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फूल न केवल देखने में मनोहर होते हैं, बल्कि इनका उपयोग कई अन्य बहुमूल्य कार्यों को सिद्ध
करने में भी किया जाता है।अदृश्य रूप में ही सही लेकिन पुष्प मानव जीवन के बेहतर संचालन में
महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। भारतीय समाज में यह इतना महत्वपूर्ण स्थान रखता है की, छोटे
बच्चों की पाठ्यपुस्तक में माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा रचित कविता “पुष्प की अभिलाषा” नामक
कविता के माध्यम से एक फूल के नज़रिये से भी जीवन को देखा गया है। दुनिया भर में पाए जाने
वाले कई फूल व्यावसायिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण हैं। जिनमे से कार्नेशन (Carnation) नामक
पुष्प कई मायनों में बेहद खास है।
देखने में बेहद सुंदर प्रतीत होते, कार्नेशन पुष्प को इसके वानस्पतिक नाम डायनथस कैरीओफ़िलस
(Dianthus caryophyllus) से भी जाना जाता है। इसे मुख्य रूप से कैरियोफाइलेसी
(Caryophyllaceae) प्रजाति का सदस्य माना जाता है। माना जाता है की, कार्नेशन की उत्पत्ति
दक्षिण फ्रांस में हुई थी। कार्नेशन फूलों को गुलानार, लाली जैसे स्थानीय नामों से भी जाना जाता है।
ढेरों अद्भुद खासियतों के कारण इसे दिव्य पुष्प (Divine Flower) नाम से भी संबोधित किया
जाता है। यह प्रकृति में कई रंगों के साथ उगता है, साथ ही इसका वजन भी बेहद कम होता है।
इसकी सुगंध मनमोहक होती है। परंतु इसकी सबसे बड़ी खासियत है की, यह काटे जाने के कई
दिनों पश्चात भी तरोताज़ा रहता है, जिस कारण यह दुनियाँ के दस श्रेष्टतम कर्तित पुष्पों में से एक
है।
यह एक बहुउपयोगी पुष्प है, और विभिन्न अवसरों तथा स्थानों पर इसका प्रयोग किया जाता है।
जैसे:
1. दुनिया के विभिन्न स्थानों में इसका प्रयोग चिकित्सा प्रयोजनों हेतु किया जाता है।
2. सुंदर गुलदस्ते बनाने में यह उपयोगी साबित होता है।
3. मनमोहक सुगंध के कारण इससे सुगंधक (Perfume) आदि बनाए जाते हैं।
4. बियर और मदिरा के निर्माण में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
5. घर और गाड़ियों की सजावट के परिपेक्ष्य में भी यह बहुतायत में प्रयोग किये जाते हैं।
यह सुंदर पुष्प गुलाबी, लाल, पीला, सफेद एवं विभिन्न प्रकार के मिश्रित रंगों में पाये जाते हैं, और
लंबे समय तक तरोताज़ा रहने के कारण इन्हें लंबी दूरी तक परिवहन के माध्यम से ले जाना संभव
है। जिस कारण विभिन्न धार्मिक अवसरों और त्योहारों जैसे विशेष रूप से दिवाली, स्वतंत्रता
दिवस, वेलेंटाइन डे (Valentine's Day), ईस्टर (Easter), मदर्स-डे (Mother's Day) और क्रिसमस
(Christmas) आदि अवसरों पर, इनकी भारी मांग रहती है। मुख्य रूप से इसकी व्यावसायिक खेती
भारत, यूरोप, उत्तर अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, कोलम्बिया, केन्या, टर्की, मोरक्को, नीदरलैंड,
इजराइल, पोलैण्ड और स्पेन इत्यादि देशों में की जाती है। भारत में अच्छी गुणवत्ता वाले कार्नेशन
को, शिमला, कुल्लू, मनाली, कलिम्पोंग, ऊटी, कोडाइकनाल, बैंगलोर, पुणे, नासिक आदि जैसे ठंडे
मौसम वाले स्थानों में विकसित करने की एक उत्कृष्ट संभावना है। हमारे देश से बड़ी मात्रा में यह
पुष्प यूरोप आदि देशों में निर्यात भी किये जाते हैं।
इन फूलों को ग्रीनहाउस नियंत्रित वातावरण में, साल के किसी भी समय उगाया जा सकता है। चूँकि
एक कार्नेशन्स लगभग 20 से 30 पौधे/वर्ग मीटर को घेरता है, अतः एक हेक्टेयर (one hectare)
के क्षेत्रफल में लगभग 1.5 - 2.0 लाख पौधों को उगाया जा सकता है। इसे उगने के लिए तापमान को
20 डिग्री सेल्सियस से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच संतुलित रखना आवश्यक है। बेहतर उद्पादन
के लिए ग्रीनहाउस में अच्छे कार्बनिक पदार्थों के साथ थोड़ी क्षारीय मिट्टी का प्रयोग किया जाना
चाहिए। उच्च गुणवत्ता या उच्च ग्रेड के उत्पादन के लिए कार्नेशन फूल में 190 पीपीएम एन, 1
पीपीएम बी (190 ppm N, 1 ppm B) तरल पोषक तत्व और प्रत्येक सिंचाई के साथ 156 पीपीएम
K (156 ppm K) डालना चाहिए। जब कार्नेशन के पौधे लगभग 40 से 45 इंच तक ऊँचे हो जाते हैं,
तो उन्हें ऊंचाई में सपोर्ट के लिए नायलॉन जाल से सहारा देने की जरूरत पड़ती है।
भारत के
महाराष्ट्र में भी कार्नेशन पॉलीहाउस में उगाई जाने वाली प्रमुख व्यावसायिक फूलों की फसलों में से
एक है। यहां एक अध्ययन हेतु पुणे और सतारा जिलों से कार्नेशन के 60 उत्पादकों से एक नमूना
लिया गया था। अध्ययन के परिणामों से पता चला कि, कार्नेशन पॉलीहाउस के निर्माण पर पूंजी
निवेश ₹ 36.95 लाख था और कार्नेशन कटे फूलों के लिए प्रति एकड़ उत्पादन, सकल और शुद्ध
रिटर्न की लागत ₹46,06,516, ₹77,30,028 और ₹31,23,512 होने का अनुमान लगाया गया था।
कार्नेशन पॉलीहाउस का लाभ लागत अनुपात (1.67) एकता से अधिक था, और वापसी की आंतरिक
दर (39.00%) पूंजी की अवसर लागत से अधिक थी। यह दर्शाता है कि, कार्नेशन पॉलीहाउस पर
निवेश आर्थिक रूप से व्यवहार्य है और पॉलीहाउस में कार्नेशन की खेती एक लाभदायक कृषि
व्यवसाय साबित हो सकता है। कार्नेशन कट फ्लावर की खेती मानव श्रम पर आधारित है, जिसके
लिए कुशल और अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता होती है। इसलिए, राज्य और अन्य हितधारकों
द्वारा इस उद्यम को उन क्षेत्रों में बढ़ावा देने का प्रयास किया जाना चाहिए जहां अत्यधिक
बेरोजगारी व्याप्त है।
संदर्भ
https://bit.ly/3ClXcVt
https://bit.ly/2VvhRFL
https://bit.ly/2Vk9UU4
चित्र संदर्भ
1. हार्डी कार्नेशन (hardy carnation) पुष्प का एक चित्रण (flickr)
2. विभिन्न रंगों के कार्नेशन पुष्पों का एक चित्रण (gwseeds)
3. ग्रीनहाउस में कार्नेशन की खेती का एक चित्रण (agricultureguru)
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