जौनपुर गंगा-यमुना दोआब में बसा एक कृषिप्रधान जिला है। यहाँ पर कृषि मुख्य व्यवसाय रहा है। शुरुवाती दौर से ही जमीन को ज्यादा से ज्यादा उपजाऊ बनाने के लिए यहाँ पर योग्य ऐसे सारे नुस्के अपनाये जाते थे। पहले खाद के तौर पर गोबर जैसे प्राकृतिक खाद का अधिकतर इस्तेमाल होता था और अगर गोबर ना हो तो भेड़-बकरियों का इस्तेमाल करना उसी तरह फूल-पत्ती से बने खाद का भी इस्तेमाल होता था। तब से आज भी सबसे ज्यादा खाद गन्ने के खेत को अग्रता से मिलता है और बाकि फिर गेहूं, मटर और जौ को। फ़सल का चक्रीकरण वैज्ञानिक तरीके से किया जाता है। धान्य और फलीदार फ़सल बारी-बारी लगाई जाती है तथा खरीफ की फ़सल के बाद वसंत हलकी फ़सल की जाती है। ये दो साल के लिए किया जाता था और तीसरे वर्ष के ग्रीष्म में उसे बोने के लिए तैयार किया जाता था। फिर शरद के मौसम में गेहूं या फिर बसंत में गन्ने की खेती के लिए तैयार किया जाता था। आज भी बहुतांश मात्रा में यही तरीका अपनाया जाता है। सी-डेप रिपोर्ट के अनुसार आज जौनपुर में कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए बहुतसी नयी योजनायें बनाई गयी हैं। इन योजनाओं में प्राकृतिक खाद का इस्तेमाल, जमीन की उपज और कार्बन की मात्रा बढ़ाने के लिए सुविधाएं का ब्यौरा मौजूद हैं। कृमि-खाद, जमीन में गंधक का प्रबंधन, नालों और सिंचाई का सही उपयोग, किसानों के लिए तथा कृषि सिखने की चाह रखनेवाले युवाओं के लिए कृषि विज्ञान केंद्र आदि बहुतसी सुविधाएं उपलब्ध करायीं हैं। केला, आम, अमरुद, आलू, मकई इन सभी की उपज बढ़ाने हेतु नए तरीकों के साथ-साथ घर के आंगन में और पौधशालाओं में फल और सब्जियां उगाने के लिए सहाय किया जायेगा तथा फल संरक्षण कारखाना भी स्थापित करने की योजना है। आज जौनपुर का कृषि विज्ञान केंद्र बहुतसी अच्छी योजनाओं में कार्यरत है। वे किसान, खेती में रूचि होने वाली औरतें, युवाओं को प्रशिक्षण देते हैं साथ ही खेत पर जाकर प्रयोग तथा परिक्षण करना, नए खेती के साधनों एवं तरीकोंसे किसानों को अवगत कराना और उनको मदद करना, औरतों को खेती और उससे जुड़े कार्य के लिए स्वयंसिद्ध करना ये सभी कार्य होतें हैं तथा उन्होंने पौधा और धान के लिए स्वास्थ्य चिकित्सालय भी शुरू किया है। प्रस्तुत चित्र जौनपुर के खेतों का है। 1. जौनपुर ए गज़ेटियर, बीइंग वॉल्यूम xxviii 1908 https://archive.org/stream/in.ernet.dli.2015.12881/2015.12881.Jaunpur-A-Gazetteer-Being-Volume-Xxviii_djvu.txt 2. सी-डेप 2007 3. कृषि विज्ञान केंद्र, जौनपुर http://jaunpur.kvk4.in/index.html
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