अक्सर “गेटवे टू यूरोप” (Gateway To Europe) और “गेटवे टू द वर्ल्ड” (Gateway To The World) के नाम से भी जाना जाता है। इस महानगरीय क्षेत्र की आबादी लगभग 2.7 मिलियन से अधिक है, जिसके कारण यह शहर यूरोपीय संघ में 10वां सबसे बड़ा शहर है। इस शहर के रोटाउन (Rotown), रोफ़ा (Roffa), रोतयेकनोर (Rotjeknor), नल्टियन (Nultien) और 010 जैसे कई उपनाम भी हैं। रॉटरडैम शहर का आदर्श वाक्य “स्टोरकर डोर स्ट्रीड (Storker Door Strijd)" है, जिसका डच भाषा में अर्थ “संघर्ष के माध्यम से मजबूत" होता है। गुजरते समय के साथ रॉटरडैम तेजी से बदलती परिस्थितियों के अनुकूल ढल गया। फ्रांसीसी कब्जे के बाद यह शहर पारगमन व्यापार के केंद्र के रूप में विकसित हुआ, और फिर 19वीं शताब्दी में नए जलमार्ग की खुदाई करके यहाँ बड़े महासागरीय स्टीमरों का संचालन किया जाने लगा । रॉटरडैम की अर्थव्यवस्था अभी भी मुख्य रूप से नौ-परिवहन पर ही निर्भर है। यह शहर अंतर्देशीय यूरोप के लिए एक प्रमुख ट्रांसशिपमेंट बंदरगाह (Transshipment Port) के रूप में काम करता है, जहां राइन नदी के कई जहाज इसकी सुविधाओं का उपयोग करते हैं। 1940 के दशक के बाद से, रॉटरडैम में तेल-प्रसंस्करण या पेट्रोकेमिकल (Petrochemical), उद्योग का महत्व कई गुना बढ़ गया है। इस शहर में कई सांस्कृतिक संस्थान भी हैं, जिनमें संग्रहालय, एक कॉन्सर्ट हॉल और एक विश्वविद्यालय भी शामिल हैं। न केवल रॉटरडैम बल्कि पूरे नैदरलैंड्स में परिवहन प्रणाली बहुत अच्छी तरह से विकसित है और उपयोग में आसान है। रॉटरडैम के रेलवे स्टेशन बहुत ही आधुनिक और सुंदर है और शहर के केंद्र में स्थित है। शहर की वास्तुकला, विशेष रूप से मार्कथल और इरास्मस ब्रिज (Markthal And Erasmus Bridge) किसी को भी मोहित कर सकते हैं, इन्हें इसके अद्वितीय आकार के कारण ‘द स्वान’ (The Swan) के नाम से भी जाना जाता है। रॉटरडैम में करने के लिए बहुत सारी चीज़ें हैं। आप शहर घूमने के लिए बाइक किराए पर ले सकते हैं।
शहर भ्रमण के दौरान आपको निश्चित रूप से क्यूब हाउसेस (Cube Houses), यूरोमास्ट टॉवर (Euromast Tower), रॉटरडैम चिड़ियाघर (Rotterdam Zoo) और मार्कथल (Markthal) नामक इंडोर बाजार (Indoor Market) को अपनी गतिविधियों की सूची में शामिल करना चाहिए। बाजार में, आप उचित मूल्य पर स्थानीय खाद्य पदार्थ और वाइन (Wine) का भी स्वाद ले सकते हैं। कुल मिलाकर रॉटरडैम निश्चित रूप से देखने लायक शहर है। इसमें आश्चर्यजनक वास्तुकला, बढ़िया भोजन और करने के लिए बहुत सी चीज़ें हैं। यदि आप कभी नैदरलैंड्स में हों, तो इस अद्भुत शहर को देखने से न चूकें।

संदर्भ
https://bit.ly/400MTBo
https://bit.ly/3ZeJSMV
https://bit.ly/2HjADX9
https://bit.ly/3yPmIlf

चित्र संदर्भ
1. रॉटरडैम के रात्रि दृश्य को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. सितंबर 2014 तक रॉटरडैम (शहर) की स्थलाकृतिक मानचित्र छवि को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. यूरोमास्ट से इरास्मस ब्रिज, रॉटरडैम, दक्षिण हॉलैंड प्रांत को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. रॉटरडैम में नए (2014 में खोला गया) मार्कथल मार्केट को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. मार्कथल और इरास्मस ब्रिज को संदर्भित करता एक चित्रण (Wallpaper Flare)



RECENT POST

  • पूर्वांचल का गौरवपूर्ण प्रतिनिधित्व करती है, जौनपुर में बोली जाने वाली भोजपुरी भाषा
    ध्वनि 2- भाषायें

     28-12-2024 09:22 AM


  • जानिए, भारत में मोती पालन उद्योग और इससे जुड़े व्यावसायिक अवसरों के बारे में
    समुद्री संसाधन

     27-12-2024 09:24 AM


  • ज्ञान, साहस, न्याय और संयम जैसे गुणों पर ज़ोर देता है ग्रीक दर्शन - ‘स्टोइसिज़्म’
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     26-12-2024 09:28 AM


  • इस क्रिसमस पर, भारत में सेंट थॉमस द्वारा ईसाई धर्म के प्रसार पर नज़र डालें
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     25-12-2024 09:23 AM


  • जौनपुर के निकट स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के गहरे अध्यात्मिक महत्व को जानिए
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     24-12-2024 09:21 AM


  • आइए समझें, भवन निर्माण में, मृदा परिक्षण की महत्वपूर्ण भूमिका को
    भूमि प्रकार (खेतिहर व बंजर)

     23-12-2024 09:26 AM


  • आइए देखें, क्रिकेट से संबंधित कुछ मज़ेदार क्षणों को
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:19 AM


  • जौनपुर के पास स्थित सोनभद्र जीवाश्म पार्क, पृथ्वी के प्रागैतिहासिक जीवन काल का है गवाह
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:22 AM


  • आइए समझते हैं, जौनपुर के फूलों के बाज़ारों में बिखरी खुशबू और अद्भुत सुंदरता को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:15 AM


  • जानिए, भारत के रक्षा औद्योगिक क्षेत्र में, कौन सी कंपनियां, गढ़ रही हैं नए कीर्तिमान
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:20 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id