Post Viewership from Post Date to 18-Dec-2021
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1842 106 1948

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

क्या कोरियाई राष्ट्रीय खेल ताइक्वांडो की उत्पत्ति वास्तव में कोरिया में ही हुई या फिर भारत में?

जौनपुर

 13-12-2021 09:59 AM
य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

कोरियाई (Korean) राष्ट्रीय खेल “ताइक्वांडो” (Taekwondo "ताइक्वांडो" का शाब्दिक अर्थ है "हाथ और पैर से लड़ाई की कला"।) के नाम और खेल के नियमों से यह तो पुष्टि होती है कि इसका उद्भव कोरिया में ही हुआ है।लेकिन इसकी उत्पत्ति अस्पष्ट है, क्योंकि कई लोगों का ऐसा अनुमान कि प्राचीन काल में,इसे चीन (China) के शाओलिन (Shaolin) मंदिरों में भारतीय बौद्ध भिक्षु, बोधिधर्मा द्वारा ही विकसित किया गया था, तथा इससे ही कुंग फू (Kung Fu) की उत्पत्ति हुई थी।किंवदंती और प्राचीन चैन बौद्ध ग्रंथों (Chan Buddhist texts) के अनुसार, बोधिधर्मा छठी शताब्दी ईस्वी में चीन आए, जहां उन्होंने शाओलिन-सो में एक मठ की स्थापना की। उन्होंने वहां के लोगों को सांस नियंत्रण और ध्यान सिखाना शुरू किया। लेकिन उनके अनुयायी शक्तिशाली तकनीकों का अभ्यास करने में शारीरिक रूप से असमर्थ थे, इसलिए उन्होंने शिष्यों को शरीर और भावना को मजबूत करने के तरीकों को सिखाना शुरू किया। बाद में ये विधियां ताओवाद (Taoism) और आई-चिंग (I-Ching) के साथ मिलकर कुंग फू, केम्पो (Kempo) और ताई ची चुआन (Tai Chi Chuan) के चीनी मार्शल आर्ट्स का आधार बनाने के लिए संयुक्त किया गया। वहीं कोरिया में, ताइक्वांडो का पहला ठोस सबूत तीन साम्राज्यों की अवधि से प्राप्त किया जा सकता है जहां ट्यूनस्को (Tunsko–गोगुरीओ (Goguryeo) की राजधानी) में स्थित एक भित्तिचित्र मायंग-चोंग (Myung-Chong) के मकबरे की दीवार पर चित्रित और लगभग पहली शताब्दी में गोगुरियो साम्राज्य में बनाया गया था।भित्तिचित्र में दो युवाओं को लड़ाई करते हुए देखा जा सकता है। इस अवधि में पाए गए अन्य कब्रों में समान मूर्तियां पाई गई हैं, जो मार्शल आर्ट्स का अभ्यास करने वाले मूर्ति को दिखाती हैं।तदनुसार, इस बात का हमें सबूत मिलता है कि बोधिधर्म के चीन पहुंचने से पहले से ही कोरिया अपनी मार्शल आर्ट विकसित कर रहा था और इससे यह भी लगता है कि ताइक्वांडो की मार्शल आर्ट शैली कोरिया में ही उद्भव हुई थी।
ऐसा माना जाता है कि ताइक्वांडोको पहली बार जंगली जानवरों के हमलों से बचने के साथ-साथ भोजन के शिकार में एक उपयोगी उपकरण और शरीर को मजबूत करने के साधन के रूप में भी एक उपयोगी उपकरण के रूप में अभ्यास किया गया था। मार्शल आर्ट तकनीक को जानवरों के विरुद्ध लड़ने से प्राप्त अनुभव से सीखा गया था, जिनकी रक्षात्मक और आक्रामक गति विश्लेषण और नकल का विषय था।चूंकि हमला कहीं से भी हो सकता था, इसे देखते हुए मार्शल आर्ट के चाल को उसी तरह विकसित किया गया था, जो किसी भी दिशा से हमले के प्रतिकूल आक्रमण करने की अनुमति देती थीं। ताइक्वांडो भारत में सबसे लोकप्रिय और प्रचलित मार्शल आर्ट्स में से एक है।इस तकनीक में घूंसा मारने और लात मारने की विशेषता मौजूद है। शिक्षक पुराण एंड्रयू गुरुंग ने हांगकांग (Hong Kong)से भारत लौटने के बाद ताइक्वांडो को भारत में पेश किया। उन्होंने 1969 से 1974 तक कोरियाई श्रेष्ठशिक्षक ली पायंग पाल (Lee Pyung Pal) के तहत ताइक्वांडो का अध्ययन किया।1974 से वेशिक्षक ली पायंग पाल के तहत अपना दूसरा दान (Dan) अर्जित करने के बाद ताइक्वोंडो को बढ़ावा दे रहे हैं।उन्होंने शुरू में कालीम्पोंग, दार्जिलिंग और सिक्किम में ताइक्वांडो कक्षाएं शुरू कीं।बाद में उन्होंने अपने प्रशिक्षण को कोलकाता, दक्षिणी, पूर्वोत्तर और भारत के उत्तरी हिस्सों में विस्तारित किया।उन्होंने 1984 तक भारत के प्रत्येक हिस्से में यात्रा कर ली। उन्हें आधिकारिक ताइक्वोंडो हॉल ऑफ फेम अमेरिका (Taekwondo Hall of Fame United States of America) द्वारा "भारत में ताइक्वांडोके पिता" का खिताब दिया गया है।विश्व ताइक्वोंडो फेडरेशन (World Taekwondo Federation) ने 1978 में भारत के ताइक्वोंडो फेडरेशन (Taekwondo Federation of India), 1982 में एशियाई ताइक्वोंडो यूनियन (Asian Taekwondo Union), 1985 में भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन (Indian Olympic Association) और 1994 में दक्षिण एशियाई ताइक्वोंडो फेडरेशन (South Asian Taekwondo Federation) में संबद्धता प्रदान की। भारत सरकार के युवा कार्य और खेल विभाग द्वारा भी ताइक्वोंडो फेडरेशनको 1988 में भारत में ताइक्वोंडो के शीर्ष न्यायिक और स्वायत्त राष्ट्रीय संस्था के रूप में मान्यता प्रदान करी।लेकिन क्या आज किसी भी जौनपुर के मार्शल आर्ट (Martial Art) विद्यालय में कोई भी ताइक्वांडोकी तकनीक को जानता है?

संदर्भ :-
https://bit.ly/3IJobx9
https://bit.ly/3dXavRj
https://bit.ly/3IGket3
https://bit.ly/3ENrFwq
https://bit.ly/3pQ6kvS

चित्र संदर्भ   

1. 2016 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में “ताइक्वांडो” (Taekwondo) खिलाडी मिलाद खरचेगानी और खोदाबख्शी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. यांग-शैली की ताइक्वांडो करती एक चीनी महिला को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. ली प्युंग पाल के साथ शुरुआती दिनों में उनके प्रशिक्षक पीए गुरुंग महान ग्रैंडमास्टर ,को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. भारत के ताइक्वोंडो फेडरेशन (Taekwondo Federation of India), के लोगो को दर्शाता एक चित्रण (twitter)



***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • विभिन्न प्रकार के पक्षी प्रजातियों का घर है हमारा शहर जौनपुर
    पंछीयाँ

     17-12-2024 09:23 AM


  • जानें, ए क्यू आई में सुधार लाने के लिए कुछ इंटरनेट ऑफ़ थिंग्स से संबंधित समाधानों को
    जलवायु व ऋतु

     16-12-2024 09:29 AM


  • आइए, उत्सव, भावना और परंपरा के महत्व को समझाते कुछ हिंदी क्रिसमस गीतों के चलचित्र देखें
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     15-12-2024 09:21 AM


  • राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस पर ऊर्जा बचाएं, पुरस्कार पाएं
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     14-12-2024 09:25 AM


  • कोहरे व् अन्य कारण से सड़क पर होती दुर्घटना से बचने के लिए,इन सुरक्षा उपायों का पालन करें
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     13-12-2024 09:22 AM


  • आइए, पेट फ़्लू के कारणों, लक्षणों और इलाज की पहचान करते हैं
    कीटाणु,एक कोशीय जीव,क्रोमिस्टा, व शैवाल

     12-12-2024 09:17 AM


  • विभिन्न स्थानीय शैलियों के संगम से समृद्ध होती है, भारतीय चित्रकला
    द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

     11-12-2024 09:22 AM


  • जानिए, दक्षिण भारतीय उवेरिया के आवास, रंग-रूप और औषधीय गुणों के बारे में
    पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें

     10-12-2024 09:19 AM


  • क्या है ख़याल संगीत और कैसे बना यह, हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायकी का एक अहम हिस्सा
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     09-12-2024 09:18 AM


  • आइए देखें, दुनिया के अलग-अलग शहरों में, बर्फ़ीले तूफ़ानों से जुड़े चलचित्र
    द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य

     08-12-2024 09:18 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id