गुड फ्राइडे (Good Friday) जिसे ब्लैक फ्राइडे के नाम से भी जाना जाता है। ईसाई समुदाय में एक प्रमुख त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। इस दिन यीशु मसीह ने मानव कल्याण के लिए के लिए खुद को कुर्बान कर दिया। चूँकि विश्व भर में ईसाई समुदाय इस दिवस को एक त्यौहार के रूप में मनाता है। परन्तु रोमन कैथोलिक(Roman Catholic) चर्च में यह उपवास दिवस के रूप में मनाया जाता है।
लैटिन(Latin) परंपराओं के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन कैथोलिक चर्च रोमन कैथोलिक(Catholic Church and Roman Catholic) अनुयायी उपवास रखते हैं। अथवा नियमित रूप से कम मात्रा में भोजन करते हैं। जिस भी देश में गुड फ्राइडे के दिन अवकाश नहीं होता, वहां पर अपराह्न 3 बजे के बाद कुछ घंटों के लिए सारे कामकाज बंद कर दिए जाते हैं। गुड फ्राइडे के पहले दिन पवित्र बृहस्पतिवार को भोजन के उपरान्त कोई भी उत्सव नहीं मनाया जाता। जब तक की ईस्टर(Easter) निगरानी की अवधि बीत न जाये। इस दिन पूजा वेदी पूर्ण रूप से खाली कराई जाती है। क्रॉस (Cross), मोमबत्ती अथवा किसी भी प्रकार के वस्त्र को वह पर नहीं रखा जाता। पूजा स्थल के पवित्र जल पात्रों को खाली किया जाता है। गुड फ्राइडे अथवा पवित्र शनिवार को घंटियाँ नहीं बजाने की परम्परा है। पैशन ऑफ़ द लोर्ड(Passion of the Lord) की स्मृति करने के लिए सायंकाल के 3 बजे को आदर्श समय चुना जाता है। किन्हीं विशेष परिस्थितियों में 1 घंटे के बाद का समय भी चुना जा सकता है। प्रक्रिया के दौरान पादरी के परिधान लाल रंग का होता है। परन्तु 1970 से पूर्व यह काले रंग का कपडा होता था।
प्रार्थना मुख्यतः 3 भागों में सम्पन्न होती है।
1. बाइबल (Bible) और धर्म ग्रंथों का पाठ।
प्रार्थना के प्रथम चरण में गायन के माध्यम से प्रभु येशु के प्रति प्रेम भावना को दर्शाया जाता है। इस प्रक्रिया में दो अथवा दो से अधिक गायक शामिल होते हैं, जो यीशु के कर्मों का गुणगान करते हैं। यह प्रार्थना मुख्य रूप से चर्च, पोप, पादरी और चर्च में आने वाले लोगों, सभी ईसाइयों, यहूदियों, यीशु में विश्वास रखने वालों, सार्वजनिक कर्मचारियों तथा विशेष तौर पर जरूरतमंदों के लिए की जाती है।
2. क्रॉस की पूजा
दूसरे चरण में पूरी तरह तल्लीन भावना से क्रॉस की पूजा की यीशु के लिए परंपरागत तरीके से गीत गाये जाते हैं। पूरे प्रकरण में यीशु के प्रति व्यक्तिगत रूप से सम्मान, प्रेम तथा आभार व्यक्त किया जाता है।
3. पवित्र प्रभु भोज
इस प्रक्रिया को गुड फ्राइडे के तीसरे चरण के रूप में सम्पन्न किया जाता है। जिसकी शुरुआत में फादर के साथ "Agnus DEI." (प्रक्रिया से सम्बंधित मंत्रोचारण) के बिना "रोटी तोड़ने की रस्म" पूरी की जाती है। साथ ही प्रार्थना सभा में उपस्थित सभी भक्तों को प्रभु प्रसाद वितरित किया जाता है। पोप पायस (Pope Pius) XII से पहले सभी धर्म अधिकारियों को ही "प्रार्थना सभा की पवित्र भेंट” मिलती थी। परन्तु बाद में इस धर्म विधान को समाप्त कर दिया गया।
अंत में बेदी के पास कुछ गिनी चुनी मोमबत्तियाँ और क्रॉस ही रह जाता है। और समस्त भक्त और पादरी वह से चले जाते हैं। गुड फ्राइडे के दिन हर प्रक्रिया और व्यक्ति के लिए अलग प्रकार की प्रार्थनाएं होती हैं, नीचे ऐसे विषय और व्यक्तियों की सूची है। जिसके लिए विभिन्न प्रकार की प्रार्थनाएं की जाती हैं।
1. चर्च के लिए प्रार्थना।
2. पोप के लिए प्रार्थना।
3. पादरी और चर्च की एकता के लिए प्रार्थना।
4. बपतिस्मा की तैयारी करने वालों के लिए प्रार्थना।
5. ईसाइयों की एकता के लिए प्रार्थना।
6. यहूदी लोगों के लिए प्रार्थना।
7. जो मसीह में विश्वास नहीं करते हैं उनके लिए प्रार्थना।
8. भगवान में विश्वास नहीं करने वालों के लिए प्रार्थना।
9. सार्वजनिक कार्यालय में सभी के लिए प्रार्थना।
10. विशेष जरूरतों वाले लोगों के लिए प्रार्थना।
ईसाई धर्म में एक ईश्वर यानी यीशु मसीह को माना जाता है। और उन्हीं के द्वारा फैलाए गए आदेशों का पालन किया जाता है।
जहाँ 3 प्रमुख सम्प्रदाय होते हैं।
कैथोलिक(Catholic)- इस सम्प्रदाय में पोप ( रोम के बिशप एवं वैटिकन (Bishop and Vatican) के राज्याध्यक्ष) को सबसे बड़े धर्मगुरु माना जाता है।
ऑर्थोडॉक्स(Orthodox)- इस सम्प्रदाय में पोप के बजाय पैट्रिआर्क का अनुसरण किया जाता है।
प्रोटेस्टेंट(Protestant) - इस सम्प्रदाय के लोग पवित्र बाइबल(Bible) में पूरी श्रद्धा रखते हैं।
ईसाई धर्म के अनुसार मूर्ति पूजा, किसी को व्यर्थ मे आघात पहुँचाना, हत्या , कुविचार आदि को भयंकर पाप समझा गया है। यही कारण है कि यह पूरे विश्व में सबसे अधिक अनुयायियों का धर्म है। जिनकी संख्या निरंतर वृद्धि कर रही है।
संदर्भ:
https://bit.ly/31F6haB
https://bit.ly/3fHnRTs
https://en.wikipedia.org/wiki/Good_Friday_Prayer
चित्र संदर्भ:
मुख्य तस्वीर एक अंतिम प्रार्थना दिखाती है। (प्रारंग)
दूसरी तस्वीर यरूशलेम में ट्यूरिन के कफन को दिखाती है। (प्रारंग)
आखिरी तस्वीर में सूली पर चढ़ने की जगह को दिखाया गया है। (प्रारंग)