भारत ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का खिताब छह बार अपने नाम किया, पहली बार 1966 में रीता फारिया ने

जौनपुर

 28-11-2021 12:59 PM
द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य
मिस वर्ल्ड एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता है, जो काफी पुराने समय से चली आ रही है। इस सौंदर्य प्रतियोगिता का निर्माण 29 जुलाई 1951 को एरिक मॉर्ले (Eric Morley) द्वारा यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) में किया गया था। इस प्रतियोगिता का आदर्श वाक्य 'ब्यूटी विद ए पर्पस' (Beauty with a Purpose) है तथा यह मिस यूनिवर्स (Miss Universe), मिस अर्थ (Miss Earth) और मिस इंटरनेशनल (Miss International) के साथ चार बड़ी अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में से एक है।यह उपाधि दृष्टिकोण, सौंदर्य, बुद्धि, परिश्रम, संवेदनशीलता,व्यक्तित्व आदि के आधार पर दी जाती है। भारत ने यह खिताब छह बार अपने नाम किया है।पहला खिताब वर्ष 1966 में लंदन (London) के लिसेयुम बॉलरूम (Lyceum Ballroom) में रीता फारिया द्वारा जीता गया था। 28 वर्षों के अंतराल के बाद,1994 में भारत ने सन सिटी, दक्षिण अफ्रीका (Sun City, South Africa) में ऐश्वर्या राय के माध्यम से दूसरी बार जीत हासिल की।भारत ने 3 साल बाद 1997 में बाई लज़ारे, सेशेल्स (Baie Lazare, Seychelles) में आयोजित मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में तीसरी बार खिताब अपने नाम किया, जिसमें डायना हेडन को विश्व सुंदरी चुना गया। 1999 में,लंदन में आयोजित प्रतियोगिता में भारत ने चौथी बार यह खिताब जीता,जिसमें युक्ता मुखी को विश्व सुंदरी का ताज पहनाया गया। पांचवां खिताब वर्ष 2000 में प्रियंका चोपड़ा द्वारा जीता गया था,तथा यह प्रतियोगिता लंदन में आयोजित की गयी थी। इसके बाद छठा खिताब 17 साल बाद 2017 में मानुषी छिल्लर द्वारा जीता गया, जो चीन (China) में सान्या सिटी एरिना (Sanya City Arena) में आयोजित किया गया था। 1966 में आयोजित मिसवर्ल्ड प्रतियोगिता की विजेता रीता फारिया मुंबई से थी, जो उस समय सोनीपत के भगत फूल सिंह गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज फॉर विमेन (Bhagat Phool Singh Government Medical College for Women) से मेडिकल की पढ़ाई कर रही थीं।तो चलिए इन वीडियो के माध्यम से 1966 और 1967 में हुई मिस वर्ल्ड प्रतियोगिताओं के अंतिम दृश्यों पर एक नजर डालें।

संदर्भ:
https://bit.ly/3p7b1B8
https://bit.ly/3xr8eGG
https://bit.ly/3ld7bW3


RECENT POST

  • बैरकपुर छावनी की ऐतिहासिक संपदा के भंडार का अध्ययन है ज़रूरी
    उपनिवेश व विश्वयुद्ध 1780 ईस्वी से 1947 ईस्वी तक

     23-11-2024 09:21 AM


  • आइए जानें, भारतीय शादियों में पगड़ी या सेहरा पहनने का रिवाज़, क्यों है इतना महत्वपूर्ण
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     22-11-2024 09:18 AM


  • नटूफ़ियन संस्कृति: मानव इतिहास के शुरुआती खानाबदोश
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:24 AM


  • मुनस्यारी: पहली बर्फ़बारी और बर्फ़ीले पहाड़ देखने के लिए सबसे बेहतर जगह
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:24 AM


  • क्या आप जानते हैं, लाल किले में दीवान-ए-आम और दीवान-ए-ख़ास के प्रतीकों का मतलब ?
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:17 AM


  • भारत की ऊर्जा राजधानी – सोनभद्र, आर्थिक व सांस्कृतिक तौर पर है परिपूर्ण
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:25 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर देखें, मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के चलचित्र
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:25 AM


  • आइए जानें, कौन से जंगली जानवर, रखते हैं अपने बच्चों का सबसे ज़्यादा ख्याल
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:12 AM


  • आइए जानें, गुरु ग्रंथ साहिब में वर्णित रागों के माध्यम से, इस ग्रंथ की संरचना के बारे में
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:19 AM


  • भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली में, क्या है आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस और चिकित्सा पर्यटन का भविष्य
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:15 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id