गजाननं भूतगणादिसेवितं
कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं।
उमासुतं शोकविनाशकारकं
नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्॥
माता पार्वती और भगवान शिव के प्रिय माने जाने वाले, भगवान् गणेश के नाम में ही वरदान निहित हैं। अर्थात
गजानन के सैकड़ों नाम हैं, जिनमे से प्रत्येक उनकी किसी न किसी अलौकिकता और विशेषता का वर्णन करता है।
उनके सबसे लोकप्रिय नामों में से निदीश्वरम और यशस्कर उन्हें धन, निधि एवं प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी के
रूप में वर्णित करते हैं। हालांकि भारत जो की एक हिंदू बहुल राष्ट्र है, वहां पर गणपति की लोकप्रियता और ख्याति के
पीछे ठोस धार्मिक आधार है। किंतु 87.2 प्रतिशत
मुस्लिम आबादी वाले देश इंडोनेशिया की राष्ट्रिय मुद्रा “रूपियाह”
पर भगवान गणेश की छवि निश्चित तौर पर किसी को भी आश्चर्यचकित कर सकती है।
निःसंदेह भगवान गणेश भारत में सबसे प्रसिद्ध देवताओं में से एक हैं। विघ्नों का नाश करने वाले गणेश जी का
आह्वान विवाह से लेकर नए व्यवसाय के उद्घाटन तक किसी भी उद्यम के शुभारंभ पर किया जाता है। मान्यता है
कि वह विकर्षणों को दूर करते है और बुराई से रक्षा करते है।
गणेश चतुर्थी का त्योहार भारत में उनकी लोकप्रियता का
प्रमाण है। लेकिन क्या आप जानते हैं की विश्व में सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी वाला इंडोनेशिया पूरी दुनिया का
एकमात्र ऐसा देश है, जिसके नोट पर श्री गणेश की छवि दर्शाई गई हैं। अब प्रश्न उठता है की आखिर एक मुस्लिम
बहुल देश के नोट पर गणेश क्यों हैं?
इंडोनेशियाई सरकार आधिकारिक तौर पर छह धर्मों को मान्यता देती है:
1. इस्लाम
2. प्रोटेस्टेंटवाद
3. रोमन कैथोलिकवाद
4. हिंदू धर्म
5. बौद्ध धर्म
6. कन्फ्यूशीवाद।
इंडोनेशिया में 87 प्रतिशत से अधिक आबादी इस्लाम का अनुसरण करती है, जिससे यह सबसे अधिक आबादी वाला
मुस्लिम राष्ट्र बन गया है। यहां की केवल 1.7 प्रतिशत आबादी ही हिंदू है। फिर भी, देश कई ऐतिहासिक स्थलों सहित
हिंदू धर्म के साथ एक सुंदर ऐतहासिक संस्कृति साझा करते है, जो
हिंदू धर्म के साथ इंडोनेशियाई लोगों के गहरे जुड़ाव
को दर्शाता है।
दरसल इंडोनेशिया के कुछ हिस्सों में चोल वंश के शासनकाल में कई मंदिरों का निर्माण किया गया था।
इंडोनेशियाई लोग महाभारत और रामायण से भी परिचित हैं। देश में हिंदू संस्कृति को उद्घाटित करने वाली मूर्तियाँ
भी देखी जा सकती हैं, जिनमें जकार्ता स्क्वायर (Jakarta Square) पर रथ पर सवार अर्जुन और कृष्ण की मूर्ति
शामिल हैं। संयोग से, इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो का नाम महाभारत चरित्र कर्ण के नाम पर रखा गया था।
उनकी बेटी मेगावती सुकर्णोपुत्री का नाम ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक ने रखा। जो बाद में उनका
उत्तराधिकारी बनी। मेगावती का अर्थ संस्कृत में 'बादल देवी' होता है।
इंडोनेशिया में कई गणेश मंदिर भी हैं, जिनमे से एक प्रसिद्द मंदिर ज्वालामुखी के मुहाने पर 700 साल से मौजूद हैं।
इंडोनेशिया में 141 ज्वालामुखियों में से 130 अभी भी सक्रिय हैं। और उनमें से एक माउंट ब्रोमो (Mount Bromo) है।
यह पूर्वी जावा प्रांत में ब्रोमो टेंगर सेमेरु (Bromo Tengger Semeru) राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। हालांकि यह एक
लोक कथा है, लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि यह प्रतिमा 700 साल से वहां है। जावानीस भाषा में ब्रोमो
का अर्थ ब्रह्मा होता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि ज्वालामुखी के मुहाने पर जो मूर्ति है, वह यहां के लोगों
की रक्षा करती है। इंडोनेशिया में हिंदुओं की बड़ी आबादी है, जहाँ गणेश मंदिर से लेकर शिव मंदिर तक कई भगवान
मिल जाएंगे। जावानीस लोग मानते हैं कि उनके पूर्वजों ने इस मूर्ति की स्थापना की थी। भले ही यहां विस्फोट हो जाए
लेकिन
गणपति की पूजा यहां कभी नहीं रुकती। हिंदू धर्म में श्री गणेश जी को ज्ञान, कला और विज्ञान के देवता के
रूप में पूजा जाता है जो एक कारण हो सकता है कि उन्हें मुद्रा नोट पर चित्रित किया गया था।
कंबोडिया, वियतनाम और कुछ अन्य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की तरह, हिंदू धर्म इंडोनेशियाई लोगों की मान्यताओं
का एक बड़ा हिस्सा था। 300 से अधिक वर्षों (कुछ 1000 वर्ष से अधिक) के पुराने मंदिर और अवशेष इंडोनेशिया में
पाए गए । वहां प्राप्त प्रमुख गणेश प्रतिमाओं में से अधिकांश अभी भी बरकरार हैं और संग्रहालय में संरक्षित हैं कुछ
अभी भी अपने मूल स्थानों पर हैं जहां उन्हें सौ दशक से भी अधिक समय पहले रखा गया था। पूरे इंडोनेशिया में कम
से कम 15 से अधिक स्थान हैं जहाँ गणेश की मूर्तियाँ मिलीं।
1.बारा मंदिर, पूर्वी जावा में 1239 में निर्मित तीन मीटर ऊंची गणेश की विशाल प्रतिमा।
2.रातू बोको में 9वीं शताब्दी में निर्मित गणेश की एक अधूरी मूर्ति है।
3. लोरोजोंगरंग या प्रम्बानन मंदिर 9वीं शताब्दी में निर्मित इंडोनेशिया में सबसे बड़ा और सबसे सुंदर हिंदू मंदिर है।
4.पेनातरन मंदिर, के तहखाने में सबसे पुराने अभिलेखों से वर्ष 1197 (12वीं शताब्दी) की गणेश की मूर्ति है।
5.बालापुत्रदेव संग्रहालय, सुमात्रा। (7वीं - 13वीं शताब्दी)।
6.संबिसारी मंदिर - जोग्याकार्ता में 9वीं शताब्दी में निर्मित गणेश जी की मूर्ति है।
भारत में, गणेश के कई नाम हैं जैसे गणपति, विघ्नेश्वर, गजानन, गजधिपति, लम्बकर्ण, लम्बोदर और एकदंत,
जबकि इंडोनेशियाई भाषा में "गजह" नाम दिया गया है, जो संभवतः संस्कृत शब्द "गजा" या हाथी से लिया गया है।
मुद्रा प्रतीक ("आरपी" भारत = "रु") और इसका उच्चारण ("रुपया" - "रुपया") वास्तव में लगभग भारत के समान है।
इंडोनेशिया के 20,000 रुपये के नोट पर भगवान गणेश की एक तस्वीर खुदी हुई है। इंडोनेशिया पहली सदी से ही
हिंदू धर्म के प्रभाव में रहा है। हिंदू धर्म के कुछ पहलू, वास्तव में, वर्तमान में भी इंडोनेशियाई संस्कृति को प्रभावित
करते हैं।
सर्वप्रथम दिए गए श्लोक का हिंदी भावार्थ: हाथी के समान मुख वाले,भूतगणादि से सेवित, कैथ तथा जामुन फल
जिनके लिए प्रिय भोज्य है। प्राणियों के शोक का विनाश करने वाले ऐसे विघ्नेश्वर पार्वती पुत्र के चरण कमलों में
नमस्कार है।
संदर्भ
https://bit.ly/3mH8uNG
https://bit.ly/3EJ5CpR
https://bit.ly/3qVjLeP
https://bit.ly/31dRWFv
https://bit.ly/3zbqTXS
https://bit.ly/3pITLUy
चित्र संदर्भ
1. इंडोनेशिया के नोट पर श्री गणेश की छवि को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
2 गणेश ,प्रतिमा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3 .मंजंगन (गणेश) मंदिर बाली, इंडोनेशिया को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. इंडोनेशिया में कई गणेश मंदिर भी हैं, जिनमे से एक प्रसिद्द मंदिर ज्वालामुखी के मुहाने पर 700 साल से मौजूद हैं जिसको दर्शाता एक चित्रण (youtube)
5. संगगर अगुंग मंदिर, सुरबाया-इंडोनेशिया में गणेश प्रतिमा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)