केन्या, अफ्रीका में खोजे गए दुनिया के सबसे पुराने पत्थर के औजार

वास्तुकला II - कार्यालय/कार्य उपकरण
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केन्या, अफ्रीका में खोजे गए दुनिया के सबसे पुराने पत्थर के औजार

किसी भी काम को आसानी से करने के लिए औजार का प्रयोग करने की क्षमता ने शुरुआती इंसानियत हो अन्य जानवरों से विशिष्ट एवं बुद्धिमान बनाया। लेकिन क्या आप जानते हैं विश्व में सर्वप्रथम कौन सा औजार, क्यों और कहां प्रयोग किया गया था, साथ ही शुरुआती औजारों ने हमारे आदि पूर्वजों की जीवनशैली को कैसे प्रभावित किया?
उपकरण या औजार हमें उन समाजों के बारे में बहुत कुछ बताते हैं, जिन्होंने उन्हें विकसित किया तथा उसका प्रयोग किया। मानवविज्ञानी औजारों को मानवता को समझने के तरीके के रूप में देखते हैं। कील ठोकने से लेकर जानवरों की खाल काटने तक, हाथ के औजार लाखों वर्षों से मानवता के लिए बेहद जरूरी संसाधन रहे हैं। यहां तक ​​कि कुछ जानवर भी कई तरह से औजारों का उपयोग करते हैं, जिनमें चिंपैंजी सबसे उन्नत होते हैं, जो शिकार के लिए भाले जैसे हथियार बनाते और उनका इस्तेमाल करते हैं। हालाँकि केवल मनुष्य ने ही बेहद जटिल उपकरणों का निर्माण और उपयोग किया है।
माना जाता है कि गोना (जो आधुनिक इथियोपिया में है) में ढाई मिलियन साल पहले, पत्थर के औजार प्रयोग किये जाते थे। पहला मानव हाथ उपकरण एक ओल्डोवन (oldowan) था। यह एक काटने का उपकरण था जिसे चट्टान (आधारशिला) के एक कोण पर क्वार्ट्ज, चकमक, या ओब्सीडियन जैसी सामग्री का उपयोग करके बनाया गया एक था। तब इस उपकरण का उपयोग मांस को काटने, लकड़ी काटने और नट और सीप जैसी चीजों को फोड़ने के लिए किया जाता था। आधुनिक मनुष्यों के एक करीबी पूर्वज ने डेढ़ मिलियन साल पहले एच्यूलियन उपकरण (Acheulian Appliances) तैयार किए थे और ये दो लाख साल पहले तक उपयोग में थे। ये सभी उपकरण अफ्रीका, भारत, यूरोप और अमेरिका में पाए गए हैं। ये औजार कुल्हाड़ियों की विशेषताओं वाले होते है। एच्यूलियन औजारों का इस्तेमाल कसाई और खाल निकालने, लकड़ी काटने, मिट्टी में खुदाई करने और खुले फलों और सब्जियों को काटने के लिए किया जाता था। अब तक, सबसे पहले ज्ञात पत्थर के औजार इथियोपिया में गोना के स्थल पर पाए गए थे जो 2.6 मिलियन वर्ष पहले के बताए जा रहे थे। ये एक उपकरण तकनीक से संबंधित थे जिसे ओल्डोवन के नाम से जाना जाता था।
लेकिन हाल ही में लोमेक्वी 3 (Lomekwi 3) केन्या (Kenya) के एक पुरातात्विक स्थल में 3.3 मिलियन वर्ष पूर्व के प्राचीन पत्थर के औजारों की खोज की गई है, और उन्हें अब तक का सबसे पुराना पत्थर का औजार बताया जा रहा है। दरसल जुलाई 2011 में, संयुक्त राज्य अमेरिका के स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय (Stony Brook University) के सोनिया हरमंद और जेसन लुईस (Jason Lewis) के नेतृत्व में पुरातत्वविदों की एक टीम केन्या की झील तुर्काना के पास एक साइट की ओर जा रही थी, जहां पहले केन्याथ्रोपस प्लैटिओप्स (Kyanthropus Platyops) जीवाश्म पाए गए थे। समूह को उस स्थल पर कुछ पत्थर की कलाकृतियां मिलीं, जिनका नाम उन्होंने लोमेक्वी 3 रखा। हरमंद ने 14 अप्रैल, 2015 को पैलियो एंथ्रोपोलॉजी सोसायटी (Paleo Anthropology Society) की वार्षिक बैठक में अपने निष्कर्ष प्रस्तुत किए और 21 मई, 2015 को नेचर मैगज़ीन में पूर्ण घोषणा और परिणाम प्रकाशित किए।
लोमेक्वी 3 में लगभग 20 अच्छी तरह से संरक्षित कलाकृतियों को खोदा गया है, जिसमें एविल्स, कोर और फ्लेक्स (Anvils, Core and Flex) शामिल हैं। सतह पर अतिरिक्त 130 कलाकृतियां भी मिलीं। खोजे गए उपकरण 1992 में इथियोपिया के अफ़ार क्षेत्र के गोना क्षेत्र में बरामद किए गए सबसे पुराने ज्ञात पत्थर के औजारों की तुलना में आम तौर पर काफी बड़े थे। सबसे बड़े का वजन 15 किलोग्राम है, और इसका इस्तेमाल निहाई के रूप में किया जा सकता है।
हरमंद के अनुसार, ऐसा प्रतीत होता है कि उपकरण निर्माताओं ने क्षेत्र में पाए जाने वाले समान सामग्री के छोटे ब्लॉकों की अनदेखी करते हुए जानबूझकर मजबूत पत्थर के बड़े, भारी ब्लॉकों का चयन किया था। उन्होंने इस संभावना से इंकार किया कि उपकरण वास्तव में प्राकृतिक रॉक फॉर्मेशन में थे, क्यों की "कलाकृतियों को स्पष्ट रूप से काटा गया था और यह चट्टानों के आकस्मिक फ्रैक्चर का परिणाम नहीं था।" हालांकि लोमेक्वी 3 में पाए गए औजारों का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है, क्योंकि साइट पर पाए गए जानवरों की हड्डियों में होमिनिन गतिविधि का कोई संकेत नहीं मिला है। ज्वालामुखीय राख की दो परतों और ज्ञात चुंबकीय उत्क्रमणों के सापेक्ष दबी हुई कलाकृतियों की स्ट्रैटिग्राफिक स्थिति (stratigraphic position) के आधार पर, हरमंद और उनकी टीम ने औजारों को 3.3 मिलियन वर्ष पहले के रूप में दिनांकित किया। इसलिए लोमेक्वी की खोज अब तक खोजे गए सबसे पुराने पत्थर के औजारों का प्रतिनिधित्व करती है, जो 700,000 वर्षों से गोना के औजारों से भी पहले की है। हरमंद के अनुसार लोमेक्वी 3 कलाकृतियां ओल्डोवन उपकरण बनाने की परंपरा में फिट नहीं होती हैं और उन्हें एक अलग परंपरा का हिस्सा माना जाना चाहिए, जिसे उन्होंने लोमेकवियन नाम दिया।

सन्दर्भ
https://bit.ly/3CIoVlg
https://bit.ly/3ehxoTa
https://bit.ly/3yNnUWX

चित्र संदर्भ
1. मनुष्यों का विकास: लगभग 2.6 मिलियन वर्ष पहले के अनुमानित पत्थरों को दर्शाता एक चित्रण (Spektrum der Wissenschaft)
2. लैंगडेल टफ के तृतीयक परत से बने लेट नियोलिथिक के कुल्हाड़ी के सिर को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. झील तुर्काना उत्तरी केन्या में केन्याई दरार घाटी में एक झील है, को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. ऐतिहासिक पत्थरों की खोज में लगे पुरातात्विक विदों को दर्शाता एक चित्रण (Spektrum der Wissenschaft)
5. पैरेन्थ्रोपस एथियोपिकस (जीवाश्म होमिनिड) लोमेक्वी, लेक तुर्काना क्षेत्र, केन्या 3 को दर्शाता एक चित्रण (flickr)